मैं कई सालों से खानपान वाली दुनिया में हूँ. छोटा काम भी देखा बड़ा भी. पर इलायची वाली बात हमेशा दिलचस्प लगी. लोग खाते हैं पर कारण आधा ही जानते हैं. बस आदत बन जाती है. मैं भी सोचता था आखिर क्या खेल है इसमें.
खाने के बाद इलायची एक छोटी खुशबू पर असर बड़ा
सच बताऊँ तो इलायची मुँह में जाते ही हल्की ठंडक देती है. मीठा सा एहसास. खाना भारी लगे तो थोड़ी राहत. पेट में जो अजीब सा कसाव बनता है वो भी ढीला सा पड़ जाता है. ये सब किताबों वाली बातें नहीं. बस महसूस की हुई चीजें.
पहला किस्सा जयपुर वाला
कई साल पहले जयपुर गया था एक होटल प्रोजेक्ट के लिए. वहाँ एक पुराने बावर्ची मिले. सादे आदमी. मैंने पूछा चाचा इलायची क्यों देते हो हर खाने के बाद. वो हँस कर बोला बेटा पेट खाना खाकर सुस्त पड़ जाता है इलायची उसे जगाती है उठ काम कर. इतना सीधा जवाब. पर बात दिल को लगी.
मेरे अनुभव इलायची के फायदे पर थोड़े कच्चे थोड़े पक्के
मैंने देखा है इसे खाने वालों में पेट फुलना कम होता है. साँस की बदबू भी घटती है. कभी कभी mood भी हल्का brighten. शायद खुशबू का खेल. पर हाँ सबको सूट नहीं. किसी को गर्मी लगती है. किसी को स्वाद भारी लग जाए. कोई सिर्फ फैंसी समझकर खा लेता है.
मतलब ये कोई जादू की गोली नहीं. बस एक छोटी मदद. जो सही समय पर काम कर जाती है.
दूसरा किस्सा घर का और दादी की जिद
दादी हमेशा हर बड़े खाने के बाद इलायची पकड़ा देती थी. हम बच्चे मुँह बनाते. एक दिन मैंने मना किया तो बोली ठीक है मत खाना बाद में पेट पकड़े घूमते रहना. रात में वही हाल. तब समझ आया पुरानी बातें ऐसे ही नहीं टिकतीं.
एक देसी नुस्खा जो सच में हल्का असर दिखाता है
अगर खाना भारी लगे तो एक इलायची तोड़कर चबा लो. धीरे धीरे. ज्यादा नहीं. बस दो मिनट में मन हल्का. सुबह bad breath वाली दिक्कत हो तो भी काम कर जाती है. बाहर की coffee pan masala की जिद के बजाय ये छोटा दाना बेहतर लगता है.
थोड़ी सच्चाई जो लोग avoid कर देते हैं
बाजार में चमकदार इलायची मिलती है दिखने में बढ़िया महक भी चटक मगर वो असली नहीं लगती मुझे. उसमें कुछ कृत्रिम खुशबू सी रहती है. असली वाली हल्की महक की. रंग थोड़ा फीका सा. महँगी जरूर पर चल लंबा जाती है. रोज एक ही काफी.
मेरी अपनी सीधी राय
इलायची कोई बड़ा चमत्कार नहीं. पर एक पुरानी आदत है जो असल में काम देती है. थोड़ सा सुकून थोड़ सा comfort. और हाँ खाने के बाद phone स्क्रोल करने से बेहतर है ये छोटा सा दाना चबा लेना. हल्का लगता है बस.


