Prayagraj accident : शिवकुटी में खंभे से टकराई बाइक, चार दोस्तों की दर्दनाक मौत

प्रयागराज के शिवकुटी इलाके में देर रात चार दोस्तों की जिंदगी खत्म हो गई। शोभायात्रा देखकर लौटते समय उनकी तेज रफ्तार बाइक खंभे से टकरा गई। हादसा इतना भीषण था कि चारों युवक सड़क पर गिरने के बाद किसी वाहन की चपेट में आ गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। अचानक हुए इस हादसे से पूरे इलाके में मातम छा गया है और परिवारों में कोहराम मचा हुआ है।

Prayagraj accident : शिवकुटी में खंभे से टकराई बाइक, चार दोस्तों की दर्दनाक मौत

प्रयागराज में देर रात एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ। शहर के शिवकुटी इलाके में केंद्रीय विद्यालय के सामने चार दोस्तों की बाइक खंभे से टकरा गई। हादसा इतना भयानक था कि चारों की मौके पर ही मौत हो गई। चश्मदीदों का कहना है कि रात करीब एक बजे हादसा हुआ जब चार युवक एक ही बाइक पर सवार होकर शोभायात्रा देखने के बाद लौट रहे थे। बाइक की गति बहुत तेज थी और इसी कारण बाइक बेकाबू होकर खंभे से जा टकराई।

हादसे के बाद सड़क पर चीख-पुकार मच गई। वहां खड़े लोगों ने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन सब कुछ चंद सेकंडों में खत्म हो गया। बताया जा रहा है कि टक्कर के बाद चारों युवक सड़क पर गिर पड़े और तभी पीछे से आ रहे किसी भारी वाहन ने उन्हें कुचल दिया। इस दर्दनाक हादसे की खबर जैसे ही फैलनी शुरू हुई, पूरे इलाके में मातम पसर गया।

 

तेज रफ्तार बनी मौत की वजह

शव को देखने वाले लोग कहते हैं कि हादसा अगर बाइक की रफ्तार थोड़ी कम होती तो आज चार परिवार सुरक्षित होते। तेज रफ्तार हमेशा से दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा कारण रही है और इस हादसे ने एक बार फिर इसे साबित कर दिया। शिवकुटी जैसे इलाकों की सड़कें रात के समय सुनसान हो जाती हैं और ऐसे में बाइक चालकों को लगता है कि वे आसानी से तेज रफ्तार में गाड़ी चला सकते हैं। लेकिन जरा सी गलती सड़क पर मौत का कारण बन जाती है।

हादसे की खबर मिलते ही मौके पर पुलिस भी पहुंची। पुलिस ने तुरंत शवों को सड़क से हटवाया और उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस का कहना है कि चारों युवक की उम्र 20 से 25 साल के बीच थी। वे लोग एक ही बाइक पर सवार होकर निकले थे और हेलमेट भी किसी ने नहीं पहना था। ऐसे में टक्कर इतनी जोरदार लगी कि किसी को बचने का मौका ही नहीं मिला।

 

परिवार और मोहल्ले में मातम का माहौल

जैसे ही चारों युवकों का नाम सामने आया, उनके परिवारों में कोहराम मच गया। रातों-रात जिन घरों में हंसी-खुशी का माहौल था, वहां मातम पसर गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। किसी की मां बेहोश हो गई, तो किसी के पिता हादसे का नाम सुनते ही कभी सड़क पर दौड़ते दिखे। दोस्तों की अचानक मौत से उनके पड़ोसी और रिश्तेदार भी सदमे में हैं। पूरे मोहल्ले के लोग गमगीन हैं और सभी के चेहरे पर वही सवाल है कि आखिर बच्चों की ऐसी लापरवाही क्यों हुई।

जिन दोस्तों ने साथ मिलकर पढ़ाई की, खेला, हंसा और जिंदगी के सपने देखे, वे सब एक ही हादसे की भेंट चढ़ गए। यह दर्द सिर्फ परिवार का नहीं बल्कि पूरे समाज का है। लोग कह रहे हैं कि चार परिवारों की खुशियां एक ही रात में उजड़ गईं। यह घटना हर किसी को सोचने पर मजबूर कर रही है कि आखिर सड़क पर लापरवाही कब तक जान लेती रहेगी।

 

स्थानीय लोगों और चश्मदीदों के बयान

मौके पर मौजूद चश्मदीद बताते हैं कि बाइक इतनी तेज थी कि उसकी आवाज दूर से ही सुनाई दे रही थी। अचानक बाइक लड़खड़ाई और केंद्रीय विद्यालय के बाहर बने बिजली खंभे से जा टकराई। टक्कर इतनी भयानक थी कि बाइक के परखच्चे उड़ गए। चारों युवक सड़क पर गिरे और तभी एक वाहन ने उन्हें रौंद दिया। हादसे के बाद कुछ देर तक सड़क जाम हो गई और लोग समझ ही नहीं पा रहे थे कि चारों युवकों को कैसे बचाया जाए।

एक व्यापारी ने बताया कि अगर वह वाहन वहां से नहीं निकलता तो शायद कोई चमत्कार हो सकता था। हालांकि हादसा इतनी जोरदार टक्कर के कारण हुआ था कि किसी के बचने की उम्मीद बहुत कम थी। यह घटना सबक है कि बाइक पर केवल उतने लोग ही बैठें जितने की अनुमति है और हमेशा हेलमेट पहनकर ही सड़क पर निकलें।

 

पुलिस का बयान और आगे की जांच

हादसे की जानकारी मिलते ही शिवकुटी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और परिवारों को खबर दी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह दुर्घटना तेज रफ्तार और लापरवाही की वजह से हुई। चारों युवक ने न तो हेलमेट पहना था और न ही ट्रैफिक नियमों का पालन किया।

पुलिस ने कहा कि घटना की पुष्टि करने के लिए आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जाएगी। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि पीछे से आने वाला वाहन कौन सा था और चालक को पता था या नहीं कि उसने युवकों को कुचल दिया। हालांकि प्राथमिक जांच में यह साफ है कि मुख्य कारण बाइक की तेज रफ्तार और चार युवकों का एक बाइक पर सवार होना ही था।

 

सड़क सुरक्षा पर उठे सवाल

इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। नियम साफ कहते हैं कि एक बाइक पर दो से ज्यादा लोग नहीं सवार हो सकते और दोनों को हेलमेट पहनना जरूरी है। लेकिन लोग इन नियमों को हल्के में लेते हैं। हादसे के बाद इलाके के लोग कह रहे हैं कि सड़क पर गश्त और कड़ी निगरानी होनी चाहिए ताकि कोई ऐसी गलती न करे।

चारों युवकों की मौत ने पूरे शहर को झकझोर दिया है। एक हादसा कितने परिवारों की खुशियां छीन सकता है, यह शिवकुटी की गलियों में साफ दिख रहा है। ऐसे हादसे रोकने के लिए जरूरी है कि लोग खुद नियमों का पालन करें। पुलिस और प्रशासन जितनी भी कोशिश कर ले, जब तक समाज जागरूक नहीं होगा, तब तक सड़कें खून से रंगती रहेंगी।

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Karnika Garg

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