भारतीय सिनेमा में जब-जब पौराणिक कथाओं पर आधारित फ़िल्में बनी हैं, दर्शकों ने हमेशा उन्हें खुले दिल से स्वीकार किया है। ऐसी ही एक भव्य और ऐतिहासिक एनीमेटेड फिल्म ‘महावतार नरसिंह’ (Mahavatar Narsimha) ने रिलीज़ के बाद न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया, बल्कि भारतीय एनीमेशन इंडस्ट्री का स्तर भी दुनिया के सामने साबित किया।
अब यह फिल्म सिनेमाघरों से निकलकर आपके घरों तक पहुंच रही है। 19 सितंबर 2025 को यह फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ होने जा रही है। दर्शक इसे हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम भाषाओं में देख सकेंगे।
फिल्म की भव्यता और सफलता
‘महावतार नरसिंह’ का निर्देशन अश्विन कुमार ने किया है। फिल्म को होम्बले फिल्म्स और कलीम प्रोडक्शन्स ने मिलकर प्रोड्यूस किया। यह फिल्म भारतीय एनीमेशन के इतिहास में मील का पत्थर बन चुकी है, क्योंकि यह भारत की पहली एनिमेटेड फिल्म है जिसने 300 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की।
घरेलू बॉक्स ऑफिस पर इसने लगभग 249.15 करोड़ रुपये नेट का बिज़नेस किया।
वर्ल्डवाइड कलेक्शन ने इसे 2025 की चौथी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म बना दिया।
इस उपलब्धि ने यह साबित कर दिया कि भारतीय दर्शक अब एनिमेशन और पौराणिक कथाओं के संगम को बड़े पर्दे पर देखने के लिए तैयार हैं।
कब और कहां देखें?
नेटफ्लिक्स ने आधिकारिक तौर पर घोषणा की है कि 19 सितंबर 2025, दोपहर 12:30 बजे से यह फिल्म उनके प्लेटफॉर्म पर स्ट्रीम होगी। इंस्टाग्राम पर किए गए पोस्ट में नेटफ्लिक्स ने कैप्शन लिखा –
“भक्ति शक्ति का रूप लेगी। आ रहा है महावतार नरसिंह।”
कहानी का आधार
‘महावतार नरसिंह’ भगवान विष्णु के दिव्य अवतारों पर आधारित है। इस फिल्म में मुख्य रूप से वराह और नरसिंह अवतार की कथा को प्रस्तुत किया गया है। कहानी को इस तरह से गढ़ा गया है कि न सिर्फ धार्मिक भावनाएं जागृत होती हैं, बल्कि युवा पीढ़ी को भी इन पौराणिक कथाओं से जोड़ने में सफलता मिलती है।
फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह भगवान विष्णु समय-समय पर पृथ्वी पर अवतरित होकर धर्म की रक्षा करते हैं और अधर्म का नाश करते हैं।
भविष्य की भव्य फ्रेंचाइज़
‘महावतार नरसिंह’ दरअसल एक बड़े फ्रेंचाइज़ प्लान का हिस्सा है। यह फिल्म दस अवतारों की महागाथा को एनिमेशन के जरिए बड़े पर्दे पर उतारने की शुरुआत है। आने वाले सालों में इसके कई सीक्वेल रिलीज़ होने वाले हैं, जिनकी झलक पहले ही सामने आ चुकी है।
महावतार परशुराम – 2027
महावतार रघुनंदन – 2029
महावतार द्वारकाधीश – 2031
महावतार गोखुलानंद – 2033
महावतार कल्कि (पार्ट-1) – 2035
महावतार कल्कि (पार्ट-2) – 2037
स्पष्ट है कि यह केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि आने वाले दस वर्षों की एक धार्मिक और सांस्कृतिक यात्रा है, जिसे भारत ही नहीं, पूरी दुनिया देखेगी।
फिल्म का महत्व
‘महावतार नरसिंह’ सिर्फ एक एनीमेशन फिल्म नहीं है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक धरोहर और आध्यात्मिक विरासत को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का एक माध्यम है। जिस तरह से इसे भव्य ग्राफिक्स, शानदार म्यूजिक और दिव्य कथानक के साथ पेश किया गया है, यह भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक गर्व की बात है।
फिल्म का सबसे बड़ा महत्व यह है कि इसने यह मिथक तोड़ दिया कि एनिमेटेड फिल्में सिर्फ बच्चों के लिए होती हैं। इस फिल्म को हर उम्र के दर्शकों ने पसंद किया और इसे धार्मिक भावनाओं के साथ-साथ एक सिनेमाई अनुभव के रूप में देखा।