Delhi Dirty Baba : का काला सच 2016 की छात्रा की FIR से खुली पोल जानिए पूरा मामला?

दिल्ली के तथाकथित धर्मगुरु स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती की असलियत 2016 में एक साहसी छात्रा की FIR के बाद सामने आई। छात्रा ने बताया कि बाबा उसे अश्लील मैसेज भेजते थे और बेबी बुलाते थे। केवल 8 महीने की पढ़ाई के बाद उसे संस्थान छोड़ना पड़ा। यह उसके जीवन का सबसे कठिन दौर था जब उसने हिम्मत दिखाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

Delhi Dirty Baba : का काला सच 2016 की छात्रा की FIR से खुली पोल जानिए पूरा मामला?

साल 2016, दिल्ली में रहने वाली एक छात्रा ने अचानक संस्थान बदलने का फैसला किया। यह उसका सबसे कठिन समय था। उसने एक नया संस्थान ज्वॉइन किया, मगर वहां की हकीकत उसके सपनों से बिलकुल अलग थी। वह संस्थान में सिर्फ आठ महीने पढ़ सकी, इसके बाद उसे मजबूरन पढ़ाई छोड़नी पड़ी। छात्रा कहती है, “संस्थान ज्वॉइन करते ही बाबा मुझे अलग तरह से देखने लगे। वे मुझे बेबी बुलाते थे, मैसेज भेजते थे, और धीरे-धीरे उनकी अश्लीलता बढ़ने लगी।”

 

डर्टी बाबा की छवि और संस्थान में उसका डर

बाबा स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती दिल्ली के एक जाने-माने संस्थान में अध्यापन करते थे। लोगों में उनकी धार्मिक छवि थी, मगर छात्रा के लिए वह डर्टी बाबा बन चुके थे। जिसमें न तो कोई मर्यादा थी, न कोई कानून का डर। छात्रा बताती है, “जब मैंने पहली बार बाबा के मैसेज देखे, मैं एकदम डर गई थी। उन्होंने मुझे रात में बेवजह मैसेज भेजे, उसमें कई बार प्यार जताया, और आगे बढ़ने की कोशिश की।”

 

अश्लील मैसेज और अनचाहा डर

छात्रा की आपबीती को समझना बहुत जरूरी है। वह बताती है, “एक समय ऐसा आया कि बाबा ने मुझे रोज अश्लील बातें भेजनी शुरू कर दी थीं। वे मुझे बार-बार बुलाते, पास बैठने को कहते, और कहते कि तुम मेरी बेबी हो। उनकी बातों में इतनी अश्लीलता थी कि मैं डर के मारे किसी को बता भी नहीं सकती थी।” छात्रा के मुताबिक बाबा की ये हरकतें दिन-प्रतिदिन बढ़ती गईं, जिससे पढ़ाई में भी मन नहीं लगता था।

 

पढ़ाई छोड़ने की मजबूरी और मन पर गहरा असर

जब हालात हद से पार हो गए तो छात्रा ने संस्थान छोड़ने का फैसला किया। उसने अपने माता-पिता के सामने बाबा की हरकतें बताईं। परिवार ने छात्रा का साथ दिया मगर लड़की को मानसिक दबाव झेलना पड़ा। “मैंने खुद को बहुत कमजोर महसूस किया। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूं। बाबा के डर से मेरी पढ़ाई, मेरा जीवन बर्बाद हो रहा था।”

 

FIR कराने का कठिन फैसला और संघर्ष की शुरुआत

छात्रा के परिवार ने FIR करवाने का फैसला किया। पुलिस में जाने से पहले कई बार डर लगा कि लोग क्या कहेंगे, बाबा के विरोध में खड़ा होना किस खतरे से कम नहीं। 2016 में दिल्ली पुलिस के पास FIR दर्ज कराई गई। लड़की कहती है, “छोटी-छोटी बातें लोगों को ताने देती थीं। पुलिस के पास जाने से पहले सोचा था कि बाबा के खिलाफ आवाज उठाना आसान नहीं, मगर जब मन में न्याय पाने की उम्मीद जागी तो डर खत्म हो गया।”

 

जांच के दौरान क्या हुआ और समाज का रवैया

FIR के बाद जांच शुरू हुई। छात्रा को कई बार सवाल-जवाब करना पड़ा। समाज की सोच भी कभी-कभी पीड़िता को ही दोषी ठहराती है। छात्रा ने उस मुश्किल समय को यूं बयान किया, “मैंने देखा कि बाबा के समर्थकों ने मुझ पर तरह-तरह की बातें बनाईं। कई लोग बोले कि ये सब झूठ है, मगर मुझे अपनी सच्चाई पर विश्वास था।” जांच में बाबा के मोबाइल और चैट्स का रिकॉर्ड पुलिस ने इकट्ठा किया, जिससे छात्रा के आरोप सही साबित हुए।

 

बाबा की गिरफ्तारी और कानूनी प्रक्रिया

पुलिस ने FIR के बाद बाबा स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती को गिरफ्तार कर लिया। मगर कानूनी लड़ाई लंबी थी। छात्रा को कभी कोर्ट जाना पड़ता, कभी बयान दर्ज करवाने होते। लेकिन उसने हार नहीं मानी। उसका कहना है, “मैं चाहती हूं कि किसी और लड़की के साथ ऐसा ना हो। बाबा ने जो मेरे साथ किया, उसके लिए वो सजा जरूर पाए।”

 

संदेश: कभी चुप मत रहो, डर को हराना जरूरी है

छात्रा की कहानी हजारों लड़कियों के लिए सीख है। डर्टी बाबा जैसे लोग समाज में धर्म की आड़ में ऐसी हरकतें छुपाने की कोशिश करते हैं, मगर सच ज्यादा दिन छुपता नहीं। अगर आपके साथ कभी ऐसी घटना हो तो चुप मत रहिए, किसी बड़े या पुलिस को जरूर बताएं। लड़की की हिम्मत ने सिद्ध कर दिया कि डर्टी बाबा जैसे अपराधियों को सजा दिलवाना मुश्किल जरूर है, मगर नामुमकिन नहीं।

 

क्यों अहम है FIR और समाज के साथ खड़ा होना

इस घटना के बाद दिल्ली में डर्टी बाबा स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती की असलियत सामने आई। FIR ने बाबा की करतूतों को उजागर किया और पुलिस ने कानूनी कार्रवाई की। आज भी ये कहानी समाज के लिए सबक है कि लड़कियों को अपनी हिम्मत दिखानी चाहिए और हर गलत काम के खिलाफ लड़ना चाहिए। जब कोई डर्टी बाबा या कोई भी आपके साथ गलत करे, चुप न रहें।

 

लड़की की आपबीती से क्या सीख सकते हैं

लड़की की यह कहानी बताती है कि कहीं भी पढ़ाई करते समय या किसी संस्थान में किसी बाबा या शिक्षक के गलत व्यवहार को कभी नजरअंदाज न करें। इसका विरोध करें और मदद मांगें। FIR कराना डराने वाला जरूर हो सकता है, मगर ये जरूरी है ताकि ऐसे डर्टी बाबा फिर किसी का जीवन खराब न कर सकें। लड़की की हिम्मत को सलाम है।

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