Air Canada Flight अटेंडेंट्स की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी, यूनियन ने आदेश मानने से किया इनकार
एयर कनाडा फ्लाइट अटेंडेंट्स की हड़ताल लगातार तीसरे दिन भी जारी है। कनाडा औद्योगिक संबंध बोर्ड (CIRB) ने इस हड़ताल को "अवैध" घोषित किया है और यूनियन को अपने सदस्यों को काम पर लौटाने का आदेश दिया था। बावजूद इसके, यूनियन ने सरकार और न्यायाधिकरण के निर्देशों को मानने से इनकार कर दिया है।
कनाडा की सबसे बड़ी एयरलाइन के करीब 10,000 से अधिक फ्लाइट अटेंडेंट्स इस हड़ताल में शामिल हैं। शनिवार से जारी इस आंदोलन की वजह से हज़ारों उड़ानें रद्द हो चुकी हैं और लगभग 5 लाख यात्री प्रभावित हुए हैं। एयर कनाडा ने सोमवार शाम तक संचालन शुरू करने की योजना बनाई थी, लेकिन कंपनी की वेबसाइट पर जारी नोटिस में मंगलवार शाम तक सभी उड़ानों के रद्द रहने की जानकारी दी गई।
कैनेडियन यूनियन ऑफ पब्लिक एम्प्लॉइज (CUPE) के अध्यक्ष मार्क हैनकॉक ने कहा,
"अगर एयर कनाडा को लगता है कि आज दोपहर विमान उड़ान भरेंगे, तो वे गलतफहमी में हैं।"
उन्होंने साफ किया कि यूनियन किसी भी कानूनी कार्रवाई या दंड का सामना करने को तैयार है, चाहे वह जुर्माना हो या जेल। यूनियन का कहना है कि उनका संघर्ष यात्रियों से नहीं, बल्कि एयरलाइन प्रबंधन से है।फेडरली रेगुलेटेड एम्प्लॉयर्स-ट्रांसपोर्टेशन एंड कम्युनिकेशंस (FETCO) ने यूनियन की अवज्ञा की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि यह रवैया श्रम संबंध प्रणाली और देश की आर्थिक स्थिरता के लिए हानिकारक है।कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने भी इस स्थिति पर नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा कि आठ महीने की बातचीत के बाद भी कोई हल नहीं निकलना बेहद निराशाजनक है। कार्नी ने दोनों पक्षों से जल्द समझौता करने की अपील की।
हड़ताल की वजह से हज़ारों यात्री एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं। कई यात्रियों को होटल में अतिरिक्त दिन रुकना पड़ा है, जिससे खर्च और तनाव दोनों बढ़े हैं। यात्रियों ने एयरलाइन तक संपर्क करने में भी कठिनाई की शिकायत की है।फ्लाइट अटेंडेंट्स की मुख्य मांग ज्यादा वेतन और ग्राउंड ड्यूटी का भुगतान है। एयर कनाडा ने उन्हें चार साल में कुल 38% वेतन वृद्धि का प्रस्ताव दिया है, जिसमें पहले साल 25% बढ़ोतरी शामिल है। लेकिन यूनियन का कहना है कि यह प्रस्ताव मुद्रास्फीति और बाज़ार दर से काफी कम है।
सरकार ने विवाद को खत्म करने के लिए बाध्यकारी मध्यस्थता (Binding Arbitration) का आदेश दिया है। इसके बावजूद यूनियन ने अपने सदस्यों को आदेश न मानने का निर्देश दिया और सरकार पर कॉर्पोरेट दबाव में झुकने का आरोप लगाया।हड़ताल कितने दिनों तक चलेगी और इसका समाधान कब निकलेगा, यह अभी साफ नहीं है। लेकिन इतना तय है कि एयर कनाडा और उसके यात्रियों के लिए यह स्थिति बड़ी चुनौती बन चुकी है।