उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से गुरुवार दोपहर तीन बजे से इंटरनेट सेवा को बंद करने का फैसला लिया है। यह निर्णय जुमा की नमाज से पहले शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से लिया गया है।
 
बीएसएनएल अधिकारी द्वारा पुष्टि
भारत संचार निगम लिमिटेड के जनरल मैनेजर ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह निर्णय जिला प्रशासन के निर्देश पर लिया गया है और इसका मुख्य उद्देश्य किसी भी अप्रिय घटना को रोकना है।
अधिकारी ने बताया कि इंटरनेट बंदी का यह आदेश दो दिन के लिए जारी किया गया है। इस दौरान शहर में मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबैंड और वाईफाई सेवाएं प्रभावित रहेंगी। केवल आपातकालीन सेवाओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
 
जुमे की नमाज को लेकर विशेष तैयारियां
बरेली में जुमा की नमाज के दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु मस्जिदों में एकत्र होते हैं। इस बार प्रशासन ने पहले से ही सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए यह सावधानी जरूरी थी।
शहर की प्रमुख मस्जिदों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाया गया है। पुलिस बल को अलग-अलग इलाकों में तैनात किया गया है ताकि कोई भी समस्या न हो सके। विशेष रूप से भीड़भाड़ वाले इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल लगाया गया है।
 
शहरवासियों पर प्रभाव
इंटरनेट सेवाओं के बंद होने से शहर के लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। व्यापारी, छात्र और आम नागरिक सभी इससे प्रभावित हैं। डिजिटल पेमेंट, ऑनलाइन काम और सामाजिक संपर्क में बाधा आई है।
कई दुकानदारों ने बताया कि डिजिटल लेनदेन न होने से उनके कारोबार पर असर पड़ा है। स्कूल और कॉलेज के छात्रों को भी ऑनलाइन पढ़ाई में दिक्कत हो रही है। हालांकि लोग इस स्थिति को समझते हुए सहयोग कर रहे हैं।
 
पुलिस प्रशासन की विशेष व्यवस्थाएं और गश्त में तेजी
बरेली पुलिस ने शहर भर में कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। मुख्य बाजारों और धार्मिक स्थानों पर पुलिस की गश्त बढ़ाई गई है। पुलिस अधीक्षक ने सभी थानों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं।
विशेष रूप से शुक्रवार की नमाज के समय अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही है। पुलिस टीमें अलग-अलग मार्गों पर तैनात की गई हैं। साइबर सेल भी सक्रिय है और सोशल मीडिया पर नजर रख रही है।
 
स्थानीय नेताओं की अपील
स्थानीय राजनीतिक नेताओं और समाजसेवियों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि यह सुरक्षा उपाय सभी की भलाई के लिए है। धार्मिक नेताओं ने भी अपने अनुयायियों से संयम बरतने को कहा है।
मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों ने प्रशासन के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि वे शांति व्यवस्था में पूरा सहयोग करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि नमाज के दौरान सभी निर्देशों का पालन किया जाएगा।
 
व्यापार और दैनिक जीवन पर असर
इंटरनेट बंद होने से शहर के व्यापारिक गतिविधियों पर प्रभाव पड़ा है। ई-कॉमर्स, ऑनलाइन बैंकिंग और डिजिटल सेवाओं में रुकावट आई है। हालांकि लोग नकद लेनदेन का सहारा ले रहे हैं।
टैक्सी ड्राइवर, डिलीवरी बॉय और अन्य सेवा प्रदाताओं को भी इंटरनेट की कमी से परेशानी हो रही है। फिर भी अधिकतर लोग स्थिति को समझते हुए धैर्य रख रहे हैं। कई व्यापारी पारंपरिक तरीकों से काम चला रहे हैं।
 
भविष्य की योजना
प्रशासन ने बताया कि स्थिति की समीक्षा के बाद इंटरनेट सेवा बहाल करने का निर्णय लिया जाएगा। अगर सब कुछ शांतिपूर्ण रहता है तो निर्धारित समय पर सेवाएं चालू कर दी जाएंगी।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ऐसे उपाय कभी-कभार विशेष परिस्थितियों में करने पड़ते हैं। उनका मुख्य लक्ष्य शहर में शांति और सुरक्षा बनाए रखना है। आने वाले दिनों में भी जरूरत पड़ने पर ऐसे कदम उठाए जा सकते हैं।
            
  
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        सुरक्षा के लिए इंटरनेट बंदी: कितना सही कदम?      
    
    
    
  
 
  
    
    
      Khanna Saini
      मेरा नाम खन्ना सैनी है। मैं एक समाचार लेखक और कंटेंट क्रिएटर हूँ, और वर्तमान में GC Shorts के साथ जुड़ा हूँ। मुझे समाज, संस्कृति, इतिहास और ताज़ा घटनाओं पर लिखना पसंद है। मेरा प्रयास रहता है कि मैं पाठकों तक सही, रोचक और प्रेरक जानकारी पहुँचा सकूँ।