मथुरा। उत्तर प्रदेश पुलिस के चर्चित अधिकारी अनुज चौधरी ने सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) के पदभार संभालने के बाद सोमवार सुबह वृंदावन में आध्यात्मिक आशीर्वाद लिया। उन्होंने प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी महाराज से मुलाकात की और लगभग 20 मिनट तक आध्यात्मिक और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की।
हाल ही में संभल हिंसा के बाद सुर्खियों में आए अनुज चौधरी को योगी सरकार ने सीओ पद से प्रमोट कर ASP बनाया है। प्रमोशन के बाद वह सीधे वृंदावन स्थित श्री हित राधा केली कुंज आश्रम पहुंचे, जहां उन्होंने महाराज से आशीर्वाद लिया और अपने कार्यक्षेत्र की चुनौतियों पर मार्गदर्शन मांगा।
कर्तव्य और न्याय पर सवाल-जवाब
मुलाकात के दौरान चौधरी ने कानून और न्याय से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण सवाल रखे। उन्होंने पूछा कि कई बार सबूतों के अभाव में अपराधी बच निकलते हैं, जबकि कुछ मामलों में निर्दोष को सजा हो जाती है। ऐसे में अधिकारी को क्या करना चाहिए?
दूसरे सवाल में उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा – यदि किसी हत्या के मामले में वादी पक्ष आरोप लगाए, लेकिन पुख्ता सबूत न हों, तो क्या आरोपी को छोड़ देना उचित होगा?
महाराज का जवाब
प्रेमानंद जी महाराज ने कहा कि दुनिया में जो भी घटित होता है, वह इंसान के कर्मों का फल है। उन्होंने सलाह दी कि पुलिस अधिकारी को निष्पक्षता और ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्य निभाने चाहिए, साथ ही स्वयं को पाप से दूर रखने का प्रयास करना चाहिए। महाराज के अनुसार, यदि कोई निर्दोष सजा भुगतता है तो यह उसके पिछले जन्म के कर्मों का परिणाम हो सकता है, जिसमें किसी का हस्तक्षेप संभव नहीं है।
सोशल मीडिया पर चर्चा
इस मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। लोग चौधरी के सवालों और उनके आध्यात्मिक रुझान की तारीफ कर रहे हैं। कई लोगों का कहना है कि यह उनकी नई जिम्मेदारी की एक शुभ और प्रेरणादायक शुरुआत है, जो उनके व्यक्तित्व की गहराई को दर्शाती है।