पूजा पाल का बड़ा खुलासा दूसरी शादी थी राजनीतिक साजिश, रिश्तेदारों और अतीक अहमद पर लगाए गंभीर आरोप
समाजवादी पार्टी से हाल ही में निष्कासित विधायक पूजा पाल ने अपने निजी जीवन और राजनीतिक संघर्ष से जुड़ा चौंकाने वाला खुलासा किया है। प्रयागराज की चायल सीट से विधायक पूजा पाल ने बताया कि उनके पति राजू पाल की हत्या के बाद उनकी दूसरी शादी महज़ एक पारिवारिक फैसला नहीं थी, बल्कि उनके खिलाफ रची गई एक सुनियोजित राजनीतिक साजिश थी।
रिश्तेदार और अतीक अहमद पर आरोप
पूजा पाल का कहना है कि उनकी दूसरी शादी की योजना उनके ही कुछ रिश्तेदारों और अतीक अहमद ने मिलकर बनाई थी। इस कोशिश का मकसद उन्हें निजी जीवन की उलझनों में फँसाकर राजनीति और न्याय की लड़ाई से दूर करना था।
उन्होंने दावा किया कि 2017 के विधानसभा चुनाव में हार के बाद ही इस षड्यंत्र की नींव रखी गई। उस समय परिवार के कुछ सदस्य खुद चुनाव लड़ना चाहते थे, वहीं अतीक अहमद भी चाहता था कि पूजा राजनीति से किनारे हो जाएं। योजना यह थी कि शादी कराकर उन्हें राजू पाल के मुकदमों और राजनीतिक सक्रियता से अलग कर दिया जाए।
“अब अतीक अहमद के खिलाफ मुकदमा खत्म हो जाएगा”
विधायक ने आरोप लगाया कि शादी के कुछ समय बाद उन्होंने खुद सुना कि उनके रिश्तेदार कह रहे थे – “अब अतीक अहमद के खिलाफ मुकदमा खत्म हो जाएगा।”
हालाँकि, उन्होंने साफ कर दिया कि वह अपने इरादों से कभी नहीं डिगीं। धीरे-धीरे जब सच्चाई सामने आई तो उन्होंने खुद जांच-पड़ताल की, हर शक सही निकला और फिर उन्होंने कोर्ट में जाकर तलाक की अर्जी दाखिल कर दी।
पूजा पाल का कहना है कि उनके निजी जीवन को बार-बार उछालकर उनकी छवि धूमिल करने की कोशिश की जाती है। उन्होंने कहा –
“मेरे संघर्ष और दर्द को प्रयागराज और चायल की जनता जानती है। इसी वजह से कुछ लोग डरते हैं और मेरे खिलाफ लगातार चालें चलते रहते हैं।”16 अगस्त को पूजा पाल ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। इसके अगले ही दिन, 17 अगस्त को उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी दूसरी शादी और उससे जुड़े षड्यंत्र का खुलासा कर दिया।
इससे पहले 14 अगस्त को समाजवादी पार्टी ने उन्हें अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पार्टी से बाहर कर दिया था।
हाल ही में ‘विजन डॉक्यूमेंट 2047’ पर चर्चा के दौरान पूजा पाल ने सदन में कहा था –
“मेरे पति राजू पाल की हत्या किसने की, यह सबको पता है। उस कठिन समय में मुख्यमंत्री ने मेरी बात सुनी और न्याय दिलाया। अतीक अहमद को खत्म करने का काम सीएम योगी ने किया और मैं उनके ज़ीरो टॉलरेंस रवैये का समर्थन करती हूँ।”
यह पहला मौका नहीं है जब पूजा पाल विवादों में आई हों।उन्होंने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की थी।
फूलपुर उपचुनाव में वह भाजपा प्रत्याशी दीपक पटेल के समर्थन में प्रचार करती नजर आई थीं।