बलरामपुर सुनसान सड़क पर मूक-बधिर युवती बनी दरिंदों का शिकार

बलरामपुर में मूक-बधिर युवती के साथ गैंगरेप, CCTV में कैद दर्दनाक सच्चाई, पुलिस मुठभेड़ में आरोपी गिरफ्तार, सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस लापरवाही पर उठे सवाल

बलरामपुर सुनसान सड़क पर मूक-बधिर युवती बनी दरिंदों का शिकार

बलरामपुर में मूक-बधिर युवती से सामूहिक दुष्कर्म, मुठभेड़ में आरोपी धराए

बलरामपुर, यूपी – ज़िले में हुई एक भयावह वारदात ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। सोमवार रात करीब 8 बजे एक मूक-बधिर युवती अपनी ननिहाल से घर लौट रही थी, तभी दो युवकों ने उसका पीछा कर सुनसान इलाके में खींच लिया। हैरानी की बात यह है कि यह इलाका डीएम और एसपी के आधिकारिक आवास के नज़दीक है।

CCTV फुटेज में कैद खौफनाक लम्हे

सोशल मीडिया पर वायरल हुए CCTV फुटेज में पीड़िता तेज़ी से भागते हुए दिखती है, जबकि बाइक सवार आरोपी उसके पीछे-पीछे दौड़ते दिखाई दे रहे हैं। यह दृश्य देखकर लोग दंग रह गए।

पुलिस चौकी से कुछ ही कदम की दूरी पर वारदात

वारदात स्थल बहादुरपुर पुलिस चौकी से महज़ 20 मीटर दूर था। वारदात के बाद युवती को खेत में बेहोश और घायल हालत में पाया गया। जिला महिला अस्पताल में जांच के बाद यौन उत्पीड़न की पुष्टि हुई।

26 घंटे में गिरफ्तारी, मुठभेड़ में दोनों घायल

पुलिस ने CCTV और खुफिया जानकारी के आधार पर अंकुर वर्मा और हर्षित पांडे को चिन्हित किया। अगले ही दिन मुठभेड़ में दोनों पकड़े गए। गोली लगने से हर्षित घायल हुआ, जबकि अंकुर गिरने से चोटिल हो गया। उनके पास से देसी पिस्तौल, कारतूस और मोटरसाइकिल बरामद की गई।

CCTV कैमरे बंद, पांच पुलिसकर्मी निलंबित

घटना के वक्त चौकी के चार में से तीन CCTV कैमरे खराब मिले, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हुए। लापरवाही के चलते पांच पुलिसकर्मी निलंबित कर दिए गए।

महिला आयोग और संगठनों ने उठाई आवाज़

राज्य महिला आयोग और कई मानवाधिकार संगठनों ने घटना की निंदा करते हुए कठोर कार्रवाई की मांग की है। जिला प्रशासन ने पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है।

बलरामपुर गैंगरेप की घटना कब हुई?
यह घटना सोमवार रात लगभग 8 बजे हुई, जब पीड़िता अपनी ननिहाल से घर लौट रही थी।
पीड़िता कौन थी और उसकी स्थिति क्या है?
पीड़िता एक मूक-बधिर युवती है, जिसकी हालत घटना के बाद नाजुक थी और उसे जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
वारदात कहां हुई?
यह वारदात डीएम और एसपी के आधिकारिक आवास के नज़दीक, बहादुरपुर पुलिस चौकी से लगभग 20 मीटर की दूरी पर हुई।
CCTV फुटेज में क्या दिखा?
फुटेज में पीड़िता को सुनसान सड़क पर बदहवास भागते हुए और पीछे बाइक सवार आरोपियों को उसका पीछा करते हुए देखा गया।
आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी कैसे हुई?
CCTV और खुफिया जानकारी के आधार पर पुलिस ने अंकुर वर्मा और हर्षित पांडे को चिन्हित किया और अगले दिन मुठभेड़ में गिरफ्तार किया।
मुठभेड़ में क्या हुआ?
हर्षित के पैर में गोली लगी, जबकि अंकुर गिरने से घायल हुआ। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस चौकी के CCTV कैमरे क्यों नहीं चले?
घटना के समय चौकी के चार में से तीन CCTV कैमरे खराब पाए गए, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हुए।
प्रशासन ने क्या कार्रवाई की?
लापरवाही के चलते पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया। जिला प्रशासन ने पीड़िता के परिवार को न्याय का आश्वासन दिया।
महिला आयोग और मानवाधिकार संगठनों की प्रतिक्रिया क्या रही?
राज्य महिला आयोग और कई मानवाधिकार संगठनों ने इस घटना की निंदा करते हुए कठोर कार्रवाई की मांग की।