महंगाई के इस समय में आम लोगों के लिए घर खरीदना किसी सपने से कम नहीं लगता। लेकिन अब तकनीक इतनी आगे बढ़ चुकी है कि यह सपना आपके सामने हकीकत बन सकता है। पहले लोग घर देखने के लिए महीनों तक इधर-उधर भटकते थे, ब्रोकर से लेकर बिल्डर तक के चक्कर लगाते रहते थे। अब यह सब बदलने वाला है। अब आप भी कपड़ों और मोबाइल फोन की तरह ऑनलाइन घर खरीद सकते हैं। सोचिए, एक क्लिक में आप अपने फोन या कंप्यूटर से घर पसंद करेंगे और उसकी पूरी डिटेल आपके सामने आ जाएगी। इतना ही नहीं, कंपनियां अब यह दावा कर रही हैं कि बुकिंग के बाद एक समय तय होगा और घर को उसी पते पर आपको डिलीवर कर दिया जाएगा। यह सुनने में भले ही फिल्मी लगे, लेकिन आने वाले समय में यह हमारी जिंदगी का हिस्सा बनने जा रहा है।
यह बदलाव क्यों जरूरी है? दरअसल, लोग अपने बिजी जीवन में इतना वक्त नहीं निकाल पाते कि हफ्तों घर देखने में बिताएं। ऐसे में यदि तकनीक घर जैसी बड़ी जरूरत को भी आसान बना दे, तो इससे लोगों के जीवन में बहुत फर्क पड़ सकता है। यही वजह है कि अब कई कंपनियां ऑनलाइन ड्रीम होम की डिलिवरी का कॉन्सेप्ट लेकर आ रही हैं।
घर खरीदने का अब तक का सफर
घर खरीदना हमेशा से कठिन काम माना जाता रहा है। पुराने जमाने में लोग जमीन खरीदकर सालों तक मकान बनवाने में लगे रहते थे। धीरे-धीरे फ्लैट और अपार्टमेंट की संस्कृति आई, लेकिन वहां भी हजारों पेच और झंझट रहे। मसलन, रजिस्ट्रेशन, लोन, नक्शा पासिंग, कब्जा, और सबसे बड़ी बात—कीमत। आम आदमी के लिए यह सब प्रक्रियाएं किसी पहाड़ चढ़ने जैसी लगती थीं। फिर आए ऑनलाइन प्रॉपर्टी पोर्टल, जिनसे लोग अपने बजट और एरिया के हिसाब से घर ढूंढ सकते थे। लेकिन इसमें भी अंत तक जाकर व्यक्ति को वहां जाकर घर देखना ही पड़ता था।
आज हालात बदल रहे हैं। कंपनियां चाहती हैं कि व्यक्ति पूरे भरोसे और सुविधा के साथ बिना थके अपना सपनों का घर पा सके। यही वजह है कि ‘ऑनलाइन डिलिवरी’ वाला कॉन्सेप्ट धीरे-धीरे हकीकत बन रहा है। जैसे आप ऑनलाइन कार बुक करते हैं, वैसे ही अब घर की ‘बुकिंग से लेकर डिलिवरी’ तक सब कुछ आपके स्क्रीन पर मैनेज होगा। बड़ी रियल एस्टेट कंपनियां इस दिशा में काम कर रही हैं और इसका असर बाजार पर भी साफ दिखने लगा है।
ऑनलाइन घर खरीदने की प्रक्रिया
किसी भी नई सुविधा को अपनाने से पहले यह जानना जरूरी होता है कि उसकी प्रक्रिया कैसी होगी। ऑनलाइन घर खरीदने के लिए कंपनियां एक डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार करती हैं। आप वहां लॉगिन करके अपनी पसंद का एरिया, बजट और डिजाइन डालेंगे। उसके बाद आपको तमाम विकल्प दिखेंगे। हर घर की लोकेशन, डिजाइन, कीमत और सुविधाएं लिखी होंगी। आप चाहें तो घर का थ्री-डी व्यू और वर्चुअल टूर भी देख सकते हैं। जैसे फिल्मों में लोग स्क्रीन पर आगे बढ़कर कमरों को देखते हैं, वैसे ही आप अपने घर का वर्चुअल दौरा कर पाएंगे।
