EOW raid in Janjgir : खनिज विभाग के लिपिक जयचंद कोसले के घर छापामारी, 12 सदस्यीय टीम कर रही जांच
जांजगीर में ईओडब्ल्यू की बड़ी कार्रवाई सुर्खियों में है, जहां खनिज विभाग के लिपिक जयचंद कोसले के घर पर 12 सदस्यीय टीम ने छापामारी की। टीम सुबह से घर की गहन तलाशी ले रही है। आय से अधिक संपत्ति और अनियमितताओं के आरोपों की जांच में यह कार्रवाई बेहद महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। मोहल्ले में चर्चा का माहौल है और लोग यह जानने को उत्सुक हैं कि जांच में क्या सामने आएगा।
जांजगीर में आज सुबह EOW की कार्रवाई ने माहौल को गर्मा दिया। खनिज विभाग में कार्यरत लिपिक जयचंद कोसले के घर अचानक 12 सदस्यीय टीम पहुंच गई। टीम ने पहुंचते ही कोसले और उनके परिवार को घर के अंदर ही रहने के निर्देश दिए और बाहर सुरक्षा कर्मियों को तैनात कर दिया। इस कार्रवाई की जानकारी मिलते ही पूरे मोहल्ले में हलचल मच गई और लोग यह जानने के लिए इकठ्ठा होने लगे कि आखिर मामला क्या है।
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क्यों हुई दबिश?
सूत्रों के मुताबिक यह Raids Janjgir भ्रष्टाचार और संपत्ति संबंधी अनियमितताओं से जुड़ी बताई जा रही है। खनिज विभाग में लंबे समय से कई शिकायतें दर्ज हो रही थीं कि विभागीय कर्मचारियों के पास आय से अधिक संपत्ति है। इन्हीं शिकायतों को आधार बनाकर ईओडब्ल्यू की जांच टीम ने यह कदम उठाया। जांच अधिकारियों का कहना है कि उनके पास पुख्ता सबूत और दस्तावेज हैं, जिन्हें खंगालने के लिए ही उन्होंने यह दबिश दी है।
12 सदस्यीय टीम ने संभाला मोर्चा
सुबह होते ही 12 विशेषज्ञों की टीम ने जयचंद कोसले के घर पर दस्तक दी। यह टीम रायपुर से सीधे जांजगीर पहुंची थी। टीम में उच्च अधिकारी, तकनीकी विशेषज्ञ और दस्तावेज जांचने वाले सदस्य मौजूद थे। घर के अंदर जाते ही उन्होंने बैंक पासबुक, जमीन-जायदाद से जुड़े कागजात और अन्य दस्तावेजों की पड़ताल शुरू कर दी। वहीं परिवार के सदस्यों से भी अलग-अलग सवाल किए गए ताकि किसी तरह की गड़बड़ी सामने आ सके।
पूछताछ और खोजबीन जारी
देर दोपहर तक EOW की पूछताछ जारी रही। जयचंद कोसले से उनकी आय, नौकरी से मिली सुविधाओं और निजी संपत्ति के बारे में बारीकी से सवाल पूछे गए। बताया जा रहा है कि शुरुआती दौर में उन्होंने कुछ सवालों के सीधे जवाब देने से बचने की कोशिश की, लेकिन टीम के पास मौजूद दस्तावेजों के कारण उन्हें विस्तार से जवाब देना पड़ा। ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने यह भी साफ किया कि जांच पूरी होने तक किसी भी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी।
मोहल्ले में चर्चा का विषय
इस Raids Janjgir की खबर फैलते ही मोहल्ले में लोग इकट्ठा होकर तरह-तरह की चर्चाएं करने लगे। कुछ लोगों का कहना है कि जयचंद कोसले लंबे समय से सुविधाजनक पोस्टिंग पर तैनात थे और धीरे-धीरे उनकी संपत्ति बढ़ती चली गई। कई लोगों ने यह भी कहा कि जांच में क्या निकलता है, यह देखना बाकी है लेकिन अचानक इतनी बड़ी कार्रवाई अपने आप में गंभीर संकेत देती है।
खनिज विभाग की साख पर सवाल
खनिज विभाग पहले भी कई बार विवादों में घिरा रहा है। इस विभाग में खनन पट्टे, खदान से जुड़ी रॉयल्टी और कई सरकारी मंजूरी की प्रक्रिया आती है, जहां गड़बड़ी की संभावना बनी रहती है। जयचंद कोसले का मामला सामने आने के बाद एक बार फिर यह सवाल उठने लगा है कि आखिर विभाग में पारदर्शिता कब आएगी और आम जनता का भरोसा कैसे बनेगा।
जांच पूरी होने तक प्रतीक्षा जरूरी
फिलहाल EOW ने किसी भी दस्तावेज या जब्ती का आधिकारिक खुलासा नहीं किया है। टीम की जांच जारी है और उसके बाद ही साफ होगा कि जयचंद कोसले के खिलाफ क्या आरोप साबित होते हैं। प्रशासन और विभागीय अधिकारी भी यही कह रहे हैं कि अभी निष्कर्ष निकालने से पहले जांच खत्म होने का इंतजार करना ही सही होगा।
जनता की उम्मीदें
जनता की निगाहें अब इस बात पर टिकी हैं कि क्या वाकई सच्चाई सामने आएगी। आम लोगों का कहना है कि अगर भ्रष्टाचार हुआ है तो दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई और इस तरह की गलती न करे। वहीं लोग यह भी चाहते हैं कि इस कार्रवाई से विभाग के कामकाज में पारदर्शिता बढ़े और जनता को सही न्याय मिले।
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