बरेली के मॉडल टाउन इलाके में तड़के तीन बजे अचानक गोलियों की आवाज गूंजी और पूरे मोहल्ले की नींद एक झटके में उड़ गई। घरों की खिड़कियाँ खुलीं, लोग बाहर भागे और देखते-देखते पुलिस की सायरन पूरे रास्ते में गूंजने लगी। जिस मकान को निशाना बनाया गया, वह मशहूर फिल्म अभिनेत्री दिशा पाटनी का पैतृक घर है। बदमाशों ने मुख्य गेट और पार्किंग में खड़ी कार पर लगातार तीन राउंड फायर किए, जिनके निशान दीवार और शीशों पर साफ दिख रहे थे। होटलों और दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरों में सिर्फ दो मोटरसाइकिल और नकाबपोश हमलावर दिखे हैं। कुछ ही सेकंड की इस वारदात ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया। मोहल्ले के बुज़ुर्ग बताते हैं कि इस इलाके में कभी ऐसी घटना नहीं हुई थी, इसीलिए लोग घंटों बाद तक घरों से बाहर नहीं निकले।
हमने किसी का क्या बिगाड़ा है पिता जगदीश की रुंधी हुई आवाज
घटना के समय दिशा के पिता जगदीश सिंह घर के भीतर थे। वे सेना से रिटायर्ड हैं और अनुशासन में यकीन रखने वाले शख़्स माने जाते हैं। फायरिंग के बाद वे सीधे बाहर निकले, गोलियों के खोखे उठाए और पुलिस को सौंप दिए। पत्रकारों से उन्होंने कहा, “हम साधारण लोग हैं, किसी से दुश्मनी नहीं। अगर कोई धमकी देना चाहता था तो सामने आकर बात करता, इस तरह की गोलीबारी कायरता है।”
उनकी पत्नी स्मिता देवी की आँखों में डर साफ दिख रहा था, पर वे हर सवाल का धैर्य से जवाब दे रही थीं। उन्होंने कहा कि दिशा मुंबई में शूटिंग कर रही हैं और फोन पर लगातार हालचाल ले रही हैं। पहली बार उन्होंने बेटी से कहा कि शूटिंग छोड़ कर घर न आए, बल्कि अपना काम जारी रखे; परिवार घटना से डर कर पीछे नहीं हटेगा।
पुलिस की शुरुआती जाँच गोलियों के खोखे और सीसीटीवी फुटेज बने अहम सुराग
एसएसपी राजीव मल्होत्रा ने मौके पर पहुंच कर फॉरेंसिक टीम को बुलाया। जांच में 9 मिलीमीटर की तीन गोलियां बरामद हुईं। पुलिस का मानना है कि हमलावरों ने घर की रेकी पहले से की थी, क्योंकि वही दीवार चुनी गई जहां कैमरे की सीधी नज़र ना पड़े। दो अलग-अलग टीमों को नंबररहित मोटरसाइकिल खोजने का काम सौंपा गया है, जबकि साइबर सेल सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की धमकी या पोस्ट पर निगाह रखे हुए है।
एसएसपी का कहना है कि आसपास के जिलों के टोल प्लाज़ा से निकाले गए वीडियो फुटेज की मदद से मोटरसाइकिल की दिशा और टाइमिंग पता लगाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस 48 घंटे में पहली गिरफ्तारी का दावा कर रही है, हालांकि अभी तक हमलावरों की मंशा साफ नहीं हो सकी है।
फिल्म इंडस्ट्री से उमड़ा समर्थन, सोशल मीडिया पर JusticeForDisha ट्रेंड
मामला सामने आते ही फिल्म जगत के कई नामी कलाकारों ने ट्वीट और इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए परिवार के लिए समर्थन जताया। अभिनेता टाइगर श्रॉफ ने लिखा, “दिशा और उनके परिवार के साथ मेरी पूरी संवेदना, दोषियों को सख़्त सज़ा मिले।” सुपरस्टार सलमान खान ने भी मैसेज भेजा, “परिवार मजबूत रहे, यूपी पुलिस पर भरोसा रखें, जल्द सच सामने आएगा।”
