बिहार और बंगाल को पीएम मोदी का तोहफ़ा, भ्रष्टाचारियों को भी सीधा संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार की ऐतिहासिक और आध्यात्मिक नगरी गया जी से एक बार फिर “विकास” और “सुशासन” का बिगुल बजाया। इस मौके पर उन्होंने 13,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की कई परियोजनाओं की सौगात दी और साथ ही विपक्ष पर जमकर निशाना साधा।
“बेल पर घूम रहे लोगों को आराम नहीं मिलने वाला”
मोदी ने साफ कहा कि उनकी सरकार में भ्रष्टाचार पर किसी भी तरह की ढील नहीं होगी। चाहे कोई मुख्यमंत्री हो या फिर मंत्री, अगर कानून का उल्लंघन करेगा तो जेल और कुर्सी दोनों से हाथ धोना पड़ेगा। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि पहले के दौर में नेता जेल से फाइलें साइन करते थे और वहां से ही आदेश निकालते थे, लेकिन अब ऐसा संभव नहीं होगा।
लालटेन राज की याद दिलाई
बातों ही बातों में पीएम ने लालू यादव और आरजेडी पर हमला किया। उन्होंने कहा कि लालटेन राज में न शिक्षा थी, न रोजगार। लोग अंधेरे के डर से शाम होते ही घरों में बंद हो जाते थे। लाखों युवाओं को रोज़गार की तलाश में दूसरे राज्यों का रुख करना पड़ा।
कांग्रेस पर भी उन्होंने तीर छोड़ा और कहा कि उनके एक मुख्यमंत्री ने तो खुले मंच से कह दिया था कि बिहारियों को दूसरे राज्य में नहीं घुसने देंगे। बिहार के लोगों के साथ ऐसा अपमान कोई भूल नहीं सकता।
नीतीश कुमार की तारीफ
मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि शिक्षकों की नियुक्ति पूरी पारदर्शिता के साथ हुई है और युवाओं को नौकरी देने के लिए अभियान चल रहा है। उन्होंने बताया कि विकसित भारत रोजगार योजना के तहत अब निजी नौकरी करने वाले युवाओं को 15,000 रुपये तक की सीधी मदद मिलेगी और कंपनियों को भी लाभ मिलेगा।
विकास की लंबी लिस्ट
अपने दौरे में पीएम मोदी ने कई बड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन किया, इनमें शामिल हैं:
बक्सर की 660 मेगावाट बिजली परियोजना – ₹6,880 करोड़ मुजफ्फरपुर का होमी भाभा कैंसर अस्पताल मुंगेर का STP और सीवरेज नेटवर्क – ₹520 करोड़ ₹1,260 करोड़ की शहरी योजनागया-दिल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस और बौद्ध सर्किट ट्रेन पीएम आवास योजना के तहत 16,260 लाभार्थियों का गृह प्रवेशमोकामा का 8.15 किमी लंबा औंटा-सिमरिया पुल – ₹1,870 करोड़यह पुल उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ते हुए व्यापार और यात्रा दोनों को आसान बनाएगा।
आतंकवाद पर कड़ा संदेश
मोदी ने गया की धरती से याद दिलाया कि एक समय कश्मीर में आतंकियों ने धर्म पूछकर लोगों की हत्या की थी। उस वक्त उन्होंने वादा किया था कि आतंकवाद को जड़ से खत्म करेंगे और उन्होंने कहा—“आज पूरी दुनिया देख रही है कि भारत आतंकियों को पाताल तक ढूंढकर मार सकता है।”
“गया जी” की विशेष पहचान
उन्होंने कहा कि यह भूमि सिर्फ “गया” नहीं बल्कि “गया जी” कहलाने योग्य है और बिहार सरकार का यह निर्णय सराहनीय है। यह वही भूमि है जहाँ भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था।
बंगाल को भी सौगात
बिहार के बाद मोदी पश्चिम बंगाल पहुंचे, जहां उन्होंने कोलकाता मेट्रो की तीन नई परियोजनाओं और 1,200 करोड़ की कोना एक्सप्रेसवे परियोजना का शिलान्यास किया। हालांकि, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी।
क्यों अहम है यह दौरा?
बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। राहुल गांधी की यात्राओं और विपक्ष की सक्रियता के बीच मोदी का यह दौरा खास मायने रखता है। यह सिर्फ विकास की घोषणाओं तक सीमित नहीं रहा, बल्कि भ्रष्टाचार और विपक्ष के खिलाफ सीधा चुनावी संदेश भी साबित हुआ।
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