भोपाल के सबसे सुरक्षित और वीवीआईपी कहे जाने वाले चार इमली इलाका बुधवार सुबह बड़ा सवाल बन गया, जब इंटेलिजेंस और एटीएस जैसी जिम्मेदार सुरक्षा इकाइयों के प्रमुख आईजी डॉ. आशीष के साथ झपटमारी की गंभीर वारदात हो गई। वे रोज की तरह अपनी पत्नी संग टहलने निकले थे, तभी बाइक सवार दो युवक तेज रफ्तार में आए और उनके दो मोबाइल छीनकर भाग गए।
झपटमारों की हिम्मत ने पुलिस सिस्टम पर सवाल खड़े कर दिए
जिस एरिया को भोपाल का सबसे ज्यादा सुरक्षित इलाका माना जाता है, वहाँ ऐसी घटना हो जाना आम लोगों में डर और हैरानी का कारण बन गया है। आईजी पद जैसे बड़े अफसर के फोन छिन जाना बताता है कि अपराधी कितने निडर हो गए हैं। घटना के समय सड़क पर चहल-पहल थी, फिर भी बदमाश इतनी फुर्ती से घटना को अंजाम देकर भाग निकले।
घटना का पूरा वीडियो सीसीटीवी में आया सामने
पुलिस को पास की दुकानों और घरों के सीसीटीवी फुटेज मिले हैं, जिसमें दो युवक काले रंग की बाइक पर आते दिखे। एक युवक बाइक चला रहा था और दूसरा पीछे बैठा था। जैसे ही आईजी साहब सड़क किनारे मोबाइल हाथ में लेकर टहल रहे थे, पीछे वाला युवक झपट्टा मारकर दोनों फोन लेकर भाग गया। बाद में पुलिस को घटनास्थल से एक फोन मिल गया, लेकिन दूसरा फोन जिसकी सेन्सिटिव डाटा की आशंका है, अब भी लापता है।
पुलिस की खोजबीन और फोरेंसिक टीम की मदद
घटना के बाद मौके पर पुलिस की कई टीमें पहुंच गईं। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से नमूने इकट्ठा किए। आसपास के इलाकों में बाइक और बदमाशों की तलाश के लिए नाकाबंदी कराई गई। पुलिस ने आसपास के कैमरे, कॉल डिटेल और अपराधी के पुराने रिकार्ड खंगालने शुरू कर दिए हैं। आईजी डॉ. आशीष ने भी पुलिस टीमों को ऐक्शन तेज करने को कहा है।
आम लोग और अफसर भी दहशत में
घटना से आसपास के लोग बेहद डरे हुए हैं। जिन रिहाइशी इलाकों में बड़े-बड़े अधिकारी निवास करते हैं, वहाँ खुलेआम मोबाइल झपटमारी होना सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलता है। शहर की सड़कों पर हर दिन झपटमारी और चेन स्नैचिंग के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन पुलिस की सख्ती के बावजूद आरोपी बार-बार वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
आईजी के फोन में संवेदनशील डाटा से पुलिस की चिंता बढ़ी
जिस मोबाइल में संवेदनशील डाटा होने की आशंका है, उसकी बरामदगी में पुलिस को ज्यादा परेशानी हो रही है। ऐसे पद पर कार्यरत अफसर के फोन में कई जरूरी जानकारियां, ऑपरेशनल डिटेल, अफसरों की सूची और अन्य सुरक्षा से जुड़ी बातें हो सकती हैं, जिनके लीक होने से बड़ा खतरा पैदा हो सकता है।
भोपाल की बढ़ती झपटमारी की घटनाएँ
पिछले कुछ महीनों में भोपाल के अलग-अलग इलाकों में झपटमारी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। खासकर सुबह-शाम टहलने के समय मोबाइल और पर्स छीनने की घटनाएं ज्यादा हो रही हैं। पीड़ित लोग खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं। पुलिस हर थाने में पेट्रोलिंग बढ़ाने का दावा कर रही है, लेकिन अपराधियों को इसका कोई डर नहीं है।
पुलिस की सलाह: सतर्क रहें, मोबाइल हाथ में लेकर सड़कों पर न चलें
पुलिस ने आम लोगों से अनुरोध किया है कि सड़कों पर टहलते या कहीं भी अकेले चलते समय मोबाइल फोन जेब या बैग में ही रखें। बार-बार फोन हाथ में लेने से अपराधी निशाना बनाते हैं। रात या सुबह-सुबह सुनसान रास्तों पर ज्यादा सतर्क रहें और संदिग्ध लोगों को तुरंत पुलिस को सूचित करें।
घटना से सबक और आगे की चुनौती
इस पूरी घटना ने पुलिस प्रशासन को एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था पर विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है। सबसे सुरक्षित समझे जाने वाले