दिल्ली रेड फोर्ट कार धमाका वीडियो ने क्यों सबको हिला दिया कार में धमाका, भीड़ में दहशत आखिर हुआ क्या था?

लाल क़िले के पास कार में हुआ धमाका सिर्फ एक वायरल वीडियो नहीं था। आग, भगदड़ और अचानक उठे धुएं ने लोगों को डरा भी दिया और सोचने पर भी मजबूर कर दिया। इस पूरे सीन में क्या सच था, क्या सीख थी और सड़क पर हमारी खुद की safety कहाँ खड़ी है यही इस लेख की असल बात है।

दिल्ली रेड फोर्ट कार धमाका वीडियो ने क्यों सबको हिला दिया कार में धमाका, भीड़ में दहशत आखिर हुआ क्या था?

खबर का सार AI ने दिया · GC Shorts ने रिव्यु किया

    लाल क़िले के पास कार धमाके का वो डरावना वीडियो क्या है हकीकत? कुछ हादसे आंखों में बस जाते हैं। दिल्ली के लाल क़िले के पास खड़ी कार में धमाका हुआ, आग भड़की, लोग इधर-उधर भागे वीडियो ने हर किसी को हिला दिया। शहर की भीड़, पुरानी दीवारें, और अचानक उठती आग की लपटें ऐसा लगता है जैसे सब कुछ पलक झपकते बदल गया।

    मैंने कई बार ऐसी जगहों से ड्राइव की है जहाँ अचानक कुछ भी हो सकता है। लेकिन वीडियो में जो chaos दिखा, वो किसी भी ड्राइवर के दिमाग में खलबली मचा दे।

     

    आग लगी और भीड़ बिखर गई पल भर में सब उलट-पुलट

    वीडियो में कार से धुआं निकलता है, फिर धमाका। लोग भाग रहे हैं, कोई चिल्ला रहा है, ट्रैफिक की आवाज़ें भी डरावनी लगने लगती हैं। ऐसे वक्त में समझ नहीं आता कि किस तरफ देखना है।

    सीधी बात कहूं, ऐसे सीन रोज़ नहीं दिखते। पर हाँ, दिल्ली की सड़कें कभी-कभी unpredictable ज़रूर होती हैं।

     

    एक पुराना किस्सा याद आया

    कुछ साल पहले करोल बाग में इसी तरह एक बुझी-बुझी कार खड़ी थी। मैं वहीं था। अचानक बोनट से धुआं उठा। दुकानवाले ने कहा, “भाइया, दूर रहो यह सीन कभी भी बिगड़ सकती है  मैं हँस तो दिया, पर दो मिनट बाद जोर का फटना हुआ। तब समझ आया कि सड़क पर कुछ भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। इस धमाके वाले वीडियो ने वो दिन याद दिला दिया।

     

    लोग घबरा क्यों जाते हैं?

    क्योंकि आग इंसान को हमेशा डराती है। खासकर जब वो गाड़ी में हो। हम सब अपने-अपने अंदाज से रिएक्ट करते हैं। कोई वीडियो बनाने लगता है (ज़रूरत नहीं), कोई भागने लगता है, कोई वहीं खड़ा रहकर तमाशा देखता है।

     

    मेरा मानना ​​सिंपल है - सुरक्षा पहले तमाशा बाद में।

    एक और dealership वाला किस्सा
    एक बार एक नयी कार की बैटरी में हल्का short circuit हुआ। शोअरूम वाला इतना confident था, सर कुछ नहीं होगा . दो सेकंड में हल्का धुआं उठा और बेचारे की हालत देखकर मुझे ही तरस आ गया। वो nervous smile अभी भी याद है।

    इसलिए जब लोग कहते हैं ये कार सुरक्षित है, कुछ नहीं होगा मैं बस मुस्कुरा देता हूँ। वीडियो से क्या सीख सड़क पर खड़ी किसी कार से धुआं उठे तो curiosity मत दिखाओ। दूरी बनाओ और हाँ, emergency number हाथ में रखो। आवाज़ सुनी? वो किसी भी वक्त बड़ी समस्या बन सकती है।

     

    लोग क्या सोच रहे थे?

    कुछ कह रहे थे शॉर्ट सर्किट। कुछ LPG leak। कुछ battery blast। लेकिन सच? Video में डर दिख रहा है, speculation नहीं। जो भी हो , एक बात तो साफ cars सुरक्षित हैं, लेकिन पूरी तरह foolproof नहीं। दिल्ली जैसे शहर में हादसे तेज़ी से होते हैं और ख़बर भी उतनी ही तेज़ी से फैलती है कभी ट्रैफिक, कभी बिजली के तार, कभी कोई गलत पार्क की हुई गाड़ी। अर्से से चल रहा है ये सब।

    और हा , एक बात और  भीड़ में समझदारी rare होती है। पर हो सकती है  अगर हम चाहें। मेरी सलाह छोटी, साफ, काम की कार में धुआं दिखे? पास मत जाओ रुक जाओ लोगदर्शन मत बनो जगह खाली करो जितनी देर में वीडियो बनाओगे, उससे आधे वक्त में किसी की जान बच सकती है।

     

    आखिरी लाइन

    लाल क़िले के पास हुआ blast डराता है, पर याद भी दिलाता है खुद की safety किसी भी viral video से ज्यादा ज़रूरी है।

    सार्वजनिक स्थानों पर वाहन सुरक्षा कितनी महत्वपूर्ण?

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