2025 की ईवी रैंकिंग में टाटा नेक्सन ने बाजी मार ली। टॉप 5 में सिर्फ दो ही कंपनियों का दबदबा दिख रहा है। जानिए insiders की नजर से कौन से कारें टिकाऊ, भरोसेमंद और buyers की पहली पसंद बन रही हैं।
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2025 EV: टाटा नेक्सन टॉप पर, दो कंपनियों का दबदबा
खबर का सार AI ने दिया · News Team ने रिव्यु किया
2025 की EV रैंकिंग में शीर्ष 5 में केवल दो कंपनियों का दबदबा है।
टाटा नेक्सन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बाजी मारी और शीर्ष स्थान हासिल किया।
खरीदार अब व्यावहारिकता, बैटरी विश्वसनीयता, चार्जिंग सुविधा और टिकाऊपन को प्राथमिकता दे रहे हैं।
2025 ईवी रैंकिंग टॉप 5 में सिर्फ दो कंपनियों का दबदबा, टाटा नेक्सन ने मारी बाज तो 2025 की ईवी रैंकिंग देखकर थोड़ा अचंभा हुआ। टॉप 5 में ज्यादातर नाम सिर्फ दो ही कंपनियों के हैं। और टाटा नेक्सन इस बार सच में भारी पड़ गई। ऐसा लगता है कि अब भारत में खरीदार सिर्फ दिखावे या मार्केटिंग से प्रभावित नहीं होते।
जहाँ तक मेरा अनुभव है, खरीदार अब practical चीजें देखते हैं बैटरी की reliability, चार्जिंग की सुविधा और कार का टिकाऊपन। मुझे अभी भी याद है जब मैंने पहली बार टाटा नेक्सन ड्राइव की थी। स्क्रीन थोड़ी देर के लिए फ्रीज हो गई थी और एयर कंडीशनिंग कभी-कभी अजीब आवाज़ कर रही थी। पर overall ड्राइव smooth लगी। उस समय मुझे लगा, यही EV है जो शहर और हाईवे दोनों में भरोसेमंद साबित हो सकती है।
टॉप 5 में दो कंपनियों का दबदबा
Seedha कहूँ तो, ये नंबर देखकर साफ लगता है कि मार्केट अभी भी बहुत concentrated है। टाटा और महिंद्रा के अलावा बाकी कंपनियों को खरीदारों की पसंद में जगह बनाना मुश्किल हो रहा है। टाटा नेक्सन का design, टिकाऊपन और resale value खरीदारों को काफी पसंद आई। दूसरी कंपनियों की EVs भी ठीक हैं, लेकिन consistency और सर्विस में थोड़ी कमी दिखी।
एक छोटा anecdote एक डीलर ने मुझसे कहा, “लोग नेक्सन की availability और service history देखकर ही आ रहे हैं, बाकी EVs का interest कम है।” ये scene मुझे याद है, क्योंकि ये दिखाता है कि brand भरोसा अब भी बहुत मायने रखता है।
रेंज और बैटरी की performance की बात करें तो कंपनी कह रही है चार सौ किलोमीटर। पर मुझे याद है कि X model भी यही दावा करता था और रियल में 320–350 किलोमीटर ही मिली थी। पर नेक्सन में range और city ड्राइव दोनों में संतोषजनक अनुभव मिला। डैशबोर्ड और सॉफ्टवेयर में छोटे glitches हैं, पर बहुत बड़ा issue नहीं।
फाइल फोटो : टाटा नेक्सन 2025 की ईवी रैंकिंग में टॉप पर, भारत में बढ़ती EV पसंद का संकेत।
और हाँ, एक personal anecdote जब मैंने गांव के चार्जिंग स्टेशन पर चार्जिंग की कोशिश की, network smooth रहा। ऐसी छोटी चीजें खरीदारों का भरोसा बढ़ाती हैं और यही वजह है कि टाटा नेक्सन top पर है।
खरीदार का बदलता नजरिया
अब लोग सिर्फ कीमत या दिखावे के हिसाब से कार नहीं लेते। टिकाऊपन, सॉफ्टवेयर की स्थिरता और resale value अब मुख्य फोकस हैं। कई लोग पूछते हैं, “ये कार तीन साल बाद resale में कितनी value रखेगी?” इसी वजह से टाटा नेक्सन और महिंद्रा की EVs ने market में edge लिया है।
मार्केट का यह दबदबा बताता है कि growth के अवसर हैं, पर सिर्फ सही उत्पाद और भरोसे के साथ। जो ब्रांड consistency देंगे, वही long-term टिक पाएंगे।
अंत में सोच
Seedha कहूँ, 2025 की ईवी रैंकिंग बताती है कि टाटा नेक्सन खरीदारों का भरोसा जीत चुकी है। पर बाकी कंपनियों के लिए चेतावनी भी है अगर सर्विस, टिकाऊपन और रियल-ड्राइव performance match नहीं किया, तो मार्केट में टिकना मुश्किल होगा।
तो हाँ, टॉप 5 में दो ही कंपनियों का दबदबा है और टाटा नेक्सन इस बार सच में खरीदारों की पसंद बन गई है। खरीदारों की सोच बदल रही है और ब्रांड्स को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।
मैं गौरव झा, GCShorts.com पर संपादकीय दिशा, SEO और प्लेटफ़ॉर्म के तकनीकी संचालन का नेतृत्व करता हूँ। मेरा फोकस तेज़, मोबाइल-फर्स्ट अनुभव, स्पष्ट सूचना संरचना और मज़बूत स्ट्रक्चर्ड डेटा पर है, ताकि पाठकों तक भरोसेमंद खबरें शीघ्र और साफ़ तरीके से पहुँचें। पाठकों और समुदाय से मिलने वाले सुझाव/फ़ीडबैक मेरे लिए अहम हैं उन्हीं के आधार पर कवरेज, UX और परफ़ॉर्मेंस में लगातार सुधार करता रहता हूँ।