शुरुआत कैसे हुई ‘घंटे का सुपरस्टार’ विवाद की जब से प्रभास की नई फिल्म स्पिरिट का प्रोमो आया है, सोशल मीडिया पर एक नया विवाद शुरू हो गया है। प्रमोशन वीडियो में प्रभास को "इंडिया का सबसे बड़ा सुपरस्टार" बताया गया, और तभी से ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर शाहरुख खान और प्रभास के फैंस के बीच बहस छिड़ गई। शाहरुख खान के चाहने वाले इसे अपनी पसंदीदा हस्ती का अपमान मान रहे हैं, जबकि प्रभास के समर्थक कह रहे हैं कि अब समय बदल चुका है, और दक्षिण भारतीय फिल्मों ने देश ही नहीं, दुनिया में भी बड़ा नाम बनाया है।
स्पिरिट के प्रोमो ने फूंकी बहस की चिंगारी
एस.एस. राजामौली की फिल्म बाहुबली से प्रभास को राष्ट्रीय पहचान मिली थी। उसके बाद से हर नए प्रोजेक्ट को लेकर उनके फैंस का उत्साह चरम पर रहता है। जब स्पिरिट के प्रमो ने यह बयान दिया कि “प्रभास भारत के सबसे बड़े सुपरस्टार हैं”, बस यहीं से सोशल मीडिया पर ‘घंटे का सुपरस्टार’ ट्रेंड होने लगा। कुछ शाहरुख फैंस ने लिखा कि असली किंग तो हमेशा शाहरुख ही हैं, जबकि प्रभास प्रशंसक बोले कि मौजूदा समय में प्रभास का ग्लोबल फैनबेस कहीं बड़ा है।
शाहरुख खान के फैंस का कहना क्या है
शाहरुख खान के फैंस का कहना है कि उन्होंने 2023 और 2024 में लगातार ब्लॉकबस्टर फिल्में दीं, जिनमें जवान और डंकी जैसी मूवीज शामिल हैं। दोनों फिल्मों ने मिलकर कई हजार करोड़ का कारोबार किया। उनका तर्क है कि बॉक्स ऑफिस, वैश्विक पहचान और फिल्मों की गुणवत्ता के मामले में शाहरुख अब भी नंबर वन हैं। कई फैंस ने सोशल मीडिया पर लिखा कि "घंटे का सुपरस्टार" जैसी ट्रोल लाइन शाहरुख की चमक कम नहीं कर सकती।
India’s Biggest Superstar?
— Cineholic (@Cineholic_india) October 23, 2025
Nice try but there’s only one Badshah who rules hearts from Mumbai to Morocco — #SRK.
Legacy isn’t declared in posters, it’s earned over decades of magic, charm, and global love.#Prabhas#spiritpic.twitter.com/jRd0cBQ5QK
प्रभास समर्थकों का पक्ष और उनका जोश
प्रभास के फैंस का कहना है कि बॉलीवुड की सीमाएं अब टूट चुकी हैं। उनका विश्वास है कि प्रभास की फिल्मों की रेंज और विजन किसी भी अभिनेता से बड़ा है। वे बताते हैं कि आदिपुरुष की विवादों के बावजूद प्रभास की लोकप्रियता कम नहीं हुई, और अब स्पिरिट से उम्मीदें और भी बड़ी हैं। उनके अनुसार, प्रभास का एक्शन और शांत स्वभाव ही उन्हें आज का असली सुपरस्टार बनाता है। यही कारण है कि वे शाहरुख के फैंस द्वारा बोले गए “घंटे का सुपरस्टार” वाले तंज को गर्व के निशान की तरह ले रहे हैं।
सोशल मीडिया पर मीम्स और ट्वीट्स की बाढ़
