Ghaziabad : में तेज रफ्तार थार ने महिला को रौंदा, CCTV वीडियो देख दहल जाएंगे
गाजियाबाद में हुई इस दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को हिला दिया है। सड़क किनारे चल रही महिला को तेज रफ्तार थार ने इतनी जोरदार टक्कर मारी कि देखते ही देखते वह गंभीर रूप से घायल हो गई। यह पूरी वारदात पास के CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हो गई, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल है। इस वीडियो को देखकर लोग गुस्से में हैं और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
गाजियाबाद शहर में एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है, जहां तेज रफ्तार थार कार ने सड़क किनारे चल रही एक महिला को जोरदार टक्कर मार दी। यह घटना वहां लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई। वीडियो देखने के बाद किसी की भी रूह कांप सकती है, क्योंकि जिस लापरवाही से गाड़ी चलाई गई, वह किसी भी मासूम की जान ले सकती थी। फुटेज में साफ दिख रहा है कि महिला सड़क किनारे से धीरे-धीरे चल रही थी और तभी अचानक तेज रफ्तार से आती थार ने सामने से उसे टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि महिला सीधे गाड़ी के बोनट के ऊपर जा गिरी और कुछ दूरी तक घसीटते हुए गिर पड़ी। मौके पर मौजूद लोग तुरंत दौड़े लेकिन तब तक महिला बुरी तरह जख्मी हो चुकी थी। इस तरह की घटनाएं यह सवाल खड़ा करती हैं कि आखिर हमारे शहरों में इतनी तेज रफ्तार गाड़ियां क्यों चल रही हैं और सड़क पर पैदल चलने वालों की सुरक्षा का जिम्मेदार कौन है।
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महिला की हालत और मौके का नजारा
हादसे के बाद महिला रोड पर बुरी तरह घायल अवस्था में पड़ी थी। आसपास के लोग चिल्लाते हुए उसकी मदद के लिए दौड़े और तुरंत उसे नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि महिला को गंभीर चोटें आई हैं, खासकर सिर और पैरों पर गहरी चोट दर्ज की गई है। गवाहों का कहना है कि हादसे के समय थार की गति इतनी तेज थी कि चालक गाड़ी को नियंत्रित करने की कोशिश तक नहीं कर पाया। गाड़ी जैसे ही महिला से टकराई, सड़क पर मौजूद लोग चौंक गए और भयभीत होकर इधर-उधर भागने लगे। यह महज संयोग था कि वहां और भी लोग खड़े थे, जो गंभीर रूप से घायल हो सकते थे। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और लोगों ने गाड़ी रोकने की कोशिश की लेकिन चालक थार को तेज गति में भगाने लगा। स्थानीय लोगों ने नंबर नोट करने का प्रयास भी किया। इस घटना से इलाके में गुस्से का माहौल फैल गया है और लोग सड़क पर उतरकर गाड़ी चलाने में लापरवाह ड्राइवरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
थार जैसी गाड़ियों पर बार-बार सवाल क्यों
गाजियाबाद हादसे ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या सच में शहरों में बड़ी और तेज रफ्तार SUVs को बिना रोक-टोक चलाने देना सुरक्षित है। थार कार अपने भारी-भरकम डिजाइन और दमदार इंजन के लिए जानी जाती है, लेकिन यह जब सड़क पर बेकाबू होती है, तो किसी भी इंसान की जान पर भारी पड़ सकती है। यही वजह है कि लोग अब प्रशासन से पूछ रहे हैं कि क्या गाड़ियों पर सिर्फ लाइसेंस देना काफी है या फिर ऐसे ड्राइवरों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, जो लापरवाही से गाड़ी चलाते हैं। देशभर में हर साल सड़क हादसों की वजह से हजारों लोगों की जान जाती है और इनमें से ज्यादातर हादसों में तेज रफ्तार या बेपरवाह ड्राइविंग शामिल होती है। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी कई लोगों ने गुस्सा जाहिर किया है और मांग की है कि सरकार को नियमों को और कड़ा करना चाहिए ताकि कोई भी व्यक्ति सड़क पर इस तरह मौत का कारण न बन सके।
