छपरा में खेसारी लाल यादव की नई पारी, बोले नेता नहीं, बेटा बनने आया हूं
भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव ने छपरा से राजनीति की नई पारी शुरू करते हुए कहा, “बोले नेता नहीं, बेटा बनने आया हूं।” इस पंक्ति ने पूरे बिहार के सियासी माहौल को गर्मा दिया है। क्या उनकी लोकप्रियता इस बार बीजेपी के किले को हिला सकेगी या जनता उन्हें सच में अपने बेटे के रूप में स्वीकार करेगी?
छपरा की सियासत में खेसारी लाल यादव का नया सफर – बोले नेता नहीं, बेटा बनने आया हूं
Related Articles
बिहार की राजनीति हमेशा रोमांच से भरी रही है। हर बार कुछ नया, कुछ चौंकाने वाला। इस बार चर्चा में हैं खेसारी लाल यादव। वही सुपरस्टार, जिन्हें लोग उनके गीतों और संघर्ष की कहानियों के लिए जानते हैं। जब उन्होंने मंच से अचानक कहा — नेता नहीं, बेटा बनने आया हूं — तो भीड़ एक पल को थम गई। आवाज में सादगी थी, पर असर गहरा। ऐसा लगा जैसे कोई अपना बोल रहा हो।
छपरा की इस बार कि कहानी कुछ अलग सी
छपरा। बीजेपी का गढ़। कई सालों से यहां एक ही रंग छाया रहा। पर इस बार हवा में थोड़ा बदलाव है। आरजेडी ने खेसारी लाल यादव को टिकट देकर सबको चौंका दिया। पार्टी ने कहा, जनता अब सिर्फ भाषण नहीं सुनना चाहती, चेहरा देखना चाहती है, भरोसा महसूस करना चाहती है। और खेसारी ठीक वही चेहरा हैं। हल्की मुस्कान, सादा बोल। आम आदमी जैसे।
नेता नहीं, बेटा बनने आया हूं — ये लाइन क्यों चली
कभी-कभी एक पंक्ति माहौल बदल देती है। खेसारी की इस पंक्ति में अपनापन था। जब उन्होंने कहा नेता नहीं, बेटा बनने आया हूं, लोग ताली बजाने लगे। कुछ ने हंसते हुए कहा, “अरे ई तो हमार अपन आदमी निकला।” राजनीति की भीड़ में जब कोई दिल से बोलता है, तो फर्क पड़ता है। शायद इसी वजह से ये लाइन वायरल हो गई।
लोगों का लगाव, जैसे कोई अपना लड़का
छपरा में खेसारी के प्रति लोगों की एक अलग मोहब्बत है। कोई कहता है “हमरा गांव का बेटा नाम कमा के लौटा है।” कोई बताता है कैसे उसने संघर्ष से कामयाबी हासिल की। ये कहानियाँ हर घर में घूम रही हैं। जब वो गांव जाते हैं, बच्चे फोटो लेने दौड़ पड़ते हैं। बुजुर्ग उनका आशीर्वाद देते हैं। यही जुड़ाव आरजेडी के लिए उम्मीद की किरण बन गया है।
बीजेपी का किला, और सामने खेसारी
अब सच्चाई ये भी है कि सामने बीजेपी खड़ी है। मजबूत संगठन, पुराने वोटर, जमीनी नेटवर्क। लेकिन खेसारी के पास भी भीड़ है। भावनाओं की भी। वो मंच पर आते हैं तो लोगों की आंखों में चमक दिखती है। कहते हैं, “अबकी बार कुछ अलग होना चाहिए।” और शायद कई लोग चुपचाप सिर हिला देते हैं। क्योंकि दिल में कहीं न कहीं बदलाव की चाह हमेशा रहती है।
पहली जनसभा और एक झलक उम्मीद की
पहली सभा में भीड़ ऐसी थी कि सड़कों पर जगह नहीं बची। लोग ट्रैक्टर की छत पर भी चढ़ गए थे। जब खेसारी बोले — “मैं यहाँ नेता बनके नहीं, बेटा बनके आया हूं” — मंच थर्रा गया। हल्की हवा चली तो झंडे भी नाच उठे। लेकिन भीड़ सिर्फ मस्ती में नहीं थी, उम्मीद में थी। हर चेहरा कुछ कह रहा था – अगर ये चाहता है सेवा करना, तो मौका देना चाहिए।
