महिंद्रा XUV300 TurboSport Review छोटी SUV, लेकिन दिल बड़ा! परफॉर्मेंस ऐसी कि चेहरा मुस्कुरा दे

महिंद्रा ने XUV300 TurboSport को सिर्फ स्पीड के लिए नहीं, बल्कि ड्राइविंग के असली मज़े के लिए बनाया है पर सवाल ये है कि क्या ये SUV अपने ‘TurboSport’ नाम पर खरी उतरती है या बस मार्केटिंग का नया जाल है?

महिंद्रा XUV300 TurboSport Review छोटी SUV, लेकिन दिल बड़ा! परफॉर्मेंस ऐसी कि चेहरा मुस्कुरा दे

सच बताऊं तो जब मैंने पहली बार Mahindra XUV300 TurboSport को चलाया, तो उम्मीद इतनी नहीं थी जितना ये SUV देकर गई। Mahindra हमेशा से अपने टॉर्की इंजन और मजबूत बिल्ड के लिए जानी जाती है, लेकिन इस बार उन्होंने परफॉर्मेंस को एक नए लेवल पर ले जाकर दिखाया है। और हां, TurboSport का नाम सिर्फ दिखावे के लिए नहीं रखा गया इसमें वाकई स्पोर्ट है।

 

इंजन और परफॉर्मेंस – महिंद्रा का नया रंग

TurboSport में 1.2 लीटर का mStallion टर्बो पेट्रोल इंजन दिया गया है। आंकड़े कहेंगे 130 bhp और 230 Nm टॉर्क, लेकिन ड्राइव करते वक्त ये नंबर्स नहीं, फील मायने रखता है। और वो फील? ज़बरदस्त। मैंने इसे मुंबई-पुणे हाईवे पर टेस्ट किया था। ट्रैफिक के बाद जैसे ही रास्ता खुला, थर्ड गियर में एक्सेलेरेटर दबाते ही वो जो अचानक ताकत का झटका लगा ना, दिल खुश हो गया। एकदम कंफिडेंट पिकअप, और फिर बिना किसी ड्रामा के 100 के पार। महिंद्रा ने यहां कोई ‘इको-फ्रेंडली’ समझौता नहीं किया  ये इंजन जीभर के सांस लेता है।

 

इंटीरियर – बढ़िया लेकिन थोड़ा पुराना टच

गाड़ी के अंदर आते ही साफ लगता है कि डिज़ाइन पुरानी XUV300 का ही बेस रखता है। डैशबोर्ड सॉलिड है, लेकिन डिजाइन थोड़ा dated महसूस होता है। टचस्क्रीन ठीक है, लेकिन कभी-कभी लैग दिखा देती है। हां, डुअल-ज़ोन क्लाइमेट कंट्रोल अब भी क्लास में बेस्ट लगता है।

 

महिंद्रा XUV300 TurboSport Review छोटी SUV, लेकिन दिल बड़ा! परफॉर्मेंस ऐसी कि चेहरा मुस्कुरा दे
फाइल फोटो : प्रीमियम केबिन में स्पोर्टी टचेस।

फ्रंट सीट्स बहुत सपोर्टिव हैं  खासकर जब आप थोड़ा आक्रामक ड्राइव कर रहे हों। रियर में स्पेस थोड़ा सीमित है, पर दो लोग आराम से सफर कर सकते हैं। बूट छोटा है, और अगर आप फैमिली ट्रिप्स प्लान करते हैं तो पैकिंग सोच-समझकर करनी होगी।

 

ड्राइविंग एक्सपीरियंस – टॉर्क और टेम्परामेंट दोनों दमदार

TurboSport में स्टीयरिंग थोड़ा भारी है, जो मुझे अच्छा लगा। हाईवे पर गाड़ी बिलकुल स्थिर रहती है। और हां, इसका लो-एंड टॉर्क शहर में ड्राइविंग को आसान बनाता है। क्लच हल्का है, लेकिन गियर थोड़े टाइट लगते हैं  शायद इसलिए क्योंकि ये वाकई परफॉर्मेंस ओरिएंटेड सेटअप है। एक बार Lonavala की घाट पर जाते हुए मुझे लगा कि इस SUV का असली मजा वहीं है। हर मोड़ पर गाड़ी झुके बिना, बराबर पावर बनाए रखती है। लेकिन, ट्रिप के आखिर में ध्यान गया कि लगातार टर्बो पुश के बाद माइलेज 13 तक गिर गया था। चलो, थोड़ा बहुत समझौता तो बनता है।

 

एक्सटीरियर – स्पोर्टी पहचान, subtle attitude

TurboSport का डिजाइन subtle होते हुए भी अलहदा है। काली ग्रिल, लाल हाइलाइट्स और खास TurboSport बैजिंग इसे थोड़ा स्पोर्ट्स-क्लास देता है। फ्रंट से देखने पर एक तरह का confident लुक आता है  ना ज्यादा flashy, ना dull।

 

महिंद्रा XUV300 TurboSport Review छोटी SUV, लेकिन दिल बड़ा! परफॉर्मेंस ऐसी कि चेहरा मुस्कुरा दे
फाइल फोटो : स्पोर्टी फ्रंट लुक और बोल्ड लाल एसेंट्स।

मेरे एक जानने वाले डीलर ने कहा था, “जो लोग Thar नहीं ले सकते, वो TurboSport देखकर रुक जाते हैं।” और सच कहूं, वो गलत नहीं है। ये गाड़ी practical है, पर उसमें वो macho feel भी है जो Mahindra की पहचान बन चुकी है।

 

फीचर्स और कनेक्टिविटी – जरूरी सब कुछ है, extra कुछ नहीं

महिंद्रा ने यहां overkill नहीं किया। आपको रिवर्स कैमरा, 7-inch इंफोटेनमेंट, Android Auto और Apple CarPlay, छह एयरबैग, और ESP जैसे जरूरी फीचर्स मिल जाते हैं। बस, infotainment का सॉफ्टवेयर थोड़ा और smooth हो जाए तो अनुभव और बेहतर होता।

 

कमियां – परफॉर्मेंस बढ़िया, पर refinement में कमी

महिंद्रा की गाड़ियां परफॉर्मेंस के लिए जानी जाती हैं, लेकिन refinement हमेशा थोड़ी पीछे रह जाती है। TurboSport में भी यही है  3000 rpm के बाद इंजन की आवाज़ बढ़ जाती है, और गाड़ी थोड़ा ज़्यादा बोलने लगती है। Suspension भी थोड़ा सख्त है, खासकर खराब सड़कों पर। लेकिन ये complaint कम और character ज़्यादा लगती है।

 

मेरा अनुभव – एक यादगार ड्राइव

एक बार देर रात मैं TurboSport लेकर बांद्रा सी-लिंक पर निकला। हल्की हवा, खाली रोड, और वो टर्बो की सीटी  उस वक्त लगा, ये गाड़ी सिर्फ एक मशीन नहीं है, ये ड्राइवर के मूड की साथी है। महिंद्रा ने यहां उस thrill को वापस लाने की कोशिश की है जो compact SUVs में कहीं खो गया था।