बिहार चुनाव 2025: तेजस्वी यादव की ‘माई-बहिन मान योजना’ बनाम NDA की ‘महिला रोजगार योजना’, जानिए कौन दे रहा है ज़्यादा लाभ
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनज़र राजनीतिक दलों के बीच वादों की झड़ी लग गई है। तेजस्वी यादव की अगुवाई में महागठबंधन (INDIA Bloc) ने अपना चुनावी घोषणा पत्र “बिहार का तेजस्वी प्रण” जारी करते हुए ‘माई-बहिन मान योजना’ (Mai-Behin Maan Yojana) की घोषणा की है। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में NDA सरकार ने पहले ही ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ लागू कर दी है। ये दोनों योजनाएँ महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से लाई गई हैं, लेकिन इनकी प्रकृति और लाभ राशि अलग हैं।
माई-बहिन मान योजना: महागठबंधन का बड़ा वादा
तेजस्वी यादव की माई-बहिन मान योजना के तहत बिहार की महिलाओं को ₹2,500 प्रति माह यानी सालाना ₹30,000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह लाभ 1 दिसंबर 2025 से शुरू होगा और 5 वर्षों तक जारी रहेगा, अगर महागठबंधन सत्ता में आता है।
इस योजना का लक्ष्य महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना और माताओं-बेटियों के लिए “शिक्षा, प्रशिक्षण और आय” सुनिश्चित करना है।
घोषणा पत्र के अनुसार, “BETI और MAI” नाम की दो उप-योजनाएँ भी शुरू की जाएँगी — एक बेटियों के लिए शिक्षा और प्रशिक्षण से जुड़ी होगी, जबकि दूसरी माताओं को भोजन, आवास और आय सुरक्षा प्रदान करेगी।
महिला रोजगार योजना: NDA का जवाब
नीतीश कुमार सरकार ने ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ के तहत हर परिवार की एक महिला को ₹10,000 की प्रारंभिक सहायता राशि देने का वादा किया है। यह राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के ज़रिए सीधे लाभार्थी के खाते में भेजी जा रही है।
छह महीने बाद, अगर महिला किसी व्यवसाय या स्वरोजगार को जारी रखती है, तो उसे ₹2 लाख तक की अतिरिक्त सहायता दी जाएगी।
पात्रता शर्तें:
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उम्र 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
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आवेदक या उसके पति आयकरदाता नहीं होने चाहिए।
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आवेदक या उसके पति सरकारी सेवा में नहीं होने चाहिए।
लाड़ली बहना योजना (मध्य प्रदेश)
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के तहत महिलाओं को ₹1,250 प्रति माह दिए जा रहे हैं। यह योजना महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने और परिवारिक आय में सहयोग बढ़ाने के लिए शुरू की गई थी।
पात्रता:
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राज्य की निवासी होनी चाहिए।
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विवाहित, विधवा या परित्यक्त महिला।
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उम्र 21 से 60 वर्ष के बीच।
लड़की बहिन योजना (महाराष्ट्र)
महाराष्ट्र की मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना के तहत पात्र महिलाओं को ₹1,500 प्रति माह मिलते हैं। इसका लाभ 21 से 65 वर्ष आयु वर्ग की विवाहित, अविवाहित या विधवा महिलाओं को मिलता है।
परिवार की वार्षिक आय ₹2.5 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
कौन सी योजना सबसे ज़्यादा फायदेमंद?
| योजना |
राज्य/गठबंधन |
मासिक सहायता |
मुख्य उद्देश्य |
| माई-बहिन मान योजना |
बिहार (महागठबंधन) |
₹2,500 |
महिलाओं को प्रत्यक्ष आर्थिक सहयोग |
| महिला रोजगार योजना |
बिहार (NDA) |
₹10,000 प्रारंभिक + ₹2 लाख अतिरिक्त |
स्वरोजगार व आत्मनिर्भरता |
| लाड़ली बहना योजना |
मध्य प्रदेश (NDA) |
₹1,250 |
नियमित आय सहयोग |
| लड़की बहिन योजना |
महाराष्ट्र (NDA) |
₹1,500 |
सामाजिक व आर्थिक सुरक्षा |
निष्कर्ष
बिहार चुनाव 2025 में महिलाओं को लुभाने के लिए दोनों ही मोर्चे ने बड़ी घोषणाएँ की हैं।
जहाँ महागठबंधन की माई-बहिन मान योजना हर महिला को मासिक नकद सहायता देने पर केंद्रित है, वहीं NDA की महिला रोजगार योजना आत्मनिर्भरता और स्वरोजगार को बढ़ावा देती है।
चुनाव के परिणाम तय करेंगे कि बिहार की महिलाओं के लिए कौन-सा वादा ज़्यादा असरदार साबित होता है।
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क्या महिला योजनाओं से आर्थिक सशक्तिकरण संभव है?
Sangita Kumari
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