निक्की भाटी केस पति, सास, ससुर और जेठ गिरफ्तार – अब सजा कितनी मिलेगी
ग्रेटर नोएडा का सिरसा गांव इन दिनों पूरे देश की सुर्खियों में है। 27 वर्षीय निक्की भाटी की संदिग्ध मौत ने एक बार फिर समाज और कानून दोनों को कठघरे में खड़ा कर दिया है। 21 अगस्त की रात को लगी आग में झुलसकर निक्की की जान चली गई। मायकेवालों का आरोप है कि यह कोई हादसा नहीं बल्कि ससुरालवालों द्वारा रची गई खतरनाक साजिश है।
आग और मौत की वो काली रात
21 अगस्त की देर रात निक्की को अचानक गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया। पहले उसे नोएडा के फोर्टिस हॉस्पिटल पहुंचाया गया, जहां से स्थिति बिगड़ने पर दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल रेफर किया गया। लेकिन रास्ते में ही निक्की ने दम तोड़ दिया।
निक्की के परिवार का कहना है कि उसके पति विपिन ने उस पर पेट्रोल डाला और फिर आग के हवाले कर दिया। इस दावे को बल तब मिला जब निक्की के छोटे बेटे का एक वीडियो सामने आया। वीडियो में मासूम रोते हुए कह रहा है – "पापा ने मम्मी के ऊपर कुछ डाला और फिर लाइटर से जला दिया।"
सोशल मीडिया पर वायरल सबूत
घटना के बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो गए। एक वीडियो में निक्की का पति विपिन उसे मारते-पीटते नजर आ रहा है। इन वीडियोज ने केस को और पेचीदा बना दिया है और पुलिस के लिए यह सीधे-सीधे हत्या का मामला प्रतीत हो रहा है।
गिरफ्तारी और पुलिस एक्शन
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की।पहला दिन: पति विपिन भाटी और सास दयावती को गिरफ्तार किया गया।दूसरा दिन: ससुर सत्यवीर और जेठ अतुल भाटी को भी हिरासत में ले लिया गया।चारों आरोपियों के खिलाफ हत्या और साजिश का मुकदमा दर्ज किया गया है।
कौन-कौन सी धाराएं लगी हैं?
एफआईआर की कॉपी के अनुसार, सभी आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की कड़ी धाराएं लगाई गई हैं:धारा 103 – हत्या (मर्डर): सजा उम्रकैद से लेकर मौत तक हो सकती है। धारा 115 – जानबूझकर चोट पहुंचाना: एक साल तक कैद का प्रावधान। धारा 61 – आपराधिक साजिश: जिस अपराध के लिए साजिश रची गई हो, उसी अपराध के अनुरूप सजा।
क्या दहेज हत्या का मामला बन सकता था?
निक्की की शादी को लगभग 8 साल हो चुके थे। ऐसे मामलों में कानूनन दहेज हत्या की धारा सीधे तौर पर लागू नहीं होती। इसलिए पुलिस ने दहेज हत्या की बजाय हत्या और साजिश का केस दर्ज किया।सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता रुद्र विक्रम सिंह के अनुसार –"अगर अदालत में पुलिस पर्याप्त सबूत और गवाह पेश कर देती है और आरोपियों की आपराधिक साजिश साबित हो जाती है, तो उन्हें उम्रकैद या मौत की सजा मिल सकती है।"
बहन कंचन का बयान
निक्की की बड़ी बहन कंचन, जिसकी शादी भी इसी घर में हुई थी, ने चौंकाने वाले आरोप लगाए। कंचन का कहना है कि पिछले कई महीनों से निक्की को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। शादीशुदा जिंदगी में निक्की अक्सर मारपीट और दहेज की मांग का सामना करती थी।कंचन का आरोप है – "मेरे ससुरालवालों ने भी मुझे प्रताड़ित किया है। लेकिन निक्की को साजिश के तहत पेट्रोल डालकर जला दिया गया।"
समाज के लिए सबक
निक्की भाटी केस केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं है, बल्कि यह समाज को झकझोरने वाली घटना है। शादी को कई साल गुजर जाने के बाद भी महिलाएं अगर दहेज या पारिवारिक प्रताड़ना की शिकार होती हैं, तो यह सोचने की बात है कि हमारी सामाजिक व्यवस्था में अब भी गहरी खामियां हैं।यह केस न सिर्फ कानूनी तौर पर बल्कि सामाजिक नजरिए से भी अहम है। क्योंकि सवाल यह है – क्या बेटियों को शादी के बाद भी सुरक्षित माहौल मिल पा रहा है?