7 किमी लंबी 80 कमरों वाली रहस्यमयी सुरंग इज़राइल ने खोदी तो सबकी नींद उड़ गई

इज़राइल को जमीन के 25 मीटर नीचे 7 किमी लंबी और 80 कमरों वाली सुरंग मिली जिसने पूरे हालात को एकदम नया मोड़ दे दिया और कई बड़े सवाल खड़े कर दिए।

7 किमी लंबी 80 कमरों वाली रहस्यमयी सुरंग इज़राइल ने खोदी तो सबकी नींद उड़ गई

 Seedhi baat बोलूं तो मैंने गाड़ियों के नीचे अजीब से इंजीनियरिंग वाले काम देखे हैं पर ये टनल वाली कहानी बिल्कुल अलग लेवल की लगती है. पहली बार पढ़ा तो दिमाग उसी दिन पर चला गया जब मैं एक पुरानी SUV के नीचे छह घंटे पड़ा रहा एक वायर ढूंढने के लिए और असली दिक्कत कहीं और छिपी थी. यहाँ भी वैसा ही लगता है. ऊपर से कुछ नजर नहीं आता असली खेल नीचे धंसा हुआ है.


इज़राइल का कहना है कि उन्हें करीब 7 किमी लंबी और लगभग 25 मीटर गहरी सुरंग मिली. और उसके अंदर 80 कमरे. अस्सी. एक पल को तो लगा जैसे कोई छोड़ा हुआ फैक्ट्री बेसमेंट की बात हो रही हो. मुझे उस जगह की याद आ गई जहाँ हम अपनी पहली इलेक्ट्रिक स्कूटर को चुपचाप टेस्ट करने जाते थे क्योंकि वर्कशॉप वाला हम पर भरोसा नहीं करता था. लेकिन ये जो जमीन के नीचे बना सेटअप है ये किसी छुपने छुपाने की जगह से बहुत बड़ा है. ये survival planning और जाने क्या क्या के लिए बना लगता है.


इस नीचे की दुनिया को देखकर दिमाग खुद सवाल पूछता है

Sach kahoon तो इतना बड़ा structure देखकर लगता नहीं कि ये किसी छोटी अवधि के लिए बनाया गया. इसमें long term की planning भरी पड़ी है. Communication storage strategy सब एक अंधेरी दुनिया में फिट किया हुआ.


और हाँ एक बात aur जब कुछ इतना गहरा बनाया जाता है तो वो सिर्फ सुरक्षा या बचाव के लिए नहीं होता. उसमें एक psychological असर भी होता है. डर confusion सब. ठीक वैसे जैसे एक बार एक dealer ने हमें अपनी नई SUV का secret mode दिखाया था. सबको लगा बड़ी भारी चीज होगी. बाद में dashboard खोलकर देखा तो वो बस छुपा हुआ मेन्यू था. Pure दिखावा. लेकिन यहाँ दिखावा नहीं है. यहाँ सब असली लगता है मज़बूती वाला अंदर छिपा हुआ.


दुनिया के नीचे हमेशा एक दूसरी दुनिया होती है

ये पूरी कहानी मुझे किसी modern car के chassis जैसी लगती है. कंपनी बाहर से स्लीक body दिखाती है और अंदर wiring ducts steel bars पूरा ढांचा छुपा रहता है. आम बंदा नीचे झुककर टॉर्च न लगाए तो कुछ नहीं देखता. यहाँ भी वही vibe आती है. बस मकसद अलग है. Performance या safety नहीं. Survival और शायद resistance.

और honestly जो दिख रहा है shayad वही पूरा नहीं. 80 कमरे तो documented हिस्सा है. बाकी कितना होगा कोई नहीं जानता. वो अनजान हिस्सा थोड़ा डराता है.

 

7 किमी लंबी 80 कमरों वाली रहस्यमयी सुरंग इज़राइल ने खोदी तो सबकी नींद उड़ गई
फाइल फोटो : टनल के अंदर मौजूद कमरों और गलियारों की पहली झलक जिसने पूरे मामले को और गंभीर बना दिया।

 


इज़राइल का reaction और दिमाग में उठते सवाल

इज़राइल का बयान अंदाजा था कि यही होगा. हथियार fighters planning सबके लिए इस्तेमाल होता होगा. पर जो असली सवाल आगे टंगा रहता है वो ये कि इतना बड़ा setup किसने कितने समय में कैसे बनाया और इतने सालों में पकड़ में properly क्यों नहीं आया. ये कोई रविवार की सुबह वाला काम नहीं. इसमें साल लगे होंगे.

और हाँ resources और engineering की मात्रा देखकर साफ लगता है कि ज़मीन पर जो राजनीति दिखती है असल picture उससे कहीं गहरी है. ऊपर शोर होता है नीचे काम होता है.


मेरी अपनी intuition क्या कहती है

एक बार लद्दाख रोड पर छोटा सा landslide देखा था. ऊपर की मिट्टी बिलकुल smooth दिख रही थी पर अंदर पूरा ढांचा टूटने को तैयार. हम खड़े सोच रहे थे कि gaadi फंस न जाए. इस टनल की खबर भी वैसी ही vibe देती है. ऊपर बयान smooth. नीचे पूरा अलग setup. ये accident वगैरह से नहीं बना. Casual चीज बिल्कुल नहीं. इसमें पुरानी planning की खुशबू आती है. गहरी वाली.


सबसे भारी बात क्या लगती है

एक तरफ बातचीत शांति समझौते की बातें. दूसरी तरफ जमीन के नीचे 7 किमी लंबा शहर जैसा structure. ये mismatch ही सबसे ज्यादा चुभता है. इतना बड़ा इन्फ्रास्ट्रक्चर अपने आप में एक संकेत बन जाता है. तेज वाला संकेत.और honestly लगता नहीं कि हमने पूरी तस्वीर देख ली है. जो दिख रहा है शायद कहानी का छोटा हिस्सा है. बाकी शायद कभी पूरी बाहर न आए.


अंत में एक personal सी बात

जो लोग इसे unexpected कहते हैं वो शायद border zones की असली nature को नहीं समझते. जहाँ सालों तक tension जमी रहती है वहाँ हमेशा एक parallel दुनिया उगती है ये 7 किमी वाला टनल बस एक example है. बड़ा वाला example. पर फिर भी एक example.

अगली बार कोई कहे सब normal चल रहा है तो इस टनल का size याद कर लेना. Normal यहाँ आसपास नहीं मिलता.