राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुरू किया E-Upahaar Season 2: 250 से अधिक उपहारों की नीलामी से बच्चों के कल्याण को मिलेगा सहारा

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने E-Upahaar सीज़न 2 की शुरुआत करते हुए 250 से अधिक उपहारों की नीलामी की घोषणा की है। इस नीलामी से प्राप्त राशि बच्चों के कल्याण के कार्यों में लगाई जाएगी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुरू किया E-Upahaar Season 2: 250 से अधिक उपहारों की नीलामी से बच्चों के कल्याण को मिलेगा सहारा

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुरू किया E-Upahaar Season 2: बच्चों के कल्याण के लिए नीलामी में रखे गए 250 से अधिक तोहफे

 

भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने कार्यकाल के तीन वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 25 जुलाई 2025 को E-Upahaar सीज़न 2 की शुरुआत की। इस ऑनलाइन नीलामी का उद्देश्य उन उपहारों को नीलाम करना है जो राष्ट्रपति को विभिन्न अवसरों पर प्राप्त हुए थे। यह नीलामी 1 अगस्त से 15 अक्टूबर 2025 तक चलेगी और इससे प्राप्त राशि बच्चों के कल्याण से जुड़ी योजनाओं में दान की जाएगी।

यह नीलामी न केवल राष्ट्रपति भवन की एक पारदर्शी और प्रेरक पहल है, बल्कि भारत के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और सस्टेनेबल गवर्नेंस की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम भी है। इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन को मार्च 2027 तक “नेट ज़ीरो” बनाने की पहल भी शुरू की थी, जो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ा लक्ष्य है।

 

नीलामी में सबसे ज्यादा पसंद किए जा रहे तोहफे

नीलामी में कई ऐतिहासिक और दुर्लभ वस्तुएं रखी गई हैं, जिनमें कुछ वस्तुओं ने बोली लगाने वालों का खास ध्यान खींचा है।

1. ₹10,000 का स्पेसिमन नोट

यह अब तक की सबसे चर्चित वस्तु रही है। ₹5,000 की आधार कीमत से शुरू हुआ यह नोट अब तक 73 बोलियों के बाद ₹18.50 लाख तक पहुंच चुका है। यह नोट अपने ऐतिहासिक महत्व और दुर्लभता के कारण नीलामी का आकर्षण बना हुआ है।

2. किंग जॉर्ज VI की तस्वीर वाला ₹10 का नोट

यह नोट 2015 में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को उपहार में दिया गया था। इसकी आधार कीमत ₹15,000 रखी गई थी, लेकिन अब तक 57 बोलियों के बाद यह ₹10.50 लाख तक पहुंच गया है।

3. सिल्वर शिवलिंग

यह खूबसूरत उपहार ब्रह्माकुमारी संस्था की ओर से दिया गया था। इसकी आधार कीमत ₹87,500 थी और अब तक यह ₹1 लाख की उच्चतम बोली तक पहुंच चुका है। यह वस्तु धार्मिकता और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है।

4. मेजेस्टिक एलिफेंट मेमेंटो

तेलंगाना के राज्यपाल द्वारा राष्ट्रपति को भेंट किया गया यह आकर्षक मेमेंटो भी नीलामी में शामिल है। इसका बेस प्राइस ₹52,500 था और अब तक ₹53,500 की उच्चतम बोली लगी है।

5. विंटेज क्लॉक (Vintage Clock)

यह पुरानी घड़ी 2015 में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भेंट की गई थी। ₹17,500 की शुरुआती कीमत से शुरू होकर यह अब तक ₹43,000 की बोली तक पहुंच चुकी है। यह घड़ी अपनी विंटेज अपील और ऐतिहासिक महत्व के कारण बोली लगाने वालों को आकर्षित कर रही है।

6. पत्ते पर बुद्ध की आकृति

चांदी से बनी यह कलाकृति बारीक नक्काशी का सुंदर उदाहरण है। ₹17,500 की बेस प्राइस से शुरू हुई यह वस्तु अब तक ₹31,000 की बोली तक पहुंची है।

7. देवी सरस्वती का मंदिर मेमेंटो

लकड़ी से बना यह मंदिर 2015 में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को उपहार में दिया गया था। ₹17,500 की बेस प्राइस पर शुरू होकर इस पर अब तक ₹18,300 की उच्चतम बोली लगी है।

8. रानी चेनम्मा की प्रतिमा

हालांकि इस प्रतिमा की आधार कीमत ₹4,02,000 रखी गई है, लेकिन अब तक इस पर कोई बोली नहीं लगी है।

 

बच्चों के कल्याण के लिए प्रेरणादायक पहल

E-Upahaar कार्यक्रम का सबसे बड़ा उद्देश्य है कि राष्ट्रपति को प्राप्त उपहारों से होने वाली आय को सामाजिक और मानवीय कार्यों में लगाया जाए। इस साल यह राशि विशेष रूप से बच्चों के कल्याण (Child Welfare) और शिक्षा से जुड़ी परियोजनाओं में दान की जाएगी।

यह नीलामी भारत में डिजिटल इनिशिएटिव्स, पारदर्शी प्रशासन, और सस्टेनेबल डेवलपमेंट के मूल्यों को आगे बढ़ाने का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। इससे लोगों को यह संदेश भी मिलता है कि परोपकार और सामाजिक सेवा शासन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।