ये मैच अलग था बस अलग एक अजीब सी कसक थी दिल में लगा कुछ होने वाला है खेल चल रहा था पर माहौल भारी था
Aur haan ek baat aur जब ये दोनों टीमें सामने आती हैं ना तो लगता है कोई पुरानी दबी खुन्नस फिर से बाहर आ गई है खिलाड़ी गरम हवा जैसे भाग रहे थे और भीड़ शोर में खोती जाती थी
जाहां तक मेरा सवाल है ये मुकाबला कभी सीधे रस्ते नहीं चलता
दस साल से मैदानों की धूल देखी है पर ये मैच हमेशा पलट देता है मैंने खुद एक बार कैम्प नोउ में देखा था बार्सा हावी था अचानक एथलेटिक ने ऐसा वार किया कि मैं चुप हो गया कोने में बैठा सीनियर बोला seedha chot di unhone और मैं सिर्फ गर्दन हिलाता रह गया
ये टीम चुप रहती है फिर अचानक दांत दिखा देती है और बार्सा संभल नहीं पाता
बार्सा का अपना झमेला भी कम नहीं
Seedhi baat kahu to बार्सा कई बार खुद में ही उलझ जाता है खेल दिखावटी होने लगता है पास पास पास और फिर एक हल्की सी गलती और खेल हाथ से खिसकता हुआ एथलेटिक इसका फायदा उठाने में माहिर
एक और पल याद है मैं प्रेस बॉक्स में था और नीचे बार्सा की हालत अजीब एथलेटिक ने पूरा खेल जैसे उधेड़ कर रख दिया प्रोड्यूसर मेरे पास फुसफुसाया yaar barca to hil gaya और सच में हिला ही हुआ था
एथलेटिक की जिद अटक जाती है दिल में
ये टीम डरती नहीं सामने चाहे बार्सिलोना पूरा दम दिखाए पर एथलेटिक कहता सा महसूस होता hai hum peeche nahi hatne wale उनका खुरदरा खेल बार्सा को मजबूर करता है और ज्यादा तेज खेलने को
इस भिड़ंत की असली गरमी
जो लोग सिर्फ स्कोर देखते हैं वो असली कहानियां मिस कर देते हैं यहां finesse और raw power टकराती है यही मुकाबले को गरम बनाता है
Aur haan ये भी सच है इस मैच में कुछ भी सेट नहीं रहता अचानक brilliance अचानक गलती सब कुछ बस ऐसे ही फूट पड़ता है और शायद इसी वजह से मैं हमेशा इसे अपने खास fixtures में रखता हूं
अंत में मेरी ढीली पर सच्ची राय
अगर आपको यूरोपीय फुटबॉल का असली कच्चा स्वाद चाहिए चमक धमक से हटकर तो बार्सिलोना और एथलेटिक क्लब का खेल देखो ये मैच साफ नहीं होता पर असली होता है दिल में बैठ जाता है
दोनों टीमें अलग भी हैं खास भी और जब साथ आती हैं तो मैं बाकी काम छोड़कर बस स्क्रीन पर टिक जाता हूं बस इतना ही


