Bihar Accident: पटना जिले के दानापुर दियारा के मानस पंचायत स्थित मानस नया पानापुर गांव में सोमवार देर रात एक बड़ा हादसा हो गया। सोते समय अचानक घर की छत गिरने से एक ही परिवार के पाँच लोगों की मौत हो गई। हादसा इतना तेज और अचानक था कि आसपास के लोगों को संभलने का मौका तक नहीं मिला।
छत गिरते ही मचा हाहाकार, मौके पर दौड़े ग्रामीण
स्थानीय Bihar इलाके में देर रात हुई इस घटना ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया। ग्रामीणों के अनुसार, हादसा उस समय हुआ जब परिवार के सभी सदस्य गहरी नींद में थे। छत गिरने की तेज आवाज ने लोगों को चौंका दिया और वे तुरंत घर की ओर भागे।
सूचना मिलते ही अकीलपुर थाना की टीम पहुँची और ग्रामीणों की मदद से मलबा हटाने का काम शुरू किया। कड़ी मशक्कत के बाद पाँचों शवों को बाहर निकालकर अस्पताल भेजा गया। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी और घर की मरम्मत लंबे समय से नहीं हो पाई थी।
मृतकों की पहचान और परिवार का दर्द गांव में पसरा मातम
मरने वालों में बबलू (36), उनकी पत्नी रोशन खातून (32), बेटी रुखसार (12), बेटा चांद (10) और छोटी बच्ची चांदनी (2) शामिल हैं। गांव इस मौत के बाद शोक में डूबा हुआ है। परिजनों ने बताया कि रोज की तरह सभी खाना खाकर सोए थे। किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि घर की छत ऐसे भरभराकर गिर जाएगी। परिवार के नजदीकी रिश्तेदारों का कहना है कि बबलू को यह घर कुछ साल पहले योजनांतर्गत मिला था, लेकिन आर्थिक तंगी के चलते वह इसकी मरम्मत नहीं करा सके। घटना के बाद प्रशासन ने इलाके की जाँच शुरू कर दी है। दानापुर क्षेत्र में यह दूसरी बड़ी दुर्घटना है, जिसने मकानों की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
स्थानीय लोगों की मांग जाँच और मुआवजे को लेकर बढ़ी उम्मीदें
गांव के लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस हादसे को गंभीरता से लेना चाहिए। कई ग्रामीणों ने बताया कि घर की छत गिरी जैसी घटनाएँ इस क्षेत्र में पहले भी सामने आती रही हैं। लगातार नदी कटाव, कमजोर मिट्टी और पुराने घर इसे और अधिक जोखिमभरा बनाते हैं।
पुलिस ने बताया कि मामले की जाँच जारी है और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। वहीं ग्रामीण चाहते हैं कि परिवार को उचित आर्थिक सहायता दी जाए ताकि उनके अन्य रिश्तेदारों का सहारा बन सके। इस तरह की ट्रैजेडी ने एक बार फिर बिहार में कमजोर मकानों और ग्रामीण सुरक्षा को लेकर गंभीर बहस छेड़ दी है।


