Dhar district : में बस स्टैंड से दिनदहाड़े छात्रा का अपहरण, ग्रामीणों की बहादुरी से बची जान

मध्यप्रदेश के धार जिले से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई, जहां 12वीं कक्षा की छात्रा का बस स्टैंड से दिनदहाड़े अपहरण कर लिया गया। लेकिन गांव वालों की हिम्मत और समय पर की गई कार्रवाई ने बड़ी अनहोनी को टाल दिया। अपहरणकर्ता छात्रा को 20 किलोमीटर दूर छोड़कर भाग निकले। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि जब समाज एकजुट हो, तो किसी भी अपराधी की चाल सफल नहीं हो सकती।

Dhar district : में बस स्टैंड से दिनदहाड़े छात्रा का अपहरण, ग्रामीणों की बहादुरी से बची जान

मध्यप्रदेश के धार जिले से एक चौंका देने वाली घटना सामने आई है। 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा का अपहरण बस स्टैंड से सरेआम कर लिया गया। यह मामला दिन के वक्त का है, जब बस स्टैंड पर लोगों की आवाजाही थी। छात्रा रोज़ की तरह स्कूल जाने के लिए बस स्टैंड पर खड़ी थी, तभी एक वाहन अचानक वहां रुका और उसमें बैठे अज्ञात लोगों ने झपट्टा मारकर छात्रा को गाड़ी में बैठा लिया। सब कुछ कुछ ही मिनटों में हो गया, जिससे देखने वाले भी दंग रह गये।

 

अपहरणकर्ताओं की चालाकी और डर का माहौल

जिस जगह यह अपहरण हुआ, वह धार का एक व्यस्त इलाका है। अपहरणकर्ता इतनी तेजी से आए कि किसी को संभलने या प्रतिक्रिया देने का समय ही नहीं मिला। वहां खड़े बाकी छात्र और कुछ दुकानदार पहले तो घबरा गए, लेकिन जैसे ही उन्हें मामला समझ में आया, तुरंत शोर मचाने लगे। छात्रों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग भी इकट्ठा हो गये। दरअसल, पहले तो अपहरणकर्ता गांव में दहशत फैलाना चाहते थे, ताकि कोई उनका पीछा न कर सके।

 

गांव वालों की बहादुरी ने बदला घटनाक्रम

शोर सुनते ही गांव के कई नौजवान और अन्य ग्रामीण बिना डरे अपहरणकर्ताओं के वाहन के पीछे दौड़ पड़े। उन्होंने मोटर साइकिल से पीछा किया और नजदीकी पुलिस को भी फोन पर सूचना दी। ग्रामीणों का साहस देखकर अपहरणकर्ता घबरा गये, क्योंकि उन्होंने नहीं सोचा था कि उनका इतना आसानी से पीछा किया जाएगा। इसी बीच पुलिस और ग्रामीणों की एक छोटी टोली उन पर तेजी से दबाव बना रही थी।

 

बीस किलोमीटर दूर छात्रा को छोड़ भागे अपहरणकर्ता

अपहरणकर्ता जब समझ गये कि मामला बिगड़ सकता है तो उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए छात्रा को लगभग 20 किलोमीटर दूर किसी सुनसान जगह पर छोड़ दिया। वे खुद भाग निकले ताकि पकड़े न जा सकें। छात्रा डरी-सहमी हालत में थी, लेकिन ग्रामीणों और पुलिस की मदद से सुरक्षित घर लौट आई। छात्रा ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने उसका नाम और घर का पता पूछा था, साथ ही किसी को कुछ बताने पर धमकी भी दी।

Dhar district : में बस स्टैंड से दिनदहाड़े छात्रा का अपहरण, ग्रामीणों की बहादुरी से बची जान
फाइल फोटो : वारदात की कुछ फोटो भी सामने आयी है

पुलिस की तत्परता और ग्रामीणों की एकता से टली बड़ी अनहोनी

जैसे ही छात्रा के अपहरण की खबर फैली, धार पुलिस हरकत में आई। आसपास के चौकियों को तुरंत अलर्ट भेजा गया, वहीं ग्रामीण भी पुलिस की मदद को आगे आए। इस टीम वर्क का नतीजा रहा कि हादसा टल गया और छात्रा सही-सलामत मिल गई। पुलिस ने घटना स्थल से लेकर आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले और कुछ संदिग्ध वाहनों की जानकारी जुटाई।

 

समाज में जागरूकता और बच्चों की सुरक्षा पर सवाल

यह घटना जिले के हर परिवार को सतर्क कर गई है। अब कई अभिभावक अपने बच्चों को अकेले भेजने से डर रहे हैं। बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए गांव के छोरों पर निगरानी बढ़ा दी गई है, साथ ही स्कूल प्रशासन ने भी सुरक्षा गार्ड को और सतर्क किया है। यह घटना बताती है कि जरुरत है बच्चों में सतर्कता और आत्मसुरक्षा का भाव विकसित करने की।

 

एसपी ने दिए दोषियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश

धार जिले के पुलिस अधीक्षक ने घटना के बाद स्पष्ट किया कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस की कई टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की उम्मीद जताई जा रही है। छात्रा के बयान के आधार पर अपहरणकर्ताओं का स्केच भी तैयार करवाया गया है।

 

अफवाहों से बचें, समुदाय में बनाए रखें विश्वास

पुलिस प्रशासन व ग्रामीण नेताओं ने आम जनता से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। घटना के बाद गांव वालों ने भी फैसला लिया कि वे एक मजबूत समाज के लिए एक-दूसरे की मदद करेंगे और बच्चों की सुरक्षा में कोई चूक नहीं करेंगे।

क्या Dhar district : में बस स्टैंड से दिनदहाड़े छात्रा

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