भोजपुरी स्टारडम और राजनीति का फर्क
फिल्मों में तालियां मिलती हैं, राजनीति में सवाल। ये फर्क खेसारी भी जानते हैं। उन्होंने कई बार कहा कि ये मैदान आसान नहीं होगा। पर उनका आत्मविश्वास झलकता है। “जहाँ लोगों का प्यार है, वहाँ जीत भी है,” वो मुस्कुरा कर कहते हैं। और ये मुस्कान, किसी रणनीति से बड़ी लगती है। उनकी लड़ाई बस कुर्सी की नहीं, पहचान की भी है।
आरजेडी को मिला नया चेहरा, नई कहानी
आरजेडी के भीतर भी खेसारी की उम्मीदवारी ने नई ऊर्जा भर दी है। पुराने कार्यकर्ता कहते हैं कि अब सभाओं में भीड़ पहले से ज़्यादा आती है। पार्टी जानती है कि स्टारडम से चुनाव नहीं जीता जाता, मगर माहौल बनाया जाता है। और इस वक्त वही सबसे ज़रूरी है। खेसारी लाल यादव उस हवा में नई कहानी जोड़ रहे हैं – संघर्ष से सफलता तक।
छपरा बदल रहा है, लोग भी
चाय की दुकान पर, बस स्टैंड पर, यहां तक कि स्कूल के बाहर भी चर्चा बस एक नाम की। “खेसारी खड़ा है रे, अब देखो क्या होता है!” कोई कहता है, “लड़का साफ दिल वाला है।” कोई बोलता है, “राजनीति में नया है, पर मन से आया है।” ये बातें किसी सर्वे से ज़्यादा ताकतवर होती हैं। ये बदलाव की गंध है, जो धीरे-धीरे फैल रही है।
भविष्य कैसा होगा, वक्त बताएगा
छपरा में मुकाबला जम चुका है। बीजेपी आत्मविश्वास में है, आरजेडी उम्मीद में। पर इस बार एक शख्स है जो इस पूरी कहानी को भावनाओं में बदल रहा है। खेसारी लाल यादव। जिनका कहना है – नेता नहीं, बेटा बनने आया हूं। शायद वक्त अभी साफ नहीं, लेकिन इतिहास ऐसे ही वाक्यों से बनता है। और अगर जनता ने चाहा, तो यह वाक्य आने वाले चुनावों की दिशा भी तय कर सकता है।
ये भी पढ़ें
- Bihar News : सीतामढ़ी में बागमती नदी में हादसा, छठ घाट निर्माण के दौरान पांच युवक डूबे, तीन की मौत, एक लापता
- Bihar Election 2025 : मुंगर की रैली में बोले अमित शाह. NDA पांडवों की तरह एकजुट, लालू‑राबड़ी ने बिहार को तहस‑नहस कर दिया
- Bihar Election : खगड़िया में आरजेडी MLC कारी शोएब बोले, तेजस्वी सीएम बने तो खत्म करेंगे वक्फ कानून, BJP ने कहा यही जंगलराज की वापसी
-
Bihar Election 2025 : अमित शाह बोले, अब 100 बख्तियार खिलजी भी आ जाएं, तो नालंदा को कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता -
Bihar Election 2025 : नीतीश कुमार ने की बड़ी कार्रवाई, 11 बागी नेताओं को पार्टी से बाहर किया, जेडीयू में मचा हड़कंप -
Bihar News : सीतामढ़ी में बागमती नदी में हादसा, छठ घाट निर्माण के दौरान पांच युवक डूबे, तीन की मौत, एक लापता -
Bihar Election 2025 : मुंगर की रैली में बोले अमित शाह. NDA पांडवों की तरह एकजुट, लालू‑राबड़ी ने बिहार को तहस‑नहस कर दिया -
Bihar Election : खगड़िया में आरजेडी MLC कारी शोएब बोले, तेजस्वी सीएम बने तो खत्म करेंगे वक्फ कानून, BJP ने कहा यही जंगलराज की वापसी -
Bihar Election 2025 : छपरा की रैली में खेसारी लाल यादव बोले, मैं रवि भैया से पूछना चाहता हूं, युवाओं से विकास पर वोट की अपील