वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज की तबीयत को लेकर हाल में काफी बातें हो रही हैं। उनके अस्वस्थ होने की खबरें सोशल मीडिया पर फैलीं, लेकिन उनके अनुयायियों ने इन अफवाहों को सिरे से खारिज किया है। वर्तमान में उनकी सेहत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। वे मथुरा के राधा केली कुंज आश्रम में आराम कर रहे हैं और नियमित डायलिसिस करवा रहे हैं।
अस्पताल में नहीं, आश्रम में आराम कर रहे हैं प्रेमानंद महाराज
यह भी स्पष्ट किया गया है कि प्रेमानंद महाराज अस्पताल में भर्ती नहीं हैं। वे अपने आश्रम में ही स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। पिछले कुछ समय से उनकी किडनी की समस्या के कारण डायलिसिस चल रही है। डॉक्टरों के अनुसार, उनकी डायलिसिस की अवधि पहले सप्ताह में सात दिन थी, जो अब पांच दिन तक सीमित कर दी गई है। इस बीच महाराज जी पूरी सूझ-बूझ के साथ अपनी बीमारी को स्वीकार कर उसका सामना कर रहे हैं।
प्रेयसी पदयात्रा क्यों रुकी है, कब फिर शुरू होगी?
4 अक्टूबर से प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा को अस्थायी रूप से रुका गया है ताकि उन्हें बेहतर आराम मिल सके। पदयात्रा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है और फिलहाल वे सीमित रूप से अपने शिष्यों से मिलने तथा भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। आश्रम ने भक्तों से अपील की है कि वे मार्ग पर खड़े होकर दर्शन की प्रतीक्षा न करें क्योंकि महाराज पूरी तरह से स्वास्थ्य लाभ पर ध्यान दे रहे हैं। पदयात्रा कब फिर से शुरू होगी, इसकी जानकारी बाद में दी जाएगी।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई पुरानी तस्वीर को लेकर भ्रम है
एक वीडियो जिसमें प्रेमानंद महाराज के हाथ में पट्टी दिखाई दे रही है, वह पुराना है और कई साल पुराना क्लिप है। इस वीडियो को वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति के साथ जोड़कर गलत सूचना फैलाई जा रही है, जिसका आश्रम ने कड़ा विरोध किया है। भक्तों से अनुरोध है कि वे ऐसी झूठी खबरों पर ध्यान न दें और सिर्फ आधिकारिक जानकारी पर विश्वास करें।
भक्तों की आस्था और आशा, जल्दी स्वस्थ हो महाराज महाराज
प्रेमानंद महाराज के हजारों भक्त उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं। आश्रम के बाहर भक्त भजन-कीर्तन कर उनके स्वास्थ्य लाभ की कामना कर रहे हैं। अनेक भक्तों का मानना है कि राधा रानी की कृपा से महाराज जी शीघ्र स्वस्थ होकर फिर से अपने पदयात्रा और दर्शन के काम में जुट जाएंगे। संत के स्वास्थ्य में सुधार को लेकर सभी उत्साहित हैं और आशा करते हैं कि वे जल्द ही पूरी ऊर्जा के साथ वापस लौटेंगे।
प्रेमानंद महाराज के दर्शन कैसे और कब मिलेंगे?
प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए लोगों को राधा केली कुंज आश्रम पहुँचना होता है। प्रतिदिन सुबह और शाम उनके दर्शन होते हैं। दर्शन के लिए आमतौर पर सुबह 9:30 बजे से टोकन वितरण होता है और इसे लेकर भक्तों में खास उत्साह रहता है। फिलहाल महाराज के स्वास्थ्य कारण दर्शन सीमित हैं और भक्तों को धैर्य रखने की सलाह दी जा रही है। आने वाले समय में जब स्वास्थ्य बेहतर होगा, तब फिर से दर्शन तथा पदयात्रा शुरू होने की संभावना है।
डॉक्टरों का बयान और इलाज की स्थिति
डॉक्टर आशीष शर्मा जो महाराज का इलाज कर रहे हैं, उन्होंने बताया है कि महाराज ने अपनी बीमारी को समझ कर उसे स्वीकार किया है। उनकी हालत पहले से बेहतर हो रही है, लेकिन अभी वे नियमित डायलिसिस पर हैं। डॉक्टरों का कहना है कि धैर्य रखना आवश्यक है और जल्दी ही उनकी सेहत और मजबूत होगी। यह अवधि सांसारिक नहीं बल्कि आध्यात्मिक रूप से भी श्रद्धालुओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
प्रेमानंद महाराज के अनुयायियों से खास अपील
आश्रमी और उनके अनुयायियों ने सभी से निवेदन किया है कि वे सोशल मीडिया पर फैल रही गलत अफवाहों और गलत वीडियो को साझा न करें। इस समय महाराज के स्वास्थ्य को लेकर अफवाहें फैलाने से ज्यादा नुकसान होता है। प्रेमानंद महाराज की तबियत में सुधार हो रहा है, इसलिए उन्हें समय और शांति देना बहुत जरूरी है। भक्तों का विश्वास और प्रेम ही इस समय उनका सबसे बड़ा सहारा है।