दुबई एयर शो में तेजस फाइटर जेट हादसा पायलट की मौत से मचा हड़कंप

दुबई एयरशो में तेजस फाइटर जेट अचानक गिरा और आग की लपटों में बदल गया इस हादसे में पायलट की जान चली गई माहौल एक पल में पूरी तरह सन्नाटा सा हो गया

दुबई एयर शो में तेजस फाइटर जेट हादसा पायलट की मौत से मचा हड़कंप

सुबह की चाय हाथ में थी और फोन पर वीडियो घूम रहा था तेजस नीचे गिरता दिखा और एक पल को सब रुक सा गया ऐसे पलों में ना औपचारिकता चलती है ना ठंडा दिमाग बस एक फटता सा एहसास कि हाँ ये बहुत बुरा हुआ


सीधी बात तेजस को लेकर हमेशा दो तरह की आवाजें सुनी हैं

कई लोग कहते हैं तेजस मजबूत है कई कहते हैं अभी और सुधरना चाहिए मैंने खुद कई बार एयरफोर्स इंजीनियरों से छोटे छोटे अनुभव सुने हैं एक ने मजाक में बोला था सीधे बोला उसने तेजस गुस्सा नहीं करता पर कभी कभी रूठ जाता है आज वो लाइन थोड़ी चुभ गईदुबई एयर शो जैसी जगह पर जहां दुनिया अपना दम दिखाती है वहाँ ऐसी घटना हो जाना खास कर जब पायलट की जान चली जाए ये बात सीने में बैठ जाती है


मुझे एक पुराना किस्सा याद आया थोड़ा कड़वा थोड़ा सच

करीब पाँच साल पहले एक कार कंपनी के टेक मीट में गया था एक इंजीनियर ने मुझे साइड में ले जाकर कहा भाई सॉफ्टवेयर कभी कभी अपनी मनमानी करता है वो छोटी सी लाइन आज यहाँ फिर गूंज गई जैसे तेजस के सिस्टम में कहीं कुछ अपने हिसाब से चल गया हो कहना आसान है समझना मुश्किल

 
और हाँ एक बात और भरोसा टूटता है धीरे से

हमारे यहाँ रक्षा प्रोजेक्ट हों या ऑटोमोबाइल कंपनियाँ खूब बड़े दावे करती हैं पर मेरे अनुभव में असली भरोसा तब बनता है जब मशीन हर मौसम हर हालत में एक जैसी चले तेजस की मिसाल थोड़ी उलझी हुई रही है कभी तारीफ़ कभी डर कभी गर्व कभी सवाल और आज का दिन इन सवालों को और बड़ा कर देता है


ब्रांड ट्रस्ट सिर्फ शो से नहीं बनता

दुबई एयर शो जैसा मंच चमक दिखाता है पर असली खेल अंदर की मजबूती है जैसे कोई नई कार लॉन्च हो कंपनी बोले 500 किलोमीटर चलेगी और फिर असल दुनिया में 350 भी नहीं जाती ये जो अंतर है ये ही भरोसे को तोड़ता बनाता दोनों करता है तेजस पर भी यही चर्चा कई सालों से चलती आई है


जज़्बाती हिस्सा अलग ही होता है

एक पायलट एक भारतीय विमान और एक अंतरराष्ट्रीय मंच ये तीनों मिलकर जिस तरह की भावना पैदा करते हैं उसे शब्दों में बिल्कुल नहीं बाँधा जा सकता मेरे जैसे लोग जो मशीनों से मोहब्बत भी रखते हैं और संदेह भी उनके लिए ये घटना सिर्फ दुर्घटना नहीं रहती थोड़ी निजी बन जाती है


अब आगे क्या इसका जवाब बड़े लोग ढूँढेंगे

हम लोग बस इतना कर सकते हैं कि ईमानदारी से बात कहें तेजस को और काम चाहिए और सख्त जाँच भी और भविष्य इतना मजबूत बने कि ऐसा दिन फिर ना आए ये चाहत दिल से आती है किसी रिपोर्ट की लाइन से नहीं अंत में बस यही कहूँगा दर्द तो हुआ गुस्सा भी और थोड़ी शर्मिंदगी भी क्योंकि ये दुनिया हमें देख रही थी पर उम्मीद अभी भी बची है क्योंकि मशीनें सुधरती हैं और इंसान उनसे भी ज्यादा अगर चाहें तो मैं इसके