र्मुजफ्फरपुर में परत दर परत खुला करोड़ों का गांजा तस्करी का जाल
मुजफ्फरपुर में गांजा तस्करी की परत दर परत खुलती कहानी में करीब डेढ़ करोड़ रुपए कीमत की गांजा की खेप पकड़ी गई। गुप्त सूचना से शुरू हुई जांच में तस्करों के बड़े नेटवर्क का पता चला है। यह गांजा तस्करी मुजफ्फरपुर समेत पूरे बिहार में नशा गिरोहों पर सख्त कार्र
मुजफ्फरपुर में करोड़ों का गांजा बरामद: तस्करों के मंसूबे हुए फेल
मुजफ्फरपुर की सड़क पर पकड़ी गई करोड़ों की गांजा की खेप, तस्करों की भनक लगी पुलिस को
कुछ कहना भी मुश्किल है जब सामने हो करोड़ों रुपये की गांजा बरामदगी। मुजफ्फरपुर के एनएच-57 मोड़ पर पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम ने जिस ट्रक को रोका, उसने बड़ा राज़ खोला। हरियाणा नंबर वाला कंटेनर जब जांच के लिए खुला, तो तहखानों में छुपा ढाई सौ किलो गांजा दिखा। कोई आम पकड़ी नहीं थी, बल्कि एक बड़ा खेल चल रहा था यहां।
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तस्करों ने कंटेनर में इस कदर छुपाया था गांजा कि आसान नहीं थी पहचान
यहां गाड़ी का ऊपरी हिस्सा खाली था, लेकिन नीचे छुपाए गए तहखानों में गांजा रखा था। पॉलीथिन के बड़े पाउच में बांटा हुआ यह गांजा दिल्ली की तरफ जा रहा था। सतर्क पुलिस को लग गया था कि कुछ तो गड़बड़ है, इसलिए गाड़ी की अच्छी तरह तलाशी ली गई। सच कहें तो, यह देखकर कोई भी हैरान रह जाए।
गिरफ्तार तस्करों से मिली कुछ अधूरी बातें, असली दिमाग अभी भी बाहर है
तस्कर जो पकड़े गए, वे कह रहे हैं कि बस गाड़ी चलाते थे, पूरा कारोबार किसी और का है। और सच में, ये छोटे-छोटे खिलाड़ी हैं जो बड़े गिरोह के लिए काम करते हैं। पुलिस अभी पूरे नेटवर्क की जांच में लगी है। कहीं ये मामला सिर्फ मुजफ्फरपुर तक सीमित नहीं, पूरा यूपी-बिहार सीमा वाला क्षेत्र इस तस्करी की चपेट में हो सकता है।
मुजफ्फरपुर में बढ़ती नशे की तस्करी, लगातार हो रही सख्त छापेमारी
गांजा जैसी नशीली चीज़ें अब मुजफ्फरपुर में बड़ी तेजी से फैल रही हैं। चुनाव के समय तो पुलिस का काम और भी मुश्किल हो जाता है। लेकिन इस बार पुलिस ने कड़ा तेवर दिखाया है। ये गिरफ्तारी उस कड़ी मेहनत का फल है जो पुलिस और उत्पाद विभाग लगातार कर रहे हैं।
स्थानीय पुलिस और उत्पाद विभाग ने मिलकर किया जबरदस्त काम
ट्रक की तलाशी एक गुप्त सूचना के बाद की गई। अधिकारियों ने खुलासा किया कि उन्हें अच्छी खास खबर मिली थी कि गांजा की बड़ी खेप आ रही है। तलाशी के दौरान टीम ने ट्रक के छुपे तहखाने का पता लगाया और इस तरह तस्करों के मंसूबे पूरे होते नहीं देखे।
सरकार की नशा मुक्त बिहार योजना और आगे की कार्रवाई की जरूरत
सरकार भी नशा मुक्त बिहार बनाने के लिए पूरा जोर लगा रही है। लेकिन यह तब तक पूरा नहीं हो सकता जब तक नशा तस्करों पर कठोर कदम न उठाए जाएँ। उत्पाद विभाग ने जब्त गांजा के साथ ट्रक भी कब्जे में लिया है। मामले की जांच तेजी से हो रही है, ताकि गिरोह के बाकी सदस्य भी पकड़े जा सकें।
समाज की जिम्मेदारी भी बड़ी है, खबर देना जरूरी है
पुलिस और विभाग का काम अकेले पूरा नहीं होता। हमें भी चाहिए कि हम समाज में जागरूकता फैलाएं और ऐसी हरकतों की सुचना तुरंत दें, ताकि मुजफ्फरपुर और बिहार नशे से दूर रह सके। यह लड़ाई हम सबकी है।
मुजफ्फरपुर की इस कार्रवाई से उम्मीद बढ़ी, पर सावधानी अभी जरूरी
यह मामला दिखाता है कि तस्कर नए तरीके खोजते रहते हैं, मगर पुलिस के बूते उनकी साजिशें नाकाम रहती हैं। ऐसे सफल अभियानों से हमें उम्मीद बनती है कि जल्द बिहार का हर कोना नशे से मुक्त होगा। पर यह एक लंबी लड़ाई है। सावधान रहना होगा।
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