PNB ने घटाई RLLR दरें: RBI की रेपो रेट कटौती के बाद होम लोन EMI होगी सस्ती, जानें नया ब्याज दर अपडेट
Punjab National Bank ने RBI की 25 बेसिस पॉइंट रेपो रेट कटौती के तुरंत बाद अपनी Repo Linked Lending Rate को 8.35% से घटाकर 8.10% कर दिया है। इससे होम लोन ग्राहकों की EMI में बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
PNB ने घटाई RLLR दरें: RBI की रेपो रेट कटौती के बाद होम लोन EMI होगी सस्ती
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने रेपो रेट में कमी के बाद अपनी Repo Linked Lending Rate (RLLR) में बड़ी कटौती की है। RBI द्वारा 25 बेसिस पॉइंट की कटौती के एक दिन बाद, बैंक ने तुरंत RLLR को घटाकर 8.35% से 8.10% कर दिया। इससे उन सभी ग्राहकों को राहत मिलेगी जिनके होम लोन की ब्याज दरें रेपो रेट से जुड़ी हैं।
PNB ने RLLR दरों में किया बदलाव: होम लोन ग्राहकों के लिए बड़ी राहत
RBI ने दिसंबर 2025 की मौद्रिक नीति बैठक में रेपो रेट को 25 बेसिस पॉइंट घटाकर 5.25% कर दिया। इसके तुरंत बाद PNB ने अपनी RLLR में कमी की घोषणा की। हालांकि, बैंक की MCLR और Base Rate में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह कदम उन लाखों ग्राहकों के लिए राहत है जो रेपो से जुड़ी फ्लोटिंग ब्याज दरों पर लोन चुका रहे हैं।
इस बदलाव का मतलब है कि आने वाले महीनों में आपकी होम लोन EMI कम हो सकती है, जिससे मासिक बजट पर सीधा असर पड़ेगा।
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बैंक के अनुसार, RBI की रेपो रेट कटौती के तुरंत बाद RLLR को संशोधित किया गया है। इसका सीधा मतलब है कि रेपो-लिंक्ड लोन लेने वाले ग्राहकों को ब्याज दरों में कमी का फायदा मिलेगा।
PNB की रेट कटौती का आपके EMI पर क्या असर होगा?
PNB द्वारा RLLR में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती से सबसे ज्यादा फायदा उन ग्राहकों को होगा जिनका होम लोन RLLR आधारित दरों पर चल रहा है।
आमतौर पर RLLR आधारित लोन का रीसेट पीरियड तीन महीने का होता है। यानी यदि आपकी EMI अक्टूबर में शुरू हुई है, तो ब्याज दर में कमी का लाभ जनवरी 2026 से दिखेगा।
इससे आपकी मासिक EMI कम होगी और कुल ब्याज का बोझ भी घटेगा। यह फैसला विशेष रूप से उन ग्राहकों के लिए फायदेमंद है जो फ्लोटिंग ब्याज दर वाले लोन का भुगतान कर रहे हैं।
क्या है RLLR? जानिए सरल भाषा में
जब कोई होम लोन RBI के रेपो रेट से सीधे जुड़ा होता है, तो उसे Repo Linked Lending Rate (RLLR) कहा जाता है।
RBI के अक्टूबर 2019 के निर्देश के बाद बैंकिंग सेक्टर में ज्यादातर रिटेल लोन को एक्सटर्नल बेंचमार्क से लिंक करना अनिवार्य हुआ। इसके बाद अधिकतर बैंकों ने रेपो रेट को ही अपना बेंचमार्क बना लिया।
इससे ग्राहकों को पारदर्शिता मिलती है और RBI द्वारा दरें घटाने पर तुरंत फायदा मिलता है।
निष्कर्ष
PNB की RLLR कटौती से यह साफ है कि आने वाले समय में होम लोन EMI और भी किफायती हो सकती है। RBI की लगातार दर कटौती से बैंकिंग सेक्टर में उधारी सस्ती हो रही है, जिससे ग्राहकों को सीधा लाभ मिलेगा।
अगर आपका होम लोन रेपो-लिंक्ड दरों पर है, तो यह आपके लिए एक अच्छा मौका है कम EMI का लाभ लेने का।
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