इसके बाद आती है बुकिंग की बारी। आप पसंद का घर चुनते ही उसे एड टू कार्ट करेंगे और एडवांस पेमेंट करेंगे। पेमेंट के साथ ही आपको कंपनी का कॉन्ट्रैक्ट और डिलीवरी की डिटेल मिलेगी। तय समय पर या तो आपको उस घर की चाबी दी जाएगी या फिर कंपनी तैयार घर सीधे आपको सौंप देगी। यानी घर पाने की प्रक्रिया अब उतनी ही आसान होगी जितनी अभी कपड़े या मोबाइल खरीदने की है। तकनीक इस पूरे काम को इतना सरल बना रही है कि समय और परेशानी दोनों की बचत होगी।
आम आदमी को कितना फायदा
किसी भी नई सुविधा का असली असर आम जनता पर ही दिखता है। ऑनलाइन ड्रीम होम का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि लोगों को अब ब्रोकर या अनगिनत प्रॉपर्टी डीलरों के चक्कर नहीं काटने होंगे। सीधे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से सारी जानकारी आपके पास होगी। इससे न सिर्फ आपका पैसा बचेगा बल्कि समय और झंझट भी कम होंगे। लोगों का हमेशा से यह सपना रहा है कि काश घर लेना भी उतना आसान होता जितना अन्य सामान खरीदना। अब यही सपना सच होने के करीब है।
एक और फायदा यह है कि धोखाधड़ी की संभावना भी कम होगी। जब रिकॉर्ड ऑनलाइन होगा और सारी पेमेंट कंपनी के सुरक्षित प्लेटफॉर्म पर होगी तो पारदर्शिता बनी रहेगी। कई परिवार, जो सालों से अपने घर का इंतजार कर रहे थे, इस सुविधा से सीधे लाभान्वित होंगे। खासकर वे लोग जो मेट्रो शहरों में घर लेना चाहते हैं, उनके लिए यह सुविधा किसी वरदान से कम नहीं होगी। क्योंकि वहां समय निकालना और सैकड़ों विकल्पों के बीच सही घर चुनना बहुत कठिन काम है।
चुनौतियां और आने वाला कल
फायदे जितने बड़े हैं, चुनौतियां भी उतनी ही होंगी। सबसे पहले तो भरोसा। लोग अपने सपनों का घर एक क्लिक पर खरीदने में कितना भरोसा दिखाते हैं, यह समय ही बताएगा। दूसरा मुद्दा है ऑनलाइन फ्रॉड का। अगर कंपनियां पूरी तरह पारदर्शी नहीं हुईं, तो लोगों के साथ धोखा होने का खतरा रहेगा। इसके अलावा भारत जैसे देश में बहुत से लोग अब भी तकनीक से दूरी बनाए रखते हैं। ऐसे में उनके लिए यह सुविधा कितनी उपयोगी होगी, कहना मुश्किल है।
फिर भी, हर बड़ा बदलाव समय लेता है। जैसे लोगों को ऑनलाइन शॉपिंग की आदत डालने में कई साल लगे, वैसे ही ऑनलाइन घर खरीदने का कॉन्सेप्ट भी धीरे-धीरे लोगों की जिंदगी का हिस्सा बन जाएगा। आने वाले कुछ वर्षों में यह सामान्य बात होगी कि लोग अपने घर की डिटेल फोन पर देखेंगे और तय समय पर उसकी डिलीवरी पाएंगे। कंपनियों की चुनौती यही होगी कि वे भरोसा कायम रखें और लोगों को सस्ती और सही कीमत पर विकल्प दें। अगर यह सफल हुआ तो आने वाले वक्त में घर खरीदना अब किसी सपने की तरह नहीं, बल्कि रोजमर्रा की खरीदारी जैसा अनुभव हो जाएगा।