मुजफ्फरपुर के विधायक निरंजन राय को ग्रामीणों से सवाल, वीडियो वायरल होने पर सफाई

मुजफ्फरपुर के गायघाट विधानसभा क्षेत्र के विधायक निरंजन राय के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ग्रामीणों ने पूछा कि निरंजन राय पिछले पांच साल कहां थे। विधायक ने जवाब देते हुए आरोपों को गलत बताया। यह वीडियो बिहार के चुनावी माहौल में चर्चा का केंद्र बना हुआ है।

मुजफ्फरपुर के विधायक निरंजन राय को ग्रामीणों से सवाल, वीडियो वायरल होने पर सफाई

खबर का सार AI ने दिया · GC Shorts ने रिव्यु किया

    मुजफ्फरपुर के विधायक निरंजन राय को ग्रामीणों से सवाल, वीडियो वायरल होने पर सफाई

     

    मुजफ्फरपुर के राजद विधायक निरंजन राय पर ग्रामीणों ने पांच साल में न दिखने का आरोप लगाया

    मुजफ्फरपुर के गायघाट इलाके से राजद विधायक निरंजन राय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ ग्रामीण उनसे पूछते नजर आ रहे हैं कि आखिर पिछले पांच सालों में विधायक को अपना क्षेत्र में कभी क्यों नहीं देखा गया। सवाल सीधे हैं। कड़वे भी। अब ये बात जनता के दिल को छू गई है। कई लोग सोच रहे हैं, विधायक का काम क्या था?

     

    विधायक की तरफ से जवाब आया, आरोपों को बताया गलत

    जब विधायक निरंजन राय से इस मसले पर सवाल किए गए तो उन्होंने साफ कर दिया कि ये आरोप गलत हैं। उनका कहना था कि वह अपने इलाके के लिए लगातार काम कर रहे हैं। जो भी विकास का काम हुआ है, उसका श्रेय जनता दे सकती है। विधायक थोड़े कटु बोलते हैं, “हम तो वहां हमेशा रहे हैं, पर शायद यह बात लोगों तक ठीक से नहीं पहुंची।” अब सबकी निगाहें इस बयान पर टिक गई हैं।

     

    ग्रामीणों की नाराजगी के पीछे की वजह समझना जरूरी है

    ग्रामीण क्यों इतने नाराज़ हैं? यह समझना जरूरी है। पाँच साल लंबा वक्त है। जब कोई प्रतिनिधि अपने इलाके में न दिखाई दे तो लोगों के मन में सवाल उठते हैं। खासकर चुनाव के समय तो जनता की उम्मीदें बढ़ जाती हैं। विकास कार्य कब नजर आएंगे, यही उनकी मांग होती है। हर कोई चाहता है कि उनकी आवाज़ सुनी जाए। इस पूरे मामले में कुछ सच भी है, कुछ ग़लतफहमियां भी।

     

    राजनीति में विधायक की स्थिति और चुनौतियां

    निरंजन राय की राजनीतिक यात्रा उतार-चढ़ाव से भरी है। उन्होंने कई बार जनता के मुद्दे उठाए लेकिन कई बार प्रशासनिक अड़चनों में फंस भी गए। जनता को लगता है कि वे अपनी जिम्मेदारियों में थोड़ा ढील दे रहे हैं। विधायक भी कहते हैं कि कोशिश जारी है, मगर कई कठिनाइयां हैं। यह कहानी अक्सर राजनीतिक जीवन की होती है, जहां नेता और जनता दोनों की अपनी-अपनी लड़ाई होती है।

     

    सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने बढ़ाई सियासी तापमान

    इस वीडियो के वायरल होते ही सियासी गलियारों में हलचल मच गई। जैसे चुनाव पास आएं, हर बात बड़ी हो जाती है। वीडियो ने राजद को भी झकझोर दिया है। विपक्ष ने मौका पाकर इसे भुनाने की पूरी कोशिश की। जनता भी इस संवाद को बड़े ध्यान से देख रही है। बिहार चुनाव की गर्माहट अब इस विवाद में और ज्यादा तेज हो गई है।

     

    अब सवाल यह है, विधायक की सफाई कितनी पर होगी कारगर?

    अभी असली सवाल यही बचा है कि विधायक की सफाई जनता को कितनी भाएगी। हर नेता की कोशिश होती है जनता से जुड़ा रहना। मगर कभी-कभी परिस्थितियां अनुकूल नहीं होतीं। 2025 के बिहार चुनाव में यह मुद्दा कितनी गहराई पकड़ता है, ये देखना होगा। फिलहाल, ग्रामीणों की नाराजगी और विधायक की सफाई दोनों बिहार की राजनीति में अहम बहस बनी हुई है।