दिल्ली सरकार की लाडली योजना बेटियों के हक और शिक्षा के लिए बहुत अहम योजना है। दिल्ली की सरकार ने साल 2008 में यह योजना शुरू की थी, जिससे बच्चियों को पढ़ाई के साथ-साथ आर्थिक रूप से भी मजबूती मिल सके। इस योजना का सबसे बड़ा मकसद है कि लड़कियों के जन्म और उनकी पढ़ाई को बढ़ावा देना, ताकि कोई भी बेटी पैसों की कमी के कारण स्कूल छोड़ने को मजबूर ना हो।
1 अक्टूबर से नए लाभार्थियों को मिलेगा सीधे भुगतान
हर साल बड़ी संख्या में बेटियां लाडली योजना में रजिस्टर होती हैं। इस बार अच्छी खबर यह है कि, 1 अक्टूबर 2025 से करीब 40 हजार बेटियों के बैंक खाते में सीधा पैसा भेजा जाएगा। इससे पहले कई लाभार्थियों के खाते में तकनीकी कारणों से भुगतान अटका हुआ था, लेकिन अब दिल्ली सरकार ने साफ कर दिया है कि सभी पात्र बच्चियों को सीधे उनके बैंक खाते में रकम दी जाएगी।
कौन-कौन सी बेटियां ले सकती हैं लाडली योजना का लाभ
Delhi Ladli Yojana का फायदा ऐसी सभी बेटियों को दिया जाता है, जिनका परिवार दिल्ली में रहता है और परिवार की सालाना आमदनी एक निर्धारित सीमा से कम है। बच्ची का दिल्ली में जन्म होना चाहिए और उसका नाम कहीं भी स्कूल या मान्यता प्राप्त संस्था में दर्ज होना जरूरी है। साथ ही, बेटी के माता-पिता भारत के नागरिक होने चाहिए तथा उसके नाम पर आधार कार्ड होना जरूरी है।
कहां मिलेगा पैसा और किस तरह से होगा भुगतान
लाडली योजना के तहत मिलने वाला पैसा सीधे बेटियों के बैंक खाते में ट्रांसफर किया जाता है। इसके लिए किसी एजेंट या बिचौलिए की जरूरत नहीं है। सरकार नर्सरी से लेकर बारहवीं कक्षा तक बच्चियों की पढ़ाई में आगे बढ़ने पर उनकी पढ़ाई के अलग-अलग पड़ाव पर निर्धारित राशि देती है। जब बच्ची बारहवीं पास कर लेती है, तब पूरा पैसा एकमुश्त खाते में मिल जाता है।
लाडली योजना के जरिए बेटियों को कैसे संबल मिलता है
दिल्ली सरकार की यह योजना सिर्फ पैसों की ही नहीं बल्कि सशक्तिकरण और शिक्षा के लिए भी बेहद जरूरी है। दिल्ली की कई बड़ी सरकारी रिपोर्ट भी यह कहती हैं कि लाडली योजना के कारण स्कूल छोड़ने वाली बच्चियों की संख्या में लगातार कमी आई है। वहीं समाज में बेटियों के जन्म को लेकर जो झिझक या संकोच होता था, उसमें भी बहुत बदलाव आया है। अब अभिभावक अपनी बेटियों को पढ़ाने और आगे बढ़ाने को लेकर जागरूक हुए हैं।
लाडली योजना के भुगतान में देरी और सरकार की तैयारी
कुछ समय से कई लाभार्थी परेशान थे कि उनके पैसों का भुगतान नहीं हो रहा। कई मामलों में तकनीकी त्रुटियों और दस्तावेजों की जाँच लटकने के कारण काफी बच्चियों को सही समय पर पैसा नहीं मिला। अब सरकार ने साफ कर दिया है कि 1 अक्टूबर से अधिकांश फंसे हुए मामलों का निपटारा कर पैसों का भुगतान किया जाएगा। इसके बाद किसी भी eligible बच्ची को समय पर योजना का लाभ मिलेगा।
आवेदन की प्रक्रिया, दस्तावेज और मदद के लिए कहां संपर्क करें
अगर कोई अभिभावक या बेटी योजना के लिए आवेदन करना चाहती है तो उसे अपने स्कूल या इलाके के महिला एवं बाल विकास विभाग में संपर्क करना चाहिए। आवेदन के लिए बच्ची का जन्म प्रमाण पत्र, स्कूल में दाखिले की रसीद, माता-पिता का आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र और पासबुक जैसी जरूरी चीजें लेकर जाना होगा। किसी भी जानकारी या शिकायत के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की वेबसाइट या हेल्पलाइन नंबर की मदद भी ली जा सकती है।
बेटियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए सरकार का खास कदम
दिल्ली में Delhi Ladli Yojana का प्रभाव सीधा समाज पर दिख रहा है। हजारों परिवार अब बेटियों की पढ़ाई और शादी की चिंता से राहत महसूस कर रहे हैं। ये पैसा बच्चियों की पढ़ाई छोड़ने की मजबूरी को कम करता है और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए रास्ता देता है। आने वाले समय में उम्मीद है कि इस योजना से दिल्ली की हर बेटी अपने सपनों को खुलकर जी सकेगी।
समापन: यह योजना बदल रही है बेटियों की जिंदगी
अगर आपके परिवार में कोई बेटी है और वह दिल्ली में जन्मी है तो आज ही Delhi Ladli Yojana के लिए जानकारी लें। यह योजना न सिर्फ उनकी पढ़ाई बल्कि आत्मसम्मान और आगे की जरूरी जिम्मेदारियों में भी मददगार है। दिल्ली सरकार का यह कदम राज्य की लाखों बेटियों की जिंदगी बदलने में अहम भूमिका निभा रहा है।