Mahindra BE.09 Electric SUV लग्ज़री के साथ नया इलेक्ट्रिक अंदाज़ जब पहली बार Mahindra BE.09 की तस्वीरें सामने आईं तो लगा अरे, अब Mahindra भी खेल बड़े लेवल पर खेलने वाला है। डिजाइन से लेकर प्रेज़ेंस तक, इस SUV में वो बात है जो पहले Mahindra में कम दिखती थी एक ठहराव, एक भरोसा, और सबसे बढ़कर, एक ठाठ अंदाज़।
पहला इंप्रेशन फ्यूचर की झलक
BE.09 को जब मैंने पहली बारऑटो एक्सपो में देखा था तो उस वक़्त भीड़ में एक अलग ही सन्नाटा सा था। सब बस इसे देख रहे थे। ये SUV ऐसी लगती है जैसे किसी साइंस-फिक्शन फिल्म से निकल कर आई हो। Mahindra की BE लाइनअप का ये सबसे आगे चलने वाला मॉडल है मतलब कंपनी इसे अपने इलेक्ट्रिक भविष्य की पहचान बनाना चाहती है।

डिज़ाइन की बात करें तो फ्रंट में क्लोज़्ड ग्रिल, शार्प हेडलाइट्स और एक साफ-सुथरा सिल्हूट है। हाँ, Mahindra की वही मस्कुलर DNA यहां भी झलकती है, पर थोड़ी यूरोपियन नज़ाकत के साथ। साइड प्रोफाइल में coupe जैसा स्लोप है जो इसे थोड़ी स्पोर्टी फील भी देता है।
इलेक्ट्रिक पावर और रियलिटी चेक
कंपनी के अनुसार BE.09 लगभग 500 km की रेंज देगी। अब ये सुनकर कोई भी खुश हो जाएगा। लेकिन मुझे 2021 में XUV400 की याद आई वहां भी यही दावा था, और असल में 370–380 km से आगे नहीं गई। तो अब मैं थोड़ा सावधान हूँ। उम्मीद है Mahindra ने इस बार बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम और थर्मल कंट्रोल को और पॉलिश किया होगा।

सुना है कि इसमें AWD (All-Wheel Drive) ऑप्शन भी रहेगा, और पावर फिगर करीब 300 bhp तक जाएगी। अगर ये बात सही निकली, तो बीई.09 सिर्फ लग्ज़री ही नहीं, परफॉर्मेंस के खेल में भी Tesla Model Y को टक्कर दे सकती है।
एक छोटा किस्सा सॉफ्टवेयर का झंझट
मैंने खुद Mahindra XUV400 की टेस्ट ड्राइव के दौरान एक बार देखा था स्क्रीन फ्रीज़ हो गई, और एयर कंडीशनिंग कंट्रोल ने मानो हड़ताल कर दी। सेल्समैन बोला, सर, OTA अपडेट से ठीक हो जाएगा। मैंने हँसते हुए कहा भाई, ये कार है या मोबाइल?” इस किस्से के बाद मैं Mahindra के EV सॉफ्टवेयर पर हमेशा थोड़ा संदेह लेकर चलता हूँ। BE.09 में नया इंफोटेनमेंट सिस्टम है, पर उम्मीद यही है कि अब वो पुराने बग्स ना दोहराए जाएं।
इंटीरियर कमाल या सिर्फ दिखावा?
अंदर से ये SUV किसी लैब जैसी लगती है तीन स्क्रीन, मिनिमल बटन, और लाइटिंग जो मूड के हिसाब से बदलती है। लेकिन एक सवाल मेरे मन में हमेशा रहता है: क्या ये सब असल में उपयोगी है, या सिर्फ वाह फैक्टर के लिए? मेरे जैसे पुराने ड्राइवर को स्टीयरिंग पर ज्यादा कंट्रोल और कम डिस्ट्रैक्शन चाहिए।

कंपनी कहती है कि इसमें sustainable मटीरियल्स का इस्तेमाल होगा। ठीक बात है, लेकिन Mahindra को चाहिए कि वो सिर्फ ग्रीन टैग के पीछे ना भागे, बल्कि इन मटीरियल्स की ड्यूरेबिलिटी पर भी ध्यान दे। भारत के मौसम और सड़कें किसी के भी धैर्य की परीक्षा ले लेती हैं।
दूसरा किस्सा डीलरशिप की ईमानदारी
एक बार भोपाल के एक Mahindra शोरूम में BE सीरीज़ के बारे में बात कर रहा था। डीलर ने कहा, सर, ये कार Tesla जैसी होगी, बस इंडियन स्टाइल में। मैंने मुस्कुरा कर पूछा, मतलब सर्विस सेंटर में दो हफ्ते बाद भी पार्ट का इंतज़ार रहेगा? वो हँस पड़ा। यही वो ईमानदारी है जो असल दुनिया में काम आती है। उम्मीद है BE.09 के साथ Mahindra इस गैप को थोड़ा कम करेगा।
मेरी राय भरोसा बनाना ही असली चैलेंज
Mahindra BE.09 शानदार लगती है, कोई शक नहीं। लेकिन लग्ज़री इलेक्ट्रिक सेगमेंट में सिर्फ डिजाइन या फीचर्स नहीं चलते भरोसा भी चाहिए। और वो भरोसा समय लेता है। Mahindra की कोशिश साफ है कि वो Tata और MG से आगे बढ़ना चाहता है, पर असली परीक्षा तब होगी जब ये SUV रियल-वर्ल्ड टेस्ट में उतरेगी।
अगर सब कुछ वैसा निकला जैसा कंपनी कह रही है, तो Mahindra BE.09 भारतीय इलेक्ट्रिक लक्ज़री मार्केट में नया चेहरा बन सकती है। और अगर नहीं, तो फिर ये सिर्फ एक और कागज़ पर परफेक्ट कार बनकर रह जाएगी।


