Delhi massacre : स्वाति ने इश्क के लिए रची खौफनाक साजिश, प्रेमी संग मिलकर पूरे परिवार को मारने का बनाया प्लान

दिल्ली में हुए इस सनसनीखेज हत्याकांड ने सबको दहला दिया है। स्वाति ने अपने प्रेमी मनोज के साथ मिलकर न सिर्फ बेगुनाह पेंटर योगेश की हत्या कराई, बल्कि पूरे परिवार को मारने की तैयारी भी कर ली थी। इश्क की आड़ में उसने ऐसी खौफनाक साजिश रची कि सुनने वालों के होश उड़ गए। यह मामला रिश्तों, धोखे और खून की एक ऐसी कहानी है जिसने दिल्ली को झकझोर कर रख दिया है।

Delhi massacre : स्वाति ने इश्क के लिए रची खौफनाक साजिश, प्रेमी संग मिलकर पूरे परिवार को मारने का बनाया प्लान

खबर का सार AI ने दिया · GC Shorts ने रिव्यु किया

    दिल्ली के एक साधारण से दिखने वाले इलाके में हुई एक पेंटर की हत्या ने जब तूल पकड़ा, तो परत दर परत ऐसी सच्चाई सामने आई जिसे सुनकर पुलिस के भी होश उड़ गए। यह कहानी सिर्फ एक कत्ल की नहीं, बल्कि इश्क, धोखे और एक ऐसी खौफनाक साजिश की है जिसमें एक बेटी ही अपने पूरे परिवार की दुश्मन बन बैठी थी। इस मामले की मुख्य आरोपी स्वाति ने अपने प्रेमी मनोज के साथ मिलकर न सिर्फ एक बेगुनाह को मौत के घाट उतारा, बल्कि अपने ही मां-बाप और भाई को खत्म करने का पूरा प्लान तैयार कर लिया था। यह एक ऐसी कहानी है जो रिश्तों पर से विश्वास उठाने पर मजबूर कर देती है।

     

    एक बेगुनाह पेंटर की दर्दनाक हत्या

    कहानी की शुरुआत होती है एक पेंटर योगेश की हत्या से। योगेश एक सीधा-साधा इंसान था जो मेहनत-मजदूरी करके अपना घर चलाता था। एक दिन अचानक उसकी लाश मिलती है और पुलिस जांच में जुट जाती है। शुरुआती जांच में मामला आपसी रंजिश का लगता है, लेकिन जैसे-जैसे पुलिस की जांच आगे बढ़ती है, शक की सुई स्वाति के परिवार की तरफ घूमने लगती है। पुलिस को गुमराह करने के लिए स्वाति ने ऐसी कहानी गढ़ी कि पुलिस ने शुरुआती जांच में उसके पिता और भाई को ही आरोपी मान लिया। लेकिन यह तो उस बड़ी साजिश का एक छोटा सा हिस्सा था जिसे स्वाति ने बड़ी ही चालाकी से बुना था।

     

    प्यार की आड़ में रची गई खौफनाक साजिश, स्वाति और मनोज के रिश्ते ने कैसे ली एक बेगुनाह की जान

    पुलिस की गहरी जांच में स्वाति और मनोज के प्रेम संबंध का खुलासा हुआ। स्वाति और मनोज एक दूसरे से प्यार करते थे और शादी करना चाहते थे, लेकिन स्वाति का परिवार इस रिश्ते के सख्त खिलाफ था। परिवार की यही नामंजूरी स्वाति की नफरत की वजह बन गई। उसे लगने लगा कि उसका परिवार ही उसकी खुशियों का सबसे बड़ा दुश्मन है। यहीं से उसने अपने प्रेमी मनोज के साथ मिलकर उस खौफनाक साजिश को अंजाम देने का फैसला किया। उन्होंने सबसे पहले रास्ते का एक कांटा हटाने का फैसला किया, और दुर्भाग्य से वो कांटा बेगुनाह पेंटर योगेश बना। असल में स्वाति अपने परिवार को हत्या के झूठे केस में फंसाना चाहती थी, ताकि वे जेल चले जाएं और उसका रास्ता साफ हो जाए।

     

    पूरे परिवार को खत्म करने का था प्लान

    योगेश की हत्या तो सिर्फ एक मोहरा थी। स्वाति का असली मकसद तो अपने पूरे परिवार को खत्म करना था। पुलिस पूछताछ में जब स्वाति ने इस बात का खुलासा किया, तो सुनने वालों के पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने बताया कि अगर उसके पिता और भाई योगेश की हत्या के आरोप में जेल नहीं जाते, तो उसका अगला कदम पूरे परिवार को खत्म करना होता। वह एक-एक करके अपने परिवार के सदस्यों को मौत के घाट उतार देना चाहती थी, ताकि वह मनोज के साथ बिना किसी रोक-टोक के अपनी जिंदगी जी सके और शायद परिवार की संपत्ति पर भी कब्जा कर सके।

     

    कैसे बुना गया था साजिश का जाल

    स्वाति और मनोज ने यह पूरी साजिश बहुत ही शातिर तरीके से रची थी। उन्होंने पहले योगेश को भरोसे में लिया और फिर मौका देखकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद, उन्होंने सबूतों को इस तरह से मिटाया कि सारा शक स्वाति के पिता और भाई पर चला जाए। उनका प्लान लगभग कामयाब हो ही गया था, और पुलिस ने स्वाति के भाई और पिता को हिरासत में भी ले लिया था। स्वाति इस बात से खुश थी कि उसका पहला प्लान कामयाब रहा। वह बस इंतजार कर रही थी कि कब वे दोनों जेल जाएं और वह अपनी अगली चाल चले। लेकिन कहते हैं न कि कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं।

     

    पुलिस की जांच ने खोला हर राज

    एक तरफ जहां स्वाति अपने प्लान के कामयाब होने का जश्न मनाने की तैयारी में थी, वहीं दूसरी तरफ पुलिस को कुछ कड़ियां जुड़ती हुई नहीं दिख रही थीं। एक अनुभवी जांच अधिकारी को स्वाति के हाव-भाव और उसके बयानों में विरोधाभास नजर आया। पुलिस ने जब सख्ती से और अलग-अलग एंगल से जांच शुरू की, तो मनोज का नाम सामने आया। पुलिस ने मनोज को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह ज्यादा देर टिक नहीं सका और उसने पूरी सच्चाई उगल दी। उसने बताया कि कैसे स्वाति ने उसे अपने प्यार में फंसाया और फिर इस खौफनाक साजिश में शामिल कर लिया। मनोज के कबूलनामे के बाद स्वाति को भी गिरफ्तार कर लिया गया और इस पूरी दिल दहला देने वाली कहानी का पर्दाफाश हो गया।

     

    रिश्तों का कातिल कौन?

    यह घटना समाज के लिए एक बड़ा सबक है। यह दिखाती है कि कैसे प्यार और जुनून में अंधा होकर इंसानियत की सारी हदें पार की जा सकती हैं। एक बेटी, जिसे परिवार का मान होना चाहिए, वही जब अपने खून के रिश्तों की दुश्मन बन जाए तो इससे ज्यादा डरावना और क्या हो सकता है? फिलहाल, स्वाति और मनोज पुलिस की गिरफ्त में हैं और अपने किए की सजा का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन यह मामला पीछे कई सवाल छोड़ गया है, जिनका जवाब शायद कभी नहीं मिल पाएगा।

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