Petal Gehlot : गिटार की शौकीन, संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को सच्चाई का आईना दिखाया

संयुक्त राष्ट्र संघ के मंच पर भारत की युवा राजनयिक पेटल गहलोत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को करारा जवाब दिया। हरियाणा की रहने वाली पेटल को गिटार बजाने का शौक है और वे विदेश मंत्रालय में काम करती हैं। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पाकिस्तान अपने देश से संचालित आतंकी ठिकानों को बंद करे। पेटल की इस बेबाकी ने देशवासियों को गर्व महसूस कराया है।

Petal Gehlot : गिटार की शौकीन, संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को सच्चाई का आईना दिखाया

हाल ही में संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) के मंच पर भारत की तरफ से पाकिस्तान को सच्चाई बताने का शानदार काम पेटल गहलोत ने किया। इस बड़े मंच पर पेटल गहलोत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री द्वारा भारत पर लगाए गए आरोपों का मजबूती से जवाब दिया। उन्होंने बेहद स्पष्ट शब्दों में कहा कि पाकिस्तान को अपने देश में चल रहे आतंकी ठिकानों को बंद करना चाहिए, वरना पूरी दुनिया उसके दोहरे मापदंडों को देख रही है। भारत की यह प्रतिक्रिया वहां मौजूद हर देश के प्रतिनिधि तक पहुंची और सबने महसूस किया कि भारत अपने रवैये में हमेशा दृढ़ रहता है।

 

कौन हैं पेटल गहलोत? जानिए उनके जीवन की खास बातें

पेटल गहलोत मूल रूप से हरियाणा की रहने वाली हैं और फिलहाल भारत के विदेश मंत्रालय में काम कर रही हैं। उनका नाम अब हर जगह चर्चा में है क्योंकि उन्होंने एक बार फिर साबित किया कि भारत के राजनयिक चाहे कितने भी युवा हों, जुटकर देश की साख की रक्षा करते हैं। बचपन से पढ़ाई में बेहद तेज पेटल गहलोत को छात्रवृत्ति मिलती रही और उन्होंने राष्ट्रीय स्तर के कई प्रतियोगी परीक्षाओं में अव्वल स्थान पाया। यूनिवर्सिटी स्तर पर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय संबंधों की पढ़ाई की और विदेश सेवा के लिए चयनित हुईं।

 

बचपन से ही गिटार बजाने का शौक, कला में भी बेहद रुचि

पेटल गहलोत का व्यक्तित्व सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं रहा। उन्हें बचपन से ही गिटार बजाने का बहुत शौक था। छुट्टियों में, खाली समय में चाहे दोस्तों के साथ हो या अकेले, पेटल अक्सर गिटार लेकर गाने का अभ्यास करती थीं। उनके परिवार का कहना है कि पेटल जितनी अच्छी पढ़ाई में हैं, उतनी ही बेहतरीन कला में भी हैं। उनका स्ट्रेस दूर करने का तरीका ही संगीत है। गिटार के अलावा पेटल को पेंटिंग और किताबें पढ़ना भी बहुत पसंद है। इस वजह से उनकी सोच में एक अलग तरह की क्रिएटिविटी दिखती है।

 

विदेश सेवा में आने का सपना, परिवार का समर्थन और संघर्ष

पेटल गहलोत के माता-पिता ने उन्हें हर कदम पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। परिवार ने कभी उनके सपनों को दबाया नहीं, बल्कि उन्हें हर संघर्ष के लिए तैयार किया। विदेशी सेवा में चयन होना आसान नहीं था, वहां तक पहुंचने के लिए पेटल ने खूब मेहनत की। कॉलेज में ही पेटल ने तय कर लिया था कि वे भारत के लिए कुछ अलग और बड़ा करना चाहती हैं। कड़ी मेहनत और परिवार के समर्थन ने उनके सपनों को हकीकत बना दिया।

 

भारत की विदेश नीति को लेकर साफ़ सोच, किसी भी मंच पर रुकना नहीं जानती

अब जब पेटल गहलोत बतौर युवा राजनयिक काम कर रही हैं, उनके पास हर मुद्दे पर स्पष्ट सोच है। चाहे पाकिस्तान द्वारा लगाए गए झूठे आरोप हों या भारत की छवि को अंतरराष्ट्रीय मंच पर मजबूत करना हो—पेटल हमेशा सच्चाई के साथ खड़ी रही हैं। उनकी टीम के लोग भी मानते हैं कि पेटल कभी दबती नहीं, बल्कि खुलकर अपने विचार रखती हैं और देशहित को सबसे ऊपर मानती हैं।

 

संयुक्त राष्ट्र मंच पर पाकिस्तान को दो टूक जवाब

इस बार UN के मंच पर पाकिस्तान ने फिर भारत पर आरोप लगाए। पेटल गहलोत ने बिना किसी हिचक के कहा कि पाकिस्तान को अपने यहां चल रहे आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई करनी चाहिए, क्योंकि असली समस्या वहीं से पनप रही है। उनकी स्पीच सुनकर लोग हैरान रह गए कि इतनी युवा अधिकारी ने इतनी समझदारी और बेबाकी से जवाब दिया। पेटल ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर साफ करके बता दिया कि भारत आतंकी गतिविधियों का कभी समर्थन नहीं करता और दुनिया को सचाई दिखाने के लिए हमेशा तैयार रहता है।

 

यूएन से जुड़े काम और रोजमर्रा की जिंदगी

पेटल गहलोत का काम केवल डिप्लोमैटिक बैठकों तक नहीं सीमित है। वे भारत की विदेश नीति को मजबूत करने के लिए रोज नए तरीकों पर काम करती हैं। पेटल इसके साथ कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भारत का प्रतिनिधित्व भी करती हैं। ऑफिस के काम के अलावा, पेटल सामाजिक सेवा में भी सक्रिय रहती हैं। बच्चों को नए विषयों पर सीखने के लिए प्रोत्साहित करना उनका मुख्य उद्देश्य है।

 

देश की युवा शक्ति का बेहतरीन उदाहरण

पेटल गहलोत ने दिखा दिया है कि भारत की युवा पीढ़ी अगर ठान ले तो कितने भी बड़े मंच पर देश के हित की रक्षा कर सकती है। उनके जवाब ने देशवासियों को गर्व महसूस कराया है। पेटल जैसी अनेक युवा राजनयिक हैं जो हर दिन पूरी ईमानदारी और मेहनत से भारत की छवि को मजबूती देने में जुटी हैं। उनका ये कदम आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा है।

 

पेटल गहलोत की लोकप्रियता और सोशल मीडिया प्रतिक्रिया

जैसे ही पेटल गहलोत का नाम संयुक्त राष्ट्र संघ में पाकिस्तान को जवाब देने के लिए सामने आया, सोशल मीडिया पर उनकी चर्चा जोर पकड़ गई। लोग उनकी स्पीच को साझा कर रहे हैं और उन्हें भारत की नयी आवाज़ बता रहे हैं। पेटल ने न सिर्फ देश का मान बढ़ाया, बल्कि हर युवा को दिखाया कि अगर सोच साफ़ हो और मेहनत की जाए तो हर चुनौती आसान हो सकती है।

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