झारखंड के जमशेदपुर शहर में एक ऐसी घटना घटी जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। 24 साल की स्नेहा कुमारी, जिसने छह महीने पहले ही सात फेरे लेकर अपना नया जीवन शुरू किया था, अब इस दुनिया में नहीं रही। यह मौत किसी साधारण दुर्घटना से नहीं बल्कि एक खौफनाक कदम से हुई, जिसने हर किसी को अंदर तक हिला दिया।
सुबह का सन्नाटा टूटा चीखों से
घटना शुक्रवार की सुबह की है। शहर की एक बस्ती में अचानक अफरातफरी मच गई। पड़ोसियों ने देखा कि स्नेहा के घर से धुआं और चीखें उठ रही हैं। लोग दौड़कर उसके घर पहुंचे तो सामने का नजारा इतना भयावह था कि किसी का भी दिल कांप जाए। स्नेहा ने खुद को पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया था। पड़ोसी आग बुझाने की कोशिश तो करते रहे, लेकिन तब तक सब कुछ खत्म हो चुका था। जलने की पीड़ा से तड़पती हुई स्नेहा जिंदगी की जंग हार गई।
छह महीने पहले शुरू की थी नई जिंदगी
स्नेहा की शादी महज छह महीने पहले ही हुई थी। शादी को लेकर उसका और उसके परिवार का सपना था कि नई जिंदगी खुशियों से भरी होगी। लेकिन यह सपना कुछ ही महीने में राख हो गया। पति रांची में नौकरी कर रहा था और घटना के समय घर पर मौजूद नहीं था। स्नेहा का यह कदम क्यों उठाया गया, इसका राज फिलहाल रहस्य ही बना हुआ है।
पड़ोसियों ने किया बचाने का प्रयास
जैसे ही स्नेहा ने खुद को आग लगाई, उसकी चीखें सुनकर आसपास के लोग घर के अंदर घुसे। किसी ने पानी की बाल्टी डाली तो कोई चादर लेकर दौड़ा। सब उसे बचाना चाहते थे, लेकिन आग इतनी भीषण थी कि कुछ ही पलों में उसके पूरे शरीर को अपनी चपेट में ले चुकी थी। लोग उसे अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिवार को नहीं था कोई अंदेशा
इस दर्दनाक घटना के बाद सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर स्नेहा ने यह कदम क्यों उठाया। उसके मायके और ससुराल दोनों ही स्तब्ध हैं। परिवारवालों का कहना है कि उन्हें स्नेहा से कभी ऐसा संकेत नहीं मिला था कि वह मानसिक तनाव में है। सभी के लिए यह घटना किसी आघात से कम नहीं।
प्यार का किस्सा बना त्रासदी
स्नेहा और उसके पति की शादी जमाने भर की रस्मों-रिवाजों और धूमधाम से हुई थी। रिश्तेदारों ने शगुन बांटे थे और दुआएं दी थीं कि यह रिश्ता सदा कायम रहे। पर शादी के महज छह महीने बाद ही यह बंधन मौत की छाया में डूब गया। जिस प्यार से उसकी शुरुआत हुई थी, वही जिंदगी का सबसे बड़ा बोझ बन गया। घटना ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर किसी की जिंदगी में ऐसा क्या हो जाता है कि वह जिंदा जलने तक का कदम उठा लेती है।
शहर में फैली सनसनी
जैसे ही यह खबर फैली, पूरे जमशेदपुर शहर में खौफ और गम का साया छा गया। पड़ोस के लोग अब भी उस मंजर को याद कर कांप जाते हैं। पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच कर रही है। हालांकि शुरुआती जांच में आत्महत्या का मामला सामने आया है, लेकिन इसकी असल वजह पता लगाने में अधिकारी जुटे हुए हैं।
पुलिस की जांच और सवाल
पुलिस फिलहाल घटना की हर पहलू से पड़ताल कर रही है। यह देखा जा रहा है कि कहीं स्नेहा पर किसी तरह का मानसिक या घरेलू दबाव तो नहीं था। उसका मोबाइल फोन और आसपास के हालात की जांच की जा रही है। शादी के बाद से उसकी मानसिक हालत कैसी रही, इस पर भी पुलिस जानकारी जुटा रही है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट ही यह साफ करेगी कि क्या हुआ और क्यों हुआ।
हर किसी के मन में एक ही सवाल
यह घटना केवल एक घर की नहीं बल्कि पूरे समाज के लिए बड़ा सवाल खड़ा करती है। अगर एक खुशहाल दिखने वाली शादी से भी किसी लड़की को इतनी निराशा और दर्द मिला कि उसने खुद को आग के हवाले कर दिया, तो जिम्मेदार कौन है? परिवार, समाज या हालात? इन सवालों के जवाब शायद कभी पूरा न मिलें, लेकिन यह हादसा लोगों को सोचने पर जरूर मजबूर कर गया है।
जिंदगी और मौत के बीच की दूरी
स्नेहा की इस त्रासदी ने यह साफ कर दिया कि जिंदगी और मौत के बीच की दूरी कभी-कभी एक ही पल की होती है। कल तक जो लड़की हंसकर सबको अपना बना रही थी, आज उसकी राख घर के आंगन में बिखर गई। शादी की तस्वीरें और सजावट अभी भी घर के कोनों में मौजूद हैं, लेकिन उस घर में अब सिर्फ मातम का सन्नाटा है।
जमशेदपुर की यह घटना हर किसी के दिल को कचोट रही है। जिसने सुना वह चुप नहीं रह सका, जिसने देखा उसकी आंखें नम हो गईं। जिंदगी की इस खौफनाक हकीकत ने सभी को यह बता दिया है कि इंसान के अंदर चल रही जंग कभी-कभी बाहर से समझ नहीं आती, लेकिन उसका असर सबकुछ खत्म कर सकता है।