इस बहस ने इंटरनेट को मज़ाक और मीम्स की आग में झोंक दिया। ट्विटर पर #GhanteKaSuperstar, #SRKvsPrabhas और #SpiritPromo जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। कई मीम क्रिएटर्स ने इस बहस को मनोरंजन का साधन बना लिया। कुछ ने लिखा कि दोनों सुपरस्टार अपने काम में सर्वश्रेष्ठ हैं, मगर सोशल मीडिया यूजर्स को लड़ाई का बहाना चाहिए होता है। इंस्टाग्राम रील्स से लेकर यूट्यूब शॉर्ट्स तक, हर जगह इस ट्रेंड ने जोर पकड़ा।
Ghante ka India's Biggest Superstar pic.twitter.com/8nebSzhPkA
— Bollywood Memers (@BollywoodMemers) October 23, 2025
‘घंटे का सुपरस्टार’ शब्द कैसे बना चर्चा का केंद्र
दरअसल, “घंटे का सुपरस्टार” शब्द शुरुआत में मज़ाक के तौर पर ट्रोल अकाउंट्स ने इस्तेमाल किया। पर धीरे-धीरे यह एक ऑनलाइन प्रतीक बन गया। प्रभास के कुछ प्रशंसकों ने इस शब्द को अपनाकर गर्व से उपयोग करना शुरू कर दिया, जैसे यह एक नया टाइटल हो। जबकि शाहरुख के फैंस इसे एक व्यंग्य के रूप में देखते हैं। इस शब्द ने भारतीय फिल्म संस्कृति की प्रतिस्पर्धा को दिखा दिया, जहां हर स्टार के चाहने वाले अपने नायक को सबसे आगे देखने की होड़ में हैं।
सिनेमा की दुनिया में बदलता सितारा संतुलन
एक दशक पहले तक बॉलीवुड पूरे देश के बड़े पर्दे का केंद्र था, लेकिन अब दक्षिण से आने वाली फिल्मों ने एक नया दौर शुरू कर दिया है। राजामौली, लोकेश कनगराज, और प्रशांत नील जैसे निर्देशकों ने भारतीय सिनेमा का दायरा बढ़ाया है। इसी बदलते माहौल में प्रभास जैसे अभिनेता एक नई पहचान बना रहे हैं, जबकि शाहरुख जैसे दिग्गज अब भी एक स्थायी ब्रांड हैं। इस सिनेमा प्रतिस्पर्धा ने दर्शकों को और अधिक जुड़ाव और रोमांच दिया है। कई आलोचक मानते हैं कि यह बहस दर्शकों के स्वाद में बदलाव को दर्शाती है।
दोनों सितारों की अपनी चमक
अगर सच्चाई की बात करें, तो **शाहरुख खान और प्रभास दोनों ही अपने-अपने दौर के चमकते सितारे हैं**। शाहरुख अपने रोमांस और करिश्माई अंदाज़ से अब भी दर्शकों के दिलों पर राज करते हैं, जबकि प्रभास की ताकत उसके सादे स्वभाव और बड़े कैनवास पर है। दोनों की तुलना करना न्यायपूर्ण नहीं होगा, क्योंकि दोनों ने भारतीय सिनेमा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। "घंटे का सुपरस्टार" जैसे शब्द सोशल मीडिया बहस को हवा दे सकते हैं, लेकिन सिनेमा प्रेमियों के लिए दोनों सुपरस्टार गर्व की बात हैं।
यह कहना गलत नहीं होगा कि घंटे का सुपरस्टार विवाद ने दोनों फैनबेस को और अधिक सक्रिय कर दिया है। जहां कुछ लोग इसे अनावश्यक बहस मानते हैं, वहीं बाकी इसे मनोरंजन का हिस्सा कहते हैं। फिल्मी दुनिया में असली सुपरस्टार वह होता है, जो अपने काम से दर्शकों के दिलों में जगह बनाए — और इस पैमाने पर शाहरुख खान और प्रभास दोनों शीर्ष पर हैं। स्पिरिट का रिलीज़ आने वाले महीनों में तय करेगा कि जनता किसे सिनेमा का “घंटे का सुपरस्टार” मानती है।












