ग्वालियर हत्याकांड की यह दर्दनाक घटना रिश्तों में छिपे लालच, धोखे और नफरत की एक सच्ची और कड़वी हकीकत को सामने लाती हअरविंद परिहार ने दिनदहाड़े अपनी पत्नी नंदनी की गोली मारकर हत्या कर दी और इसके तुरंत बाद फेसबुक लाइव पर आकर अपना पक्ष रखा। यह वारदात पूरे शहर ही नहीं, बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई।
वारदात और फेसबुक लाइव
घटना रूप सिंह स्टेडियम के सामने हुई, जहां भीड़भाड़ हमेशा रहती है। गोली चलाने के बाद अरविंद ने मोबाइल से फेसबुक लाइव किया और बताया कि नंदनी उसे धोखा दे रही थी, पैसे और संपत्ति हड़प चुकी थी और बार-बार ब्लैकमेल कर रही थी। दरअसल, दोनों पहले भी सोशल मीडिया पर सार्वजनिक रूप से अपने झगड़े साझा करते रहे थे।
विवादों की जड़
पुलिस पूछताछ में अरविंद ने आरोप लगाया कि शादी के बाद नंदनी ने उस पर लगातार केस किए और समझौते के नाम पर उसकी दो एम्बुलेंस और जेवर अपने नाम करवा लिए। वह लगातार दबाव डालती और धमकियों के जरिए फायदे उठाती रही। यही वजह उनके रिश्ते में जहर घोलती चली गई।
पुरानी दुश्मनी और नाकाम कोशिश
करीब दस महीने पहले भी अरविंद ने नंदनी को कार से कुचलने की कोशिश की थी। नंदनी उस दिन बच गई, केस दर्ज हुआ और अरविंद जेल गया। बाद में नंदनी ने ही उसकी जमानत कराई, लेकिन उनके रिश्ते और बिगड़ गए और दोनों सोशल मीडिया पर एक-दूसरे को बदनाम करने लगे।
ताजा विवाद और शिकायतें
हत्या से कुछ दिनों पहले नंदनी ने शिकायत की थी कि अरविंद उसके फर्जी वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर फैला रहा है। घटना वाले दिन भी वह साइबर थाने से शिकायत कर लौटी थी। उसी समय अरविंद उसका पीछा करते हुए स्टेडियम तक पहुंचा और गोली चला दी।
नंदनी का अतीत
नंदनी झांसी की रहने वाली थी। उसकी पहली शादी छोटेराम केवट से हुई थी और उनका एक बच्चा भी है, जो अब अपने दादा के पास पल रहा है। इसके बाद उसकी कई शादियां और रिश्ते बने और टूटे। साल 2017 में नंदनी पर अपने तीसरे पति की हत्या का आरोप भी लगा था। चौथे प्रेमी के साथ मिलकर उसे मौत के घाट उतारा गया और इस मामले में नंदनी ने साढ़े चार साल जेल में गुजारे। 2022 में रिहाई के बाद उसकी मुलाकात अरविंद परिहार से हुई और दोनों ने शादी की।
अरविंद की निजी जिंदगी
अरविंद की भी पहली शादी हो चुकी थी और उसकी पहली पत्नी गांव में रहती है। नंदनी उसकी दूसरी पत्नी बनी, लेकिन बाद में वह पूजा नाम की युवती के साथ रहने लगा। उसके बच्चों की परवरिश पुरानी पत्नियों के पास हो रही है। अरविंद और नंदनी दोनों की जिंदगी पहले से ही विवादों और उलझनों से भरी पड़ी थी।
पुलिस जांच
पुलिस रिकॉर्ड में नंदनी के खिलाफ पहले से कई विवाद और शिकायतें दर्ज थीं। उसने कभी पुलिस अफसरों के खिलाफ तो कभी अलग-अलग जिलों में कई मामलों में आवेदन और समझौते किए, जिनसे पैसों के लेनदेन की बातें भी सामने आईं।
दर्दनाक अंत
रिश्तों के इस उलझे हुए खेल का अंत खून के साथ हुआ। नंदनी, जिसने कई रिश्तों और विवादों का सामना किया, आखिरकार अरविंद की गोलियों का शिकार बनी। वहीं अरविंद, जिसने फेसबुक पर अपनी कहानी सबके सामने रखी, अब सलाखों के पीछे है। यह घटना इस बात की निशानी है कि जब रिश्तों में भरोसे की जगह लालच, धोखा और अविश्वास ले ले, तो उसका अंजाम विनाशकारी ही होता है।