कानपुर के मिश्री बाजार में बुधवार शाम अचानक ऐसा धमाका हुआ कि कुछ सेकंड के लिए पूरा इलाका दहल गया। सड़क किनारे खड़ी दो स्कूटी में हुए इस विस्फोट ने लोगों की नींद उड़ा दी। घर के शीशे टूटे, दुकानों के सामान बिखर गए और लोग जान बचाकर भागने लगे। पांच लोग गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं और बाकी नौ घायलों का इलाज जारी है। पुलिस जांच में जुट गई है।
कानपुर शहर की शाम आम दिनों की तरह भीड़भाड़ वाली थी। लोग खरीदारी में मशगूल थे, बच्चे चाट और गोलगप्पे के ठेले पर लाइन में खड़े थे। तभी अचानक एक तेज धमाका हुआ, इतना कि लोगों को लगा जैसे पास की कोई बिल्डिंग उड़ गई हो। कुछ सेकंड के अंदर सड़क पर अफरातफरी मच गई। किसी को समझ ही नहीं आया कि ये हुआ क्या है। बाद में पता चला कि धमाका दो स्कूटी में हुआ था जो प्लास्टिक की दुकान के बाहर खड़ी थीं।
धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आस-पास के घरों की खिड़कियों के शीशे टूट गए और फुटपाथ की छोटी-छोटी दुकाने पूरी तरह बिखर गईं। लोग एक-दूसरे से पूछने लगे— “क्या सिलेंडर फटा है?” किसी ने कहा, “शायद पटाखे थे स्कूटी में।” फिलहाल पुलिस ने किसी भी थ्योरी की पुष्टि नहीं की है और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंच चुकी है।
धमाके की जगह पर अफरा-तफरी, पुलिस भी अलर्ट — सीसीटीवी खंगालने में जुटी
धमाके के तुरंत बाद पुलिस ने पूरे मेस्टन रोड और मिश्री बाजार इलाके को खाली कराया। ट्रैफिक डायवर्ट किया गया और दर्जनों पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए। एरिया के सभी थानों की फोर्स वहां तैनात कर दी गई। दुकानदारों से पूछताछ शुरू हुई— “स्कूटी किसकी थी?”, “कब से खड़ी थी?”, “किसने पार्क की?”
जांच में यह बात सामने आई कि स्कूटी व्यापारी अब्दुल की दुकान के बाहर खड़ी थीं। अब्दुल खुद भी धमाके में घायल हुए हैं और फिलहाल उर्सुला अस्पताल में भर्ती हैं। पुलिस का कहना है कि अभी यह तय नहीं है कि विस्फोट पटाखों से हुआ या किसी गैस सिलेंडर से।
घायलों की हालत गंभीर, केजीएमयू लखनऊ रेफर
धमाके में सुहाना (70), अब्दुल (60), रियादुईन (70), अश्वनी कुमार (50) गंभीर रूप से झुलस गए हैं। डॉक्टरों के मुताबिक ये मरीज 50 प्रतिशत से अधिक बर्न इंजरी के शिकार हैं। इनमें से कई को बेहतर इलाज के लिए केजीएमयू लखनऊ रेफर किया गया है। दो बच्चे — मुर्शलइन और राइश — भी घायल हैं, जिन्हें हल्की चोटें आई हैं।
धमाके की वजह पर सस्पेंस, लोगों के बीच बढ़ी चिंता
धमाका इतना रहस्यमय था कि लोग आज भी अंदाजा लगा रहे हैं कि आखिर ऐसा हुआ कैसे। कुछ लोग इसे पटाखों का हादसा बता रहे हैं, तो कुछ का मानना है कि गली में रखे किसी सिलेंडर ने काम किया। पुलिस का कहना है कि फिलहाल जांच के बाद ही सच सामने आएगा। सीसीटीवी फुटेज निकाले जा रहे हैं और फॉरेंसिक टीम सैंपल इकट्ठा कर रही है।
इलाके में दहशत, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
धमाके का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग इसे शेयर कर चेतावनी दे रहे हैं कि “घर के बाहर ऐसी कोई चीज न रखें जो खतरा बन जाए।” कुछ ने पुलिस को टैग कर लिखा — “मिश्री बाजार में क्या चल रहा है? जांच तेज करें।” इलाके में फिलहाल सुरक्षा बढ़ा दी गई है और हर स्कूटी व वाहन की जांच की जा रही है।
लोगों ने कहा – “ऐसा लगा जैसे भूकंप आया हो”
धमाके के वक्त मौजूद एक दुकानदार ने कहा, “ऐसा लगा जैसे जमीन हिल गई हो। हम सब दुकान से बाहर भागे। सामने देखा तो स्कूटी जल रही थी।” कई लोगों ने बताया कि उन्हें लगा कोई गैस प्लांट फटा है क्योंकि आवाज बहुत तेज थी। लेकिन असल में ये दो स्कूटी का विस्फोट निकला।
अब पूरा इलाका पुलिस की निगरानी में, फॉरेंसिक टीम कर रही जांच
मिश्री बाजार की गलियों में अब भी पुलिस की तैनाती है। चश्मदीदों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। फॉरेंसिक टीम धमाके के सैंपल लेकर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इसमें कौन-सा रासायनिक पदार्थ इस्तेमाल हुआ था। कानपुर पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि “धमाका कैसे हुआ, यह 24 घंटे में साफ हो जाएगा।”
घटनास्थल की तस्वीरें सामने आने के बाद पूरे शहर में चर्चा, लोग डरे हुए
मिश्री बाजार का इलाका अब सील कर दिया गया है। टूटे हुए शीशे, जले हुए प्लास्टिक और स्कूटी के मलबे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर घूम रही हैं। लोग पूछ रहे हैं — “क्या शहर अब सुरक्षित है?” पुलिस ने आश्वासन दिया है कि यह कोई आतंकी गतिविधि नहीं है बल्कि एक “स्थानीय विस्फोट” है, जिसकी जांच पूरी गंभीरता से की जा रही है।
कानपुर धमाका: 40 शब्दों में पूरी कहानी
कानपुर के मिश्री बाजार में बुधवार शाम दो स्कूटी में जोरदार धमाका हुआ। नौ लोग घायल, पांच गंभीर। घर और दुकानें क्षतिग्रस्त हुईं। पुलिस जांच में जुटी, फॉरेंसिक टीम मौके पर मौजूद। फिलहाल इलाके में दहशत का माहौल है।
नतीजा — कानपुर का दिल दहल गया, पर जांच से खुलेगा सच
यह हादसा याद दिलाता है कि शहर की गलियों में कभी-कभी छोटी लापरवाही भी बड़ी तबाही बन सकती है। लोग अब पहले से ज्यादा सतर्क हैं। हर किसी की जुबान पर एक ही सवाल है — “आखिर स्कूटी में क्या था?” जवाब आने बाकी हैं, लेकिन सबकी निगाहें अब पुलिस जांच पर टिकी हैं।