Gorakhpur NEET student murder : पशु तस्करों ने ले ली जान मुंह में गोली मारकर फैलाई दहशत
गोरखपुर जिले में नीट परीक्षा की तैयारी कर रहे एक होनहार छात्र की पशु तस्करों ने बेरहमी से हत्या कर दी। छात्र को सिरफिरे अपराधियों ने मुंह में गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया और शव को गांव के बाहर फेंक दिया। इस घटना से पूरे इलाके में दहशत फैल गई है। परिजन न्याय की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं, वहीं स्थानीय लोगों ने गोरखपुर-पिपराइच रोड जाम करके प्रशासन के खिलाफ गुस्सा जताया है।
गोरखपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां नीट की तैयारी कर रहे युवक की पशु तस्करों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना ने पूरे इलाके को हिला दिया है। वारदात के बाद से परिजन और स्थानीय लोग गुस्से में सड़क पर उतर आए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
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नीट की तैयारी कर रहा छात्र क्यों बना अपराधियों का निशाना
मिली जानकारी के मुताबिक हत्या का शिकार हुआ छात्र गोरखपुर जिले के एक गांव का रहने वाला था। वह दिन-रात मेहनत कर नीट परीक्षा की तैयारी कर रहा था ताकि डॉक्टर बनकर अपने परिवार और समाज का नाम रोशन कर सके। लेकिन पशु तस्करों ने उसकी इस मेहनत और सपनों को साबुन के बुलबुले की तरह तोड़ दिया। मंगलवार की सुबह अचानक छात्र गांव से बाहर निकला। वहीं खेत के पास घात लगाए बैठे तस्करों ने उसे गोली मार दी। गोली छात्र के मुंह पर लगी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या के बाद शव को गांव के बाहर फेंककर फरार हो गए तस्कर
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि गोली मारने के बाद आरोपी तस्कर शव को खींचकर गांव से दूर फेंक गए ताकि पुलिस को गुमराह किया जा सके। घटना स्थलीय गवाह बताते हैं कि जब शव मिला तो लोग सकते में आ गए। यह दृश्य इतना भयावह था कि देखने वालों की रूह कांप उठी। धीरे-धीरे पूरे गांव में खबर फैल गई और हर घर से लोग बाहर निकल आए।
गोरखपुर-पिपराइच रोड पर आक्रोशित लोगों ने लगाया जाम
हत्या की खबर जैसे ही गांव और आस-पास के इलाकों में फैली, स्थानीय लोग सैकड़ों की संख्या में सड़क पर उतर आए। गोरखपुर-पिपराइच रोड को जाम कर दिया गया। लोग हाथों में बैनर और तख्तियां लेकर नारेबाजी कर रहे थे। सबकी एक ही मांग थी कि पशु तस्करों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए और मृतक छात्र के परिवार को न्याय मिले। लोग सरकार से यह भी मांग कर रहे थे कि परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए क्योंकि इस घटना ने उनका सब कुछ छीन लिया है।
घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारी और पुलिस बल
हालात बिगड़ते देख प्रशासन हरकत में आया। भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थानीय लोगों को समझाने की कोशिशें शुरू हुईं। अधिकारियों ने परिजनों से वादा किया कि आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ लिया जाएगा। हालांकि, लोग पुलिस की नाकामी को लेकर सवाल उठा रहे थे। ग्रामीणों का कहना है कि पहले भी यहां पशु तस्करों की गतिविधियां तेज थीं पर पुलिस ने कभी सख्त कार्रवाई नहीं की। अगर पहले ही सख्ती की जाती तो शायद यह नौबत नहीं आती।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल, न्याय की मांग से धरना
मारे गए छात्र के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता बार-बार यही कह रहे हैं कि उन्होंने अपने बेटे को हमेशा सीधी राह पर चलाया, उसे पढ़ाई के लिए प्रेरित किया और उसका सपना डॉक्टर बनना था। मां की हालत इतनी खराब है कि बार-बार बेहोश हो जा रही हैं। परिजनों का कहना है कि जब तक हत्यारों को गिरफ्तार नहीं किया जाता तब तक वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। यही वजह है कि गांव में धरना जारी है और माहौल बेहद तनावपूर्ण बना हुआ है।
लोगों में गुस्सा क्यों है और क्यों सड़कों पर उतरे ग्रामीण
गांव के बुजुर्गों ने बताया कि यह पहला मौका नहीं है जब इलाके में पशु तस्करों ने डर फैलाने की कोशिश की हो। कई बार छोटे-छोटे अपराध सामने आए लेकिन प्रशासन ने आंखें मूंद लीं। इसी लापरवाही का नतीजा है कि आज एक मासूम छात्र की जान चली गई। यही वजह है कि लोग अब खामोश बैठने के मूड में नहीं हैं। सभी चाहते हैं कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की राह
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मौके से कुछ सुराग मिले हैं और जांच तेजी से की जा रही है। आसपास के क्षेत्रों में छापेमारी चल रही है। पुलिस का कहना है कि अपराधियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। हालांकि ग्रामीणों का भरोसा अभी भी कमजोर है क्योंकि अक्सर ऐसे मामलों में मामले को लंबा खींच दिया जाता है। अब गांव के लोग यह देखना चाहते हैं कि प्रशासन अपने वादों पर कितना खरा उतरता है।
गांव में पसरा सन्नाटा, लोग डरे-सहमे
इस घटना के बाद से गांव में गहरा सन्नाटा छा गया है। छोटे-छोटे बच्चे भी सहमे हुए हैं। लोग आपस में चर्चा कर रहे हैं कि जब एक पढ़ाई करने वाला मासूम लड़का सुरक्षित नहीं है तो बाकी लोगों की सुरक्षा कौन करेगा। यही सवाल प्रशासन के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द बन चुका है। अब देखना होगा कि पुलिस की कार्रवाई कितनी तेज होती है और क्या वाकई दोषियों को अदालत से सख्त सजा मिलती है।
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मेरा नाम खन्ना सैनी है। मैं एक समाचार लेखक और कंटेंट क्रिएटर हूँ, और वर्तमान में GC Shorts के साथ जुड़ा हूँ। मुझे समाज, संस्कृति, इतिहास और ताज़ा घटनाओं पर लिखना पसंद है। मेरा प्रयास रहता है कि मैं पाठकों तक सही, रोचक और प्रेरक जानकारी पहुँचा सकूँ।
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