उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में कार चालक ऋषिकेश हत्या कांड का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में सामने आया है कि हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने तक आरोपियों ने बेहद सनसनीखेज तरीके से साजिश रची थी। पुलिस अब भी फरार चार आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही है।
कैसे हुआ मर्डर का खुलासा
कानपुर की चकेरी पुलिस ने कार चालक ऋषिकेश की हत्या के मामले में शिवकटरा निवासी मोगली उर्फ प्रिंस, निखिल, आकाश और रिशू वर्मा को सोमवार को काकोरी के जंगल से गिरफ्तार किया। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने हत्या की घटना और षड्यंत्र से जुड़े कई राज सामने रखे हैं। चार आरोपी अब भी फरार हैं—जिनमें पवन मल्लाह, उसका भाई बॉबी मल्लाह, सत्यम गौतम और डॉनी शामिल हैं.
हत्या की वजह और दिल दहला देने वाली कहानी
आरोपियों के अनुसार, घटना का कारण प्रेम संबंध था। पवन ने ऋषिकेश पर अपनी बहन को छूने और उसकी वजह से लोगों के ताने सुनने का आरोप लगाया। इसी गुस्से में आरोपी पवन ने कहा, “इसी हाथ से तूने मेरी बहन को छुआ था...” और ऋषिकेश का हाथ काट दिया। बुरी तरह घायल और तड़पते हुए ऋषिकेश को देख आरोपियों ने शराब पी, डांस किया और इसका वीडियो भी रिकॉर्ड किया.
शव को ठिकाने लगाने की खौफनाक चाल
हत्या के बाद आरोपियों ने पुलिस और अभियान त्रिनेत्र की निगाहों से बचने के लिए बिना नंबर वाले ई-रिक्शा से शव को अंदरूनी गलियों के रास्ते जाजमऊ गंगापुल तक ले गए। आरोपियों ने शव के अलग-अलग हिस्सों को बोरियों में भर कर पुल से गंगा में फेंक दिया। सिर और धड़ को अलग-अलग बोरियों में रखा गया, ताकि शव की पहचान न हो सके.
मर्डर का वीडियो बनाना और फरार आरोपी
पिटाई से लेकर गर्दन काटने तक का वीडियो बॉबी ने हंसते हुए बनाया था। डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता के मुताबिक, वारदात में कुल आठ लोग शामिल थे, जिनमें चार अभी भी फरार हैं। मुख्य आरोपी पवन और उसका छोटा भाई बॉबी, सत्यम व डॉनी की तलाश जारी है। जिलाबदर होने के बाद पवन की बहन से ऋषिकेश के प्रेम संबंध हुए थे, जिससे विवाद और प्रतिशोध की भावना पैदा हुई.
वारदात की पूरी कहानी
शुक्रवार रात को चकेरी के शिवकटरा हरिजन बस्ती से कार चालक ऋषिकेश को शराब पार्टी के बहाने बुलाया गया। आरोपी उसे काकोरी ले गए, जहां निर्वस्त्र कर मारपीट की और पैर बांधकर उससे डांस कराया। डांस के दौरान ही चापड़ से सिर धड़ से अलग कर दिया। पहचान छुपाने के लिए सिर और धड़ को अलग-अलग बोरियों में डालकर जाजमऊ गंगापुल से गंगा नदी में फेंक दिया गया। पुलिस हिरासत में गिरफ्तार आरोपियों ने सारी साजिश और घटना कबूल की है.यह मामला प्रेम संबंध की आड़ में हुई खौफनाक साजिश और हैवानियत का उदाहरण है। पुलिस लगातार फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है, जबकि गिरफ्तार आरोपी घटना की बारीकियों को स्वीकार चुके हैं.