‘सुदर्शन चक्र’ से लेकर नेक्स्ट जेनरेशन GST तक…PM मोदी की 4 बड़ी घोषणाएं
नई दिल्ली/लखनऊ:
भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को कई अहम योजनाओं और संकल्पों की सौगात दी। उनका भाषण सिर्फ एक औपचारिक संबोधन नहीं, बल्कि आने वाले वर्षों में भारत की दिशा तय करने वाला रोडमैप भी साबित हुआ। सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, रोजगार और सामाजिक संतुलन—हर मोर्चे पर पीएम मोदी ने बड़ी घोषणाएं कीं। आइए जानते हैं वो चार बड़ी योजनाएं, जिनका उन्होंने अपने भाषण में ज़िक्र किया।
1. मिशन सुदर्शन चक्र – दुश्मन के हमले का तगड़ा जवाब
भगवान श्रीकृष्ण के सुदर्शन चक्र से प्रेरित इस हाई-टेक डिफेंस सिस्टम को 2035 तक पूरे देश में लागू करने का लक्ष्य रखा गया है।
रेलवे स्टेशन, अस्पताल, धार्मिक स्थल और अन्य सामरिक जगहों पर यह सुरक्षा कवच लगाया जाएगा।
इसका मकसद है किसी भी बाहरी खतरे को तुरंत निष्क्रिय करना और पलटवार करना।
यह तकनीक पूरी तरह भारत में विकसित होगी, जिससे आत्मनिर्भर भारत मिशन को भी मजबूती मिलेगी।
2. हाई पावर्ड डेमोग्राफी मिशन – घुसपैठ और अवैध कब्जे पर रोक
पीएम मोदी ने चेताया कि देश की डेमोग्राफी बदलने की साजिशें चल रही हैं।
घुसपैठिए युवाओं की नौकरियां छीन रहे हैं और आदिवासियों की जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं।
इस मिशन के तहत घुसपैठ रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
इसका उद्देश्य सामाजिक संतुलन और आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करना है।
3. प्रधानमंत्री विकसित भारत योजना – युवाओं को पहली नौकरी में मदद
देश के युवा रोजगार के मोर्चे पर बड़ी उम्मीद लेकर आए।
इस योजना के तहत निजी क्षेत्र में पहली नौकरी पाने वाले युवाओं को ₹15,000 की आर्थिक मदद दी जाएगी।
जो कंपनियां नए रोजगार अवसर पैदा करेंगी, उन्हें भी प्रोत्साहन मिलेगा।
लगभग 3.5 करोड़ युवाओं को इसका सीधा लाभ होगा।
4. नेक्स्ट जेनरेशन GST – कारोबारियों और आम जनता के लिए आसान टैक्स व्यवस्था
पीएम मोदी ने दीपावली पर नेक्स्ट जेनरेशन GST रिफॉर्म लागू करने की घोषणा की।
जीएसटी को और सरल, पारदर्शी और MSME-फ्रेंडली बनाया जाएगा।
छोटे कारोबारियों को टैक्स प्रक्रिया में आसानी होगी।
अर्थव्यवस्था में तेजी और रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा।
नया भारत – आत्मनिर्भर, सुरक्षित और प्रगतिशील
पीएम मोदी के इन ऐलानों से साफ है कि सरकार का लक्ष्य सिर्फ मौजूदा चुनौतियों का समाधान करना नहीं, बल्कि आने वाले दशकों के लिए भारत को मजबूत, आत्मनिर्भर और वैश्विक शक्ति बनाना है।
सुरक्षा से लेकर अर्थव्यवस्था और युवाओं के भविष्य तक—हर मोर्चे पर ये योजनाएं एक बड़े बदलाव का संकेत देती हैं।