कर्नाटक के हासन ट्रक हादसे पर पीएम मोदी ने जताया शोक, मृतकों के परिजनों को मदद का ऐलान हासन जिले में गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान हुआ दर्दनाक हादसा पूरे प्रदेश को हिला गया है। इस हादसे में नौ लोगों की मौत हो गई जबकि 22 से अधिक लोग घायल हो गए। घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिवारों और घायलों के लिए अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये दिए जाएंगे, जबकि घायल व्यक्तियों को 50-50 हजार रुपये की सहायता मिलेगी।
गणेश विसर्जन जुलूस में मचा मातम
यह हादसा शुक्रवार की रात लगभग पौने नौ बजे हासन जिले के मोसाले होसाहल्ली गांव में उस समय हुआ जब गणेश चतुर्थी का विसर्जन जुलूस चल रहा था। श्रद्धा से उमड़ी भीड़ अचानक चीखों और अफरातफरी में बदल गई जब एक तेज गति से आ रहा ट्रक लोगों के बीच घुस गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ट्रक चालक ने वाहन पर नियंत्रण खो दिया और देखते ही देखते कई लोग ट्रक के नीचे आ गए।
नौ लोगों की जान गई, कई गंभीर रूप से घायल
सूत्रों के मुताबिक चार लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि अन्य ने अस्पताल ले जाते वक्त अपनी जान गंवाई। हासन के विभिन्न अस्पतालों में 20 से अधिक घायलों का इलाज किया जा रहा है। इनमें से लगभग आठ की हालत चिंताजनक बनी हुई है। सबसे ज्यादा दुखद यह है कि मृतकों में अधिकतर युवा छात्र शामिल हैं, जो जुलूस में उत्साह से भाग ले रहे थे।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की घोषणा
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हादसे को लेकर गहरी संवेदना प्रकट की और मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की। उन्होंने यह भी कहा कि सभी घायलों का इलाज सरकार की ओर से मुफ्त किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने 'एक्स' पर भावुक पोस्ट करते हुए लिखा कि कई परिवार अपनों को खोकर टूट गए हैं और सरकार इस कठिन घड़ी में उनके साथ खड़ी है।
भागने की कोशिश में गिरफ्तार हुआ चालक
हादसे के तुरंत बाद ट्रक चालक भुवनेश ने घटना स्थल से भागने की कोशिश की, लेकिन वहां मौजूद भीड़ ने उसे पकड़ लिया। गुस्साए लोगों ने चालक की जमकर पिटाई की और बाद में उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। यह ट्रक एक प्राइवेट लॉजिस्टिक कंपनी का बताया जा रहा है। घटना के बाद इलाके में तनावपूर्ण माहौल बन गया और पुलिस बल को तैनात करना पड़ा।
पीड़ित परिवारों की व्यथा
मृतकों के परिवारों की हालत बेहद दयनीय है। गांव में मातम का माहौल है और हर घर से रोने की आवाज सुनाई दे रही है। जिन युवाओं ने हंसी-खुशी से जुलूस में हिस्सा लिया था, वही कुछ ही मिनटों में लाश बनकर लौट आए। घायलों के परिजन अस्पतालों में इंतजार कर रहे हैं कि उनका बेटा, भाई या पिता सुरक्षित घर लौट आए, लेकिन कई की हालत अब भी गंभीर है।
प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना को दुखद बताते हुए शोक जताया और मृतकों के परिवारों के साथ अपनी संवेदना साझा की। पीएमओ की ओर से एलान किया गया कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी। इससे प्रभावित परिवारों को राहत मिलने की उम्मीद है, हालांकि किसी के जाने का दर्द कभी भुलाया नहीं जा सकता।
केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी की प्रतिक्रिया
केंद्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भी इस दर्दनाक घटना पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हासन तालुका के मोसाले होसाहल्ली गांव में गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान हुई यह दुर्घटना उनके लिए बेहद चौंकाने वाली और दुखद है। उन्होंने राज्य सरकार से अपील की है कि सभी घायल व्यक्तियों का इलाज मुफ्त में कराया जाए और किसी भी परिवार को परेशानी का सामना न करना पड़े।
गांव में पसरा मातम और जांच की मांग
मोसाले होसाहल्ली गांव अब गहरे सदमे में है। यह जुलूस हर साल की तरह उल्लासपूर्ण ढंग से निकाला जा रहा था लेकिन अचानक एक लापरवाही ने पूरे उत्सव को गमगीन कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि आयोजनों और भीड़-भाड़ वाले कार्यक्रमों में उचित व्यवस्था और सुरक्षा इंतजाम न किए जाने से ऐसी घटनाएं सामने आती हैं। हादसे ने उनकी खुशियां छीन ली हैं और अब बस न्याय तथा सख्त कार्रवाई की मांग उठ रही है।
जांच और सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
हादसे के बाद यह सवाल भी उठने लगे हैं कि आखिर ट्रक भीड़भाड़ वाले इलाके में कैसे प्रवेश कर गया। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। स्थानीय लोग चाहते हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी दोबारा न हो। प्रशासन को भीड़ नियंत्रण और ट्रैफिक प्रबंधन पर गंभीरता से काम करने की जरूरत है।
मौके पर अफरा-तफरी और लोगों का गुस्सा
घटना के समय का मंजर बेहद डरावना था। अचानक ट्रक भीड़ को चीरता हुआ निकला और लोग चारों ओर चीखते-चिल्लाते भागने लगे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसा इतना अचानक हुआ कि लोग संभल ही नहीं पाए। कई लोग ट्रक के पहियों के नीचे आ गए और वहीं उनकी जान चली गई। इस घटना ने पूरे गांव ही नहीं बल्कि पूरे कर्नाटक को झकझोर कर रख दिया है।