छत्तीसगढ़ में गणेशोत्सव के दौरान बड़ा हादसा सामने आया। एक लापरवाह नशे में धुत चालक ने एसयूवी से गणेश विसर्जन जुलूस को रौंद दिया। इस दुर्घटना में 3 लोगों की मौत हो गई और 22 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए। घटना के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर मौजूद लोग खुद घायलों को अस्पताल ले जाने में जुट गए।
हादसे की पूरी घटना
जानकारी के अनुसार, रविवार देर रात छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में लोग गणेश विसर्जन का जुलूस निकाल रहे थे। इस दौरान डीजे और ढोल-नगाड़े की धुन पर लोग नाच-गाकर उत्सव मना रहे थे। तभी अचानक तेज गति से आ रही एसयूवी लहराते हुए जुलूस में घुस गई। गाड़ी इतनी तेज थी कि लोगों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। कई लोग मौके पर ही गिर पड़े और गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए। स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को नजदीकी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। गंभीर हालत वाले कुछ लोगों को रायपुर के बड़े अस्पतालों में रेफर किया गया। आरोपी ड्राइवर को मौके से हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने बताया कि चालक नशे की हालत में था और उस पर हत्या व हत्या के प्रयास जैसी धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
पीड़ित परिवारों की स्थिति
जिन परिवारों के लोगों की मौत हुई, उनके घरों में मातम पसरा है। मृतकों में दो युवक और एक बुजुर्ग शामिल हैं। परिवारजन सदमे में हैं और किसी को विश्वास नहीं हो रहा कि धार्मिक उत्सव के मौके पर इतनी बड़ी त्रासदी घट जाएगी। घायलों के परिजन भी अस्पतालों के बाहर अपने परिजनों की हालत जानने के लिए परेशान दिखाई दिए।
स्थानीय लोगों का गुस्सा
हादसे के बाद लोगों में गुस्सा देखने को मिला। ग्रामीणों ने सड़क पर जाम लगा दिया और दोषी चालक को कड़ी सजा देने की मांग की। उनका कहना है कि प्रशासन को ऐसे आयोजनों के दौरान पुख्ता सुरक्षा इंतजाम करने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। कुछ लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस मौके पर देर से पहुंची, जिससे घायलों को समय पर मदद नहीं मिल सकी।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
हादसे पर राजनीतिक दलों ने भी संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की और घायलों का मुफ्त इलाज कराने का आश्वासन दिया। विपक्ष ने सवाल उठाया कि आखिर धार्मिक आयोजनों के दौरान पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था क्यों नहीं थी। इससे एक बार फिर प्रदेश में कानून-व्यवस्था का मुद्दा चर्चा में आ गया है।
त्योहार की खुशियों पर मातम
गणेशोत्सव पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा था। लोग उत्साह और आस्था के साथ जुलूस में शामिल होकर भगवान गणेश को विदा कर रहे थे। लेकिन इस हादसे ने त्योहार की खुशियों को मातम में बदल दिया। बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं सब सहमे हुए हैं और इलाके में शोक का माहौल है। खुशियों के बीच आई यह दुखद घटना लंबे समय तक लोगों की यादों में दर्ज रहेगी।