लुधियाना का यह मामला सुनकर हर कोई हैरान है। 71 साल की एनआरआई महिला रूपिंदर कौर पंधेर अमेरिका में रहती थीं और लंबे समय से तलाकशुदा थीं। वह अपनी जिंदगी के आखिरी साल सुकून से बिताना चाहती थीं। इसी कारण उन्होंने पंजाब आने का फैसला किया। यहां उनका संपर्क ब्रिटेन में रहने वाले चरणजीत सिंह से हुआ। उसने उन्हें शादी का भरोसा दिया और लुधियाना बुला लिया। लेकिन किसे पता था कि यह रिश्ता उनकी मौत का कारण बन जाएगा। पंजाब की धरती पर उन्होंने अपने नए जीवन की शुरुआत का सपना देखा था, मगर उसी धरती ने उनका शव राख में बदलते देखा।
कहानी सिर्फ एक हत्या की नहीं है, यह एक भरोसे के टूटने की भी कहानी है। जब कोई इंसान अपने देश लौटकर रिश्तों की डोर जोड़ना चाहता है, तब लालच और धोखाधड़ी उसका जीवन छीन ले। लुधियाना हत्या का यह मामला समाज के लिए एक गहरी सीख है कि कैसे लालच और पैसा इंसानियत को खत्म कर देता है।
हत्या की साजिश और 50 लाख का लालच
इस पूरी घटना के पीछे की साजिश बेहद खतरनाक थी। जांच में सामने आया कि चरणजीत सिंह ने अपने साथी सुखजीत सिंह को 50 लाख रुपये देने का वादा किया था। पैसे के लालच में सुखजीत ने वह काम कर दिया, जिसे सुनकर किसी का भी खून खौल उठे। उसने बेसबॉल बैट से बेरहमी से रूपिंदर कौर पर हमला किया। 71 साल की यह महिला अपने सामने मौत को आते हुए देख रही थीं, लेकिन खुद को बचा नहीं सकीं।
हत्या के बाद आरोपी ने शव को जलाने की योजना बनाई ताकि पुलिस को सबूत न मिले। शरीर को कोयले में जलाया गया और फिर हड्डियों को नाले में फेंक दिया गया। यह तरीका इतना निर्दयी था कि जांच टीम भी कुछ देर तक घटना स्थल पर खामोश रही। यह मामला केवल हत्या का नहीं बल्कि मानवता के खिलाफ सबसे बड़ी साजिशों में से एक बन गया।
लुधियाना पुलिस की जांच और खुलासा
जब महिला अचानक गायब हो गईं तो आसपास के लोगों को शक हुआ। परिवार ने भी पुलिस को शिकायत दी। लुधियाना पुलिस ने जब गहराई से जांच शुरू की तो धीरे-धीरे पूरी सच्चाई सामने आई। जांच में यह साफ हो गया कि हत्या पैसे के लिए की गई थी। पुलिस ने आरोपी चरणजीत और सुखजीत दोनों को गिरफ्तार किया और पूछताछ में उन्होंने अपना गुनाह कबूल लिया।
पुलिस के अनुसार, इस केस में सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह थी कि हत्या को बड़ी ही साजिश के तहत अंजाम दिया गया। पहले भरोसा जीतकर महिला को शादी का सपना दिखाया गया और फिर उनके पास मौजूद संपत्ति और पैसे के लालच में हत्या कर दी गई। लुधियाना पुलिस का कहना है कि यह केस समाज में उन लोगों के लिए चेतावनी है जो रिश्तों को सिर्फ लालच और पैसे की नजर से देखते हैं।
समाज के लिए सबक और दर्दनाक सीख
यह घटना केवल एक महिला की हत्या तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उन सभी सवालों को जन्म देती है जिनका सामना आज का समाज कर रहा है। क्यों इंसान पैसा और लालच के लिए इतना अंधा हो जाता है कि उसे किसी की उम्र, इंसानियत या भरोसा नजर ही नहीं आता? 71 साल की एनआरआई महिला रूपिंदर कौर की हत्या ने इस सवाल को और गंभीर बना दिया है।
लोग अक्सर सोचते हैं कि विदेश में रहने वाले बुजुर्ग जब भारत लौटते हैं तो यहां रिश्तों की गर्माहट उन्हें सहारा देगी। मगर इस केस ने दिखाया कि कभी-कभी वही सहारा जानलेवा बन सकता है। समाज के लिए यह जरूरी है कि हम रिश्तों में भरोसे और सच्चाई को जिंदा रखें। अगर हम सिर्फ पैसे और फायदे को देखेंगे तो इंसानियत धीरे-धीरे खत्म हो जाएगी।