सोनाली सेन गुप्ता बनीं भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की नई कार्यकारी निदेशक, तीन महत्वपूर्ण विभागों की संभालेंगी ज़िम्मेदारी
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने सोनाली सेन गुप्ता को अपनी नई कार्यकारी निदेशक (Executive Director) नियुक्त किया है। यह नियुक्ति 9 अक्टूबर 2025 से प्रभावी हो गई है। इस संबंध में आरबीआई ने आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है।
तीन दशक से अधिक का अनुभव
सोनाली सेन गुप्ता का आरबीआई में करियर तीन दशकों से अधिक का रहा है। कार्यकारी निदेशक बनने से पहले वे कर्नाटक क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक (Regional Director) के रूप में बेंगलुरु स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में कार्यरत थीं। अपने लंबे कार्यकाल के दौरान उन्होंने वित्तीय समावेशन (Financial Inclusion), मानव संसाधन प्रबंधन (Human Resource Management), बैंकिंग विनियमन (Banking Regulation) और निगरानी (Supervision) जैसे कई प्रमुख विभागों में काम किया है।
अब संभालेंगी तीन प्रमुख विभागों की ज़िम्मेदारी
कार्यकारी निदेशक के रूप में सोनाली सेन गुप्ता अब तीन महत्वपूर्ण विभागों की कमान संभालेंगी —
उपभोक्ता शिक्षा और संरक्षण विभाग (Consumer Education and Protection Department)
वित्तीय समावेशन और विकास विभाग (Financial Inclusion and Development Department)
निरीक्षण विभाग (Inspection Department)
इन विभागों की ज़िम्मेदारी ऐसे समय में दी गई है जब आरबीआई उपभोक्ता संरक्षण, वित्तीय जागरूकता और बैंकिंग पारदर्शिता को और मजबूत करने पर ध्यान दे रहा है।
शैक्षणिक योग्यता और पेशेवर पहचान
सोनाली सेन गुप्ता ने बैंकिंग और वित्त (Banking & Finance) में एमबीए किया है और वे भारतीय बैंकिंग एवं वित्त संस्थान (IIBF) की प्रमाणित सहयोगी (Certified Associate) भी हैं। उनके पास वित्तीय नीतियों और बैंकिंग प्रशासन में गहरा अनुभव है, जिसने उन्हें इस उच्च पद के लिए उपयुक्त बनाया है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व
अपने कार्यकाल के दौरान सोनाली सेन गुप्ता ने भारत का प्रतिनिधित्व कई अंतरराष्ट्रीय मंचों (International Platforms) पर किया है। उन्होंने G20 के Global Partnership for Financial Inclusion (GPFI) और OECD के International Network on Financial Education (INFE) में आरबीआई का प्रतिनिधित्व किया है। इसके अलावा वे राष्ट्रीय वित्तीय शिक्षा केंद्र (NCFE) के बोर्ड में निदेशक रह चुकी हैं।
उनकी भूमिका न केवल नीति निर्माण में बल्कि वित्तीय साक्षरता (Financial Literacy) और उपभोक्ता जागरूकता (Consumer Awareness) को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण रही है।
नीति निर्धारण समितियों में सक्रिय भूमिका
अंतरराष्ट्रीय कार्यों के साथ-साथ सोनाली सेन गुप्ता विभिन्न आंतरिक और बाहरी समितियों की सदस्य भी रही हैं, जो आरबीआई की नीतियों और नियामक ढांचे को आकार देती हैं। वर्तमान में वे इंडियन ओवरसीज़ बैंक (Indian Overseas Bank) के निदेशक मंडल में आरबीआई की नामित निदेशक (Nominee Director) के रूप में कार्यरत हैं।
निष्कर्ष
सोनाली सेन गुप्ता की नियुक्ति आरबीआई के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल महिला नेतृत्व (Women Leadership) को सशक्त बनाती है बल्कि केंद्रीय बैंक के वित्तीय समावेशन और उपभोक्ता संरक्षण जैसे क्षेत्रों में रणनीतिक दिशा को भी मजबूत करेगी।
उनका अनुभव और नेतृत्व निश्चित रूप से भारतीय बैंकिंग प्रणाली को और अधिक पारदर्शी, सुरक्षित और समावेशी बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।