बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शनिवार को काशी पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने काशी विश्वनाथ धाम में विधि-विधान से पूजन-अर्चन किया। बाबा के दर्शन करने के बाद उनके चेहरे पर खास प्रसन्नता देखी गई। साथ ही उनके साथ संतोष दास सतुआ बाबा भी मौजूद रहे। दर्शन के बाद वे सीधा सतुआ बाबा आश्रम पहुंचे जहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। हजारों लोग सिर्फ उनकी एक झलक पाने के लिए पहुंचे और लगातार जयघोष करते रहे।
श्रद्धालुओं की भीड़ और बाबा का स्वागत
जैसे ही बाबा बागेश्वर मंदिर परिसर से बाहर आए, आसपास की गलियों में भक्तों का उत्साह देखने लायक था। आश्रम पहुंचने तक जगह-जगह उनका स्वागत किया गया। फूलों की बारिश और मंत्रोच्चारण के बीच भक्त एक-दूसरे को धक्का देते हुए बाबा तक पहुंचने की कोशिश कर रहे थे। हर किसी की यही चाहत थी कि बस एक बार बाबा का आशीर्वाद मिल जाए।
नेपाल हिंसा और बांग्लादेश हमले पर प्रतिक्रिया
दर्शन के बाद जब बाबा मीडिया से मुखातिब हुए तो उन्होंने नेपाल में हो रही हिंसा से लेकर बांग्लादेश में हिंदुओं पर बढ़ते हमलों तक कई गंभीर विषयों पर खुलकर बातें कीं। उन्होंने कहा कि भारत को इन घटनाओं से सबक लेना चाहिए। भारत जैसे विशाल देश में हिंदू एकता की आवश्यकता पहले से अधिक बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते हिंदू एकजुट नहीं हुए तो हालात और कठिन हो सकते हैं।
शास्त्री जी के शब्दों में, "भारत को घोषित रूप से हिंदू राष्ट्र बनाना बेहद जरूरी है। विश्व में शांति का यही एक मात्र रास्ता है। हिंदुत्व किसी भी प्रकार की नफरत नहीं, बल्कि मानवता की सबसे सशक्त विचारधारा है।"
हिंदू राष्ट्र के लिए पदयात्रा
पत्रकारों से बातचीत के दौरान बाबा ने यह भी घोषणा की कि सात नवंबर से 16 नवंबर तक वे पदयात्रा करेंगे। इस पदयात्रा का उद्देश्य केवल एक है – भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की जागरूकता फैलाना। उन्होंने कहा कि अगर भारत में हिंदू एकत्रित होकर अपनी आस्था को मजबूत करते हैं तो समाज में शांति और स्थिरता अपने आप स्थापित हो जाएगी।
राजनीति पर बाबा की बेबाक राय
जब उनसे यह सवाल पूछा गया कि क्या भगवाधारी साधु-संत राजनीति में आ सकते हैं, तब उन्होंने बड़ी सहजता से जवाब दिया – "भगवाधारी क्यों नहीं बन सकते राजनेता? हम सब समाज के लिए ही तो काम कर रहे हैं।" इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की और कहा, "आई सपोर्ट योगी बाबा, वह बहुत अच्छे हैं। जिसे बुरा लगता है, वह हमारी हवेली पर आकर मुझसे मिल सकता है।"
प्रधानमंत्री की मां को लेकर बयान
हाल के दिनों में पीएम नरेंद्र मोदी की मां पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर भी बाबा से सवाल पूछा गया। इस पर उन्होंने साफ कहा कि किसी भी मां के लिए कोई भी अपशब्द बोलना बेहद निंदनीय है। उन्होंने कहा – "हर मां पूज्यनीय है, हर उस मां का सम्मान होना चाहिए जिसने इस दुनिया को अपने बच्चों को दिया है। राजनीतिक मतभेद अपनी जगह हैं, लेकिन किसी की मां का अपमान किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।"
गया यात्रा का उद्देश्य
बाबा ने यह भी बताया कि वे जल्द ही बिहार के गया जाएंगे। इस पर उन्होंने जोर दिया कि उनकी यात्रा किसी राजनीतिक उद्देश्य से नहीं है। उन्होंने साफ कहा, "मैं चुनाव लड़ने नहीं जा रहा हूं। मैं गया अपने पितरों के तर्पण के लिए जा रहा हूं। गया जी तो मेरा घर जैसा है, वहां जाना एक पुनीत अवसर होता है।"
सनातन धर्म को लेकर बड़ा संदेश
अपने पूरे संबोधन के दौरान पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बार-बार सनातन धर्म की महत्ता पर जोर देते रहे। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म कोई संप्रदाय नहीं बल्कि एक जीवनशैली है जो करुणा, प्रेम और भाईचारे को सिखाता है। उन्होंने कहा कि जब तक हिंदू धर्म की जड़ें मजबूत रहेंगी, तब तक मानवता फलती-फूलती रहेगी।
श्रद्धालुओं के बीच उमंग और उत्साह
धीरेंद्र शास्त्री के काशी प्रवास से वहां का वातावरण भक्तिमय हो गया। मंदिर से लेकर आश्रम तक हर जगह उनके नाम के जयघोष हुए। महिलाएं, पुरुष और बच्चे सभी बाबा से मिलने और उनका आशीर्वाद पाने को बेचैन दिखे। कई भक्त तो दूर-दराज के जिलों से केवल बाबा के दर्शन करने के लिए काशी पहुंचे थे।
धार्मिक आस्था और सामाजिक संदेश
इस पूरे कार्यक्रम ने न केवल धार्मिक महत्व को उजागर किया, बल्कि समाज को भी यह सीख दी कि आज के दौर में एकता ही सबसे बड़ी ताकत है। बाबा बागेश्वर के संदेशों में न केवल धर्म की आस्था झलकती है बल्कि आने वाले समय के लिए समाज को जागरूक करने का आह्वान भी नजर आता है।