पाकिस्तान में TLP के प्रदर्शन में हिंसा, साद रिजवी पर हमला और भारी नुकसान
पाकिस्तान में TLP के प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी, माहौल बिगड़ा
पाकिस्तान में तहरीक-ए-लब्बैक (TLP) ने गाजा की शांति योजना का विरोध करने के लिए बड़ी संख्या में प्रदर्शन किया। शुरुआत में तो सब कुछ शांतिपूर्ण लग रहा था, लेकिन धीरे-धीरे ये प्रदर्शन हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारी और पुलिस दोनों के बीच भिड़ंत हुई। जान-माल का नुकसान भारी हुआ। माहौल में तनाव का माहौल छा गया।
TLP चीफ साद रिजवी पर हुआ जबरदस्त हमला, वे घायल हो गए
इस हिंसा के बीच TLP के प्रमुख साद रिजवी को तीन गोलियां लगीं। उनकी हालत गंभीर है। लोग हैरान हैं कि आखिर ऐसा कैसे हुआ। समर्थक इसे बड़ी साजिश मान रहे हैं। अस्पताल में इलाज जारी है और हर कोई उनकी सलामती की दुआ कर रहा है। राजनीति भी इस हादसे से दहल गई है।
250 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की मौत का दावा, पुलिसकर्मी भी भारी नुकसान में
TLP ने दावा किया है कि इस हिंसा में 250 से अधिक उनके कार्यकर्ता मारे गए। दूसरी तरफ स्थिति रिपोर्ट में कम संख्या बताई जा रही है, लेकिन पुलिस भी बड़ी संख्या में घायल और मृतक हुए हैं। लगभग 48 पुलिसकर्मी भी इस संघर्ष में शहीद हुए। यह संख्या विवादों में है, पर नुकसान गहरा है।
राजनीतिक और सामाजिक मामलों में ये घटना एक बड़ा झटका है
यह हिंसा पाकिस्तान की राजनीति को झकझोर रही है। कट्टरपंथी संगठनों का तेवर बढ़ रहा है। सरकार और विपक्ष दोनों इस संकट को लेकर गंभीर हैं। सवाल उठ रहे हैं कि इस अस्थिरता को कैसे भांपा और कैसे संभाला जाए। राजनीतिक माहौल में भारी अनिश्चितता पैदा हो गई है।
साद रिजवी की सुरक्षा को लेकर बढ़ी चिंता, सबकी नजरें उन पर टिकीं
साद रिजवी की सेहत और सुरक्षा सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है। अस्पताल में उनकी हालत नाज़ुक बनी हुई है। समर्थक उन्हें खुशी-खुशी स्वस्थ होते देखना चाहते हैं। यह मामला पाकिस्तान में कट्टरपंथ से लड़ने का पैमाना भी बन गया है। राजनीतिक गलियारों में भी इस पर चर्चा जोरों पर है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया, पाकिस्तान की छवि पर असर पड़ने की आशंका
पाकिस्तान में हुई हिंसा की खबरें विदेशों में भी फैल गई हैं। कई देशों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। शांति बनाए रखने की अपील की गई है। यह घटना पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि पर भी छाया डाल सकती है। इसके परिणाम लंबे समय तक महसूस किए जाएंगे।