भारतीय क्रिकेट टीम के वरिष्ठ बल्लेबाज और मशहूर खिलाड़ी शिखर धवन का नाम इस बार क्रिकेट के मैदान से नहीं बल्कि जांच एजेंसी की कार्रवाई के चलते सुर्खियों में आया है। प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने उन्हें तलब किया है। यह नोटिस उन्हें एक अवैध बेटिंग एप मामले से जुड़ी जांच के सिलसिले में भेजा गया है। इस खबर ने क्रिकेट जगत और शिखर धवन के प्रशंसकों को चौंका दिया है, क्योंकि अब तक वे अपने क्रिकेटिंग करियर और निडर बल्लेबाजी के कारण ही सुर्खियों में रहे हैं।
गैरकानूनी बेटिंग एप मामले में छानबीन और शिखर धवन का नाम
ED कई महीनों से एक अवैध ऑनलाइन बेटिंग एप की जांच कर रही है। इस एप के जरिए करोड़ों रुपये का लेन-देन होने का मामला सामने आया है। एजेंसी का मानना है कि इस नेटवर्क से जुड़े कई बड़े चेहरे और खिलाड़ी भी इसकी परिधि में हो सकते हैं। शिखर धवन का नाम सामने आने के बाद उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है। अभी तक साफ नहीं है कि धवन का इस एप से सीधा संबंध है या सिर्फ एक जांच प्रक्रिया के तहत उनका बयान दर्ज किया जाना है।
शिखर धवन को किसलिए ईडी ने किया तलब और क्या सवाल हो सकते हैं
ईडी के सूत्रों के अनुसार, धवन को इसलिए बुलाया गया है ताकि उनसे इस नेटवर्क से उनके कथित कनेक्शन के बारे में पूछताछ की जा सके। एजेंसी यह जानना चाहती है कि क्या धवन ने इस एप को प्रमोट किया या किसी तरह इस एप से वित्तीय लाभ लिया है। यह भी जांच का हिस्सा है कि क्या धवन का नाम बिना जानकारी के इस्तेमाल किया गया या फिर उन्होंने ही इसकी सहमति दी थी।
क्रिकेटर शिखर धवन के वकील और परिवार की शुरुआती प्रतिक्रिया
मामले के सार्वजनिक होने के बाद धवन के करीबियों और उनके वकील की ओर से कहा गया है कि खिलाड़ी का इस प्रकार की गतिविधियों से कोई लेना-देना नहीं है। वकील ने मीडिया से बातचीत में साफ किया कि नोटिस मिलने का मतलब दोषी होना नहीं है। धवन कानूनी प्रक्रिया में पूरा सहयोग करेंगे और सच्चाई सामने लाने के लिए ईडी के सवालों के सही जवाब देंगे।
क्रिकेट जगत में इस पूछताछ की खबर से बना सन्नाटा
भारतीय क्रिकेट जगत में जब भी किसी खिलाड़ी का नाम विवादों में आता है तो यह पूरी बिरादरी के लिए चिंता का बड़ा कारण बन जाता है। इस मामले ने भी खिलाड़ियों और फैंस के बीच सवाल खड़े किए हैं। आईसीसी और बीसीसीआई बार-बार साफ करते रहे हैं कि खिलाड़ियों को किसी अवैध बेटिंग या फिक्सिंग से दूर रहना चाहिए। ऐसे में धवन जैसे अनुभवी खिलाड़ी का नाम सामने आना निश्चित रूप से खेल की प्रतिष्ठा पर असर डालता है।
गैरकानूनी बेटिंग एप क्या होता है और इसमें कैसे होता है पैसा
ऑनलाइन बेटिंग एप वे एप्लिकेशन होते हैं जिनमें लोग क्रिकेट सहित अलग-अलग खेलों पर सट्टा लगाते हैं। इनमें ज्यादातर लेन-देन हवाला और नकद के जरिए होता है। सरकार ने ऐसे कई एप पहले भी बंद करवाए हैं लेकिन टेक्नोलॉजी की वजह से ये बार-बार नए नाम से मार्केट में आ जाते हैं। इस वजह से लगातार जांच चलती रहती है। ताजा मामला भी इसी कड़ी का हिस्सा है।
ED की जांच का मकसद क्या है और आगे की कार्रवाई कैसी होगी
ED का मकसद इस पूरे नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचना है। एजेंसी यह जानना चाहती है कि इस अवैध एप के जरिए पैसा कहां से आ रहा था और कहां इस्तेमाल हो रहा था। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि कहीं यह पैसा मनी लॉन्ड्रिंग में तो नहीं जा रहा। शिखर धवन जैसे बड़े नामों को बुलाने का मतलब है कि जांच बहुत गंभीर स्तर तक पहुंच गई है और किसी को भी छोड़ने का इरादा एजेंसी का नहीं है।
धवन के लिए यह मामला कितना संवेदनशील और करियर पर असर
35 से ज्यादा वनडे सेंचुरी और भारतीय टीम में लंबे समय तक ओपनर रहने वाले धवन के लिए यह खबर काफी संवेदनशील है। खिलाड़ी का कहना है कि उन्होंने हमेशा क्रिकेट को ही प्राथमिकता दी है और कहीं भी गैरकानूनी गतिविधि का हिस्सा नहीं बने। हालांकि खेल जगत में छवि बहुत मायने रखती है। इसलिए यह मामला फिलहाल उनके करियर और उनके फैंस पर असर डालने वाला है।
फैंस की प्रतिक्रिया और सोशल मीडिया पर उठे सवाल
जब से यह खबर आई है, सोशल मीडिया दो हिस्सों में बंट गया है। एक तरफ लोग धवन के साथ खड़े होकर कह रहे हैं कि उन्हें गलत तरीके से फंसाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर कुछ यूजर्स सवाल उठा रहे हैं कि आखिर कब तक खिलाड़ी गैरकानूनी एप और फिक्सिंग के मामलों से अपना नाम जोड़ते रहेंगे। ट्विटर और इंस्टाग्राम पर #ShikharDhawan ट्रेंड करने लगा है और लोग लगातार अपनी राय रख रहे हैं।
आगे क्या होगा और कब होगी पूछताछ
ईडी ने धवन को आने वाले दिनों में हाजिर होने का नोटिस दिया है। निर्धारित तारीख पर वे इस मामले में अपना पक्ष रखने के लिए एजेंसी के सामने पेश होंगे। उसके बाद ही आगे की प्रक्रिया तय होगी। अगर उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिले तो उन्हें राहत मिल सकती है। लेकिन अगर किसी प्रकार का सीधा संबंध निकलता है तो मामला और गंभीर हो सकता है।
नतीजा और बड़े सवाल
इस मामले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर बड़े खिलाड़ी क्यों बार-बार ऐसे मामलों में जुड़ते दिखते हैं। शिखर धवन क्रिकेट के लिए हमेशा एक भरोसेमंद चेहरा रहे हैं, लेकिन अब उन पर लगे शक की परतें हटाने में समय लगेगा। जनता और फैंस उनकी सफाई और कानूनी जांच के नतीजों का इंतजार करेंगे। यह साफ है कि क्रिकेट जैसे खेल की छवि पर हर विवाद गहरा असर छोड़ता है। धवन के मामले में भी ऐसा ही हो रहा है।