Kashi Vishwanath Mandir में कर्मचारियों को राज्य कर्मचारी का दर्जा, तीन गुना बढ़ेगा वेतन
Kashi Vishwanath Mandir में पुजारियों और कर्मचारियों की मांग आखिरकार पूरी हुई। न्यास ने नई नियमावली को मंजूरी दी। अब उन्हें राज्य कर्मचारी का दर्जा और तीन गुना बढ़ा हुआ वेतन मिलेगा।
वाराणसी से एक ऐतिहासिक निर्णय सामने आया है। प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर में काम करने वाले पुजारियों और कर्मचारियों से जुड़ी नई सेवा नियमावली को न्यास ने हरी झंडी दे दी है। इस फैसले के साथ ही अब मंदिर के सभी पुजारियों और कर्मचारियों को राज्य कर्मचारी का दर्जा मिलेगा। सबसे बड़ी बात यह है कि उनके वेतन में तीन गुना तक की बढ़ोतरी होगी। यह कदम मंदिर प्रशासन की कार्यप्रणाली और कर्मचारियों की जिंदगी दोनों के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है।
Related Articles
न्यास की बैठक और बड़ा फैसला
काशी विश्वनाथ न्यास की हाल ही में हुई अहम बैठक में इस विषय पर चर्चा की गई थी। लंबे समय से पुजारियों और कर्मचारियों की सेवा शर्तों को लेकर सवाल उठते रहे थे। कई बार मांग की गई थी कि इन्हें भी सरकार की तरह सुविधाएं दी जाएं। आखिरकार न्यास ने सर्वसम्मति से यह निर्णय ले लिया कि काशी विश्वनाथ मंदिर के कर्मचारियों को राज्य कर्मचारी का दर्जा प्रदान किया जाएगा।
नई सेवा नियमावली की मुख्य बातें
नई सेवा नियमावली के तहत मंदिर के पुजारियों और कर्मचारियों को अब तयशुदा नीतियों के अनुसार वेतन मिलेगा। वेतन में तीन गुना वृद्धि की गई है। इसके अलावा छुट्टियां, स्वास्थ्य सुविधाएं और पेंशन जैसी सुविधाएं भी दी जाएंगी। यह बदलाव उन्हें स्थिर और सुरक्षित भविष्य देगा।
पुजारियों और कर्मचारियों की प्रतिक्रिया
इस फैसले के बाद मंदिर से जुड़े पुजारियों और कर्मचारियों में खुशी की लहर है। उनका मानना है कि लंबे समय से चली आ रही मांग आखिरकार पूरी हो गई है। पहले उन्हें नौकरी की सुरक्षा को लेकर कई बार चिंता रहती थी, लेकिन अब राज्य कर्मचारी का दर्जा मिलने के बाद वे पूरी निश्चिंतता के साथ सेवा कर पाएंगे।
मंदिर प्रशासन की कार्यप्रणाली पर असर
विशेषज्ञों का मानना है कि इस निर्णय का असर केवल वेतन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इससे काशी विश्वनाथ मंदिर की कार्यप्रणाली और भी व्यवस्थित हो जाएगी। जब कर्मचारी और पुजारी खुद सुरक्षित और संतुष्ट होंगे, तो उनकी सेवा में भी समर्पण और गुणवत्ता बढ़ेगी।
वाराणसी और भक्तों के लिए महत्व
यह फैसला केवल कर्मचारियों और पुजारियों के लिए ही नहीं बल्कि वाराणसी और पूरे देश के भक्तों के लिए भी अहम है। भगवान शिव के इस प्रसिद्ध मंदिर में रोज हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। प्रशासन की मजबूत व्यवस्था और कर्मचारियों की आर्थिक मजबूती सीधे तौर पर भक्तों की सुविधा को प्रभावित करेगी।
तीन गुना बढ़ेगा वेतन
मंदिर में कार्यरत कई लोगों को पहले बहुत कम वेतन मिलता था, जिससे उनका जीवन कठिनाइयों से गुजर रहा था। नई व्यवस्था में उनका वेतन तीन गुना बढ़ा दिया जाएगा, जो उनके जीवन की गुणवत्ता बदलने वाला साबित होगा। यह व्यवस्था पुजारियों के साथ-साथ मंदिर के सुरक्षा कर्मियों, सफाईकर्मियों और अन्य कर्मचारियों पर भी लागू होगी।
राज्य कर्मचारी का दर्जा मिलने का मतलब
राज्य कर्मचारी का दर्जा मिलने का सीधा अर्थ यह है कि अब पुजारियों और कर्मचारियों को वही अधिकार और सुविधाएं मिलेंगी, जो सरकारी कर्मचारियों को मिलती हैं। उन्हें सेवा नियमों के तहत प्रमोशन और रिक्तियों में प्राथमिकता जैसे लाभ भी दिए जाएंगे। स्वास्थ्य सुविधाएं और पेंशन योजना में शामिल होना लंबे समय से उनकी बड़ी मांग रही थी, जो अब पूरी हो रही है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
वाराणसी के लोग इस फैसले से बेहद संतुष्ट नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि काशी विश्वनाथ जैसे विश्व प्रसिद्ध धाम की गरिमा बनाए रखने के लिए यह जरूरी था। यह सिर्फ कर्मचारियों की भलाई नहीं है बल्कि मंदिर की प्रतिष्ठा और प्रबंधन की मजबूती के लिए भी जरूरी कदम है।
धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अहम फैसला
काशी विश्वनाथ मंदिर केवल धार्मिक आस्था का केंद्र नहीं बल्कि भारत की संस्कृति और परंपरा का भी प्रतीक है। यहां होने वाले शासकीय बदलाव पूरे देश के धार्मिक संस्थानों के लिए उदाहरण बन सकते हैं। यही कारण है कि इस फैसले पर देशभर की निगाहें टिकी हैं।
ये भी पढ़ें
-
Aaj Ka Rashifal 21 October 2025: जानें कैसा रहेगा आज आपका दिन -
Aaj ka Rashifal 20 October 2025: आज त्रिग्रह योग से कई राशियों की चमकेगी किस्मत -
Bihar Elections 2025 : चिराग पासवान ने समझाई M-Y समीकरण और एनडीए की जीत की रणनीति -
Bihar Assembly Elections 2025 : में कौन मारेगा बाजी और कैसे तय होगी आठ महत्वपूर्ण सीटों की राजनीति -
Bihar Elections 2025 : दीपंकर भट्टाचार्य बोले, महागठबंधन में सीएम चेहरा तय, दोस्ताना मुकाबले से गठबंधन पर कोई असर नहीं -
Nawada News : सिपाही अमित कुमार की आत्महत्या आईजी ने सख्त कार्रवाई, लाइन इंस्पेक्टर निलंबित