CCTV वीडियो से खुला आरोपी ड्राइवर का चेहरा
इस मामले में CCTV वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस को बड़ी मदद मिली है। फुटेज में न सिर्फ गाड़ी का मॉडल और रंग साफ नजर आ रहा है बल्कि गाड़ी का नंबर भी दिख गया। इस आधार पर पुलिस ने थार के मालिक का पता लगा लिया है और आरोपी ड्राइवर की तलाश शुरू कर दी गई है। फिलहाल पुलिस ने गाड़ी को जब्त कर लिया है और जांच जारी है। सड़क से गुजर रहे गवाहों के मोबाइल फोन में भी यह वीडियो रिकॉर्ड हो गया है, जिसे अब लगातार सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। वीडियो देख कर किसी की भी आंखें भर सकती हैं क्योंकि इसमें एक महिला बेबस होकर गाड़ी के नीचे आती नजर आती है और चालक बिना रुके भाग जाता है। पुलिस अब इस पूरे हादसे को गंभीर अपराध मान रही है और ऐसा माना जा रहा है कि आरोपी पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज हो सकता है। इस तरह के मामले हमें यह सोचने पर मजबूर कर देते हैं कि सड़क नियम तोड़ना सिर्फ चालान भरने तक की बात नहीं है, बल्कि यह किसी की जिंदगी तबाह कर सकता है।
लोगों में गुस्सा और सवाल
गाजियाबाद की इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा भर गया है। लोगों का कहना है कि सड़क पर चलना अब सुरक्षित नहीं रहा। हर जगह तेज रफ्तार गाड़ियां दौड़ती नजर आती हैं और ट्रैफिक पुलिस अक्सर नदारद रहती है। हादसे के चश्मदीदों का कहना है कि अगर महिला को समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जाता तो शायद वह बच नहीं पाती। इस घटना ने पैदल चलने वालों और साइकिल से आने-जाने वाले लोगों की चिंता बढ़ा दी है। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर कब तक innocent लोग इस तरह की लापरवाह ड्राइविंग का शिकार होते रहेंगे। सोशल मीडिया पर भी यह वीडियो वायरल हो गया है, और हर कोई अपनी नाराजगी जाहिर कर रहा है। प्रशासन से लोग यह सवाल कर रहे हैं कि आखिर कब तक हादसों की गिनती बढ़ती रहेगी। कई लोग यह भी कह रहे हैं कि गिरफ़्तारी के बाद भी आरोपी को कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में किसी और ड्राइवर को इस तरह लापरवाही करने की हिम्मत न हो।
सड़क सुरक्षा पर बड़ा सबक
गाजियाबाद का यह हादसा सिर्फ एक घटना नहीं है बल्कि यह सभी को चेतावनी देने जैसा है। जिस तरह से **थार** ने महिला को टक्कर मारी, वह बताता है कि सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करना कितना जरूरी है। किसी भी शहर में पैदल चलने वाले सबसे असुरक्षित होते हैं और अगर वाहन चालकों पर लगाम नहीं लगाई जाएगी तो हादसों की संख्या लगातार बढ़ती रहेगी। विशेषज्ञों का भी कहना है कि सिर्फ चालान काटने भर से समाधान नहीं होगा, बल्कि ट्रैफिक सिस्टम को और मजबूत बनाने की जरूरत है। जागरूकता अभियान चलाना होगा और लोगों को यह सिखाना होगा कि सड़क पर गाड़ी चलाना जिम्मेदारी है, न कि रोमांच दिखाने का तरीका। इस तरह के हादसों से केवल पीड़ित परिवार ही नहीं बल्कि पूरे समाज को बड़ा नुकसान होता है। लोग अब उम्मीद कर रहे हैं कि इस केस का अंजाम एक मिसाल बने और सख्ती से कार्रवाई हो ताकि भविष्य में कोई भी चालक इतना गैर-जिम्मेदार न बन पाए।
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