कुछ ही घंटों में JusticeForDisha हैशटैग टॉप-ट्रेंड बन गया। प्रशंसकों ने पुराने इंटरव्यू और तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा कि दिशा सामान्य पृष्ठभूमि से आती हैं और मेहनत से यहां तक पहुँची हैं, इसलिए इस तरह की घटना को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।
बरेली से मुंबई तक उठे सुरक्षा के सवाल, सितारों की निजी सुरक्षा व्यवस्था पर बहस
इस वारदात ने एक बार फिर बॉलीवुड सितारों की सुरक्षा पर चर्चा तेज कर दी है। मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त अजय जाधव का कहना है कि शूटिंग और इवेंट्स के दौरान तो कलाकारों की सुरक्षा मजबूत रहती है, लेकिन उनके पैतृक घर अक्सर सामान्य निगरानी में रहते हैं। ऐसी घटनाएँ बताती हैं कि अब वक्त आ गया है जब राज्यों की पुलिस आपसी तालमेल से काम करे और कलाकारों के परिवारों के लिए विशेष हेल्पलाइन बनाई जाए।
बरेली के आईजी ने बताया कि वे महाराष्ट्र पुलिस से तकनीकी मदद लेने को तैयार हैं। उन्होंने यह भी जोड़ दिया कि फायरिंग जैसी घटनाएँ फिल्मी दुनिया को ही नहीं, स्थानीय लोगों को भी निशाना बनाती हैं, इसलिए इसे महज़ ‘सेलेब्रिटी केस’ की तरह नहीं देखा जाएगा।
पड़ोसियों की आपबीती बच्चे डर के मारे सो नहीं पाए
घर से कुछ कदम दूर रहने वाली सुमन तिवारी ने बताया, “हमारा पांच साल का बेटा रोने लगा, वह समझ नहीं पाया कि क्या हो रहा है। गोलियों के बाद जब पुलिस आई तो सायरन और तेज हो गए, रात भर हम सो नहीं सके।” पास के किराना दुकानदार रमेश लाल का कहना है कि इलाके में पहले कभी झगड़ा तक नहीं हुआ, इसलिए लोग अब भी हैरान हैं कि फायरिंग जैसी संगीन घटना हुई तो क्यों हुई।
मोहल्ले के कुछ युवाओं ने घटना के विरोध में आज शाम कैंडल मार्च निकालने का फैसला किया है। वे चाहते हैं कि पुलिस जल्द अपराधियों को पकड़े ताकि इलाके की खोई हुई शांति लौट सके।
सख़्त संदेश की ज़रूरत, वरना बढ़ेगा मनोबल
समाजशास्त्री डॉ. भावना मिश्र मानती हैं कि सेलेब्रिटीज को निशाना बनाने की कोशिश अपराधियों के लिए त्वरित सुर्खियाँ हासिल करने का आसान रास्ता बन गई है। अगर समय रहते कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो यह चलन और बढ़ सकता है। वे कहती हैं कि सख़्त सज़ा और तेज़ अदालती प्रक्रिया ही ऐसी वारदातों को रोक सकती है।
उत्तर प्रदेश के गृह विभाग ने भी बयान जारी कर कहा है कि केस को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में भेजने पर विचार हो रहा है। विभाग ने पुलिस से सात दिन के भीतर प्रारंभिक रिपोर्ट मांगी है। वहीं, दिशा के पिता जगदीश का साफ कहना है, “जिसने भी यह हरकत की है, उसे जल्द पहचान कर सज़ा मिले। हमारा परिवार कानून पर भरोसा करता है और इसी भरोसे से हम डटे हुए हैं।”
अब निगाहें पुलिस की अगली कार्रवाई और अदालत के फैसले पर होंगी। बरेली के लोग उम्मीद कर रहे हैं कि उनके शांत शहर की छवि पर जो दाग लगा है, वह जल्द धुल जाएगा और ऐसा दुस्साहस फिर कोई नहीं